शेयर मार्केट पर पुस्तकें

शेयर मार्केट में डिविडेंड क्या होता है

शेयर मार्केट में डिविडेंड क्या होता है
सरकार ने आईईपीएफ की स्थापना 2016 में की थी। (फोटो: रॉयटर्स)

Dividend क्या है और ये कितने प्रकार के होते है – Dividend Kya Hota Hai

dividend kya hota hai

Dividend Kya Hota Hai शयद की ऐसा कोई हो जिसे की Reward मिले और वो न ले सीधा सा जवाब है Reward हर कोई को पसंद होता है इसलिए आज हम ऐसे की एक reward के बारे में जानेंगे जो की शेयर मार्किट से रेलेटेड टर्म है Dividend यानि लाभांश एक ऐसा रिवॉर्ड है जो कंपनी अपने शेयर होल्डर्स को देती है ये कई प्रकार से जारी किये जाते है इसलिए आज के आर्टिकल में हम जानेंगे की डिविडेंड क्या है या फिर Dividend Kya Hota Hai और ये कैसे मिलता है Dividend कितने प्रकार का होता है और डिविडेंड जुडी सभी जानकारी देने वाले है तो चलिए शुरू करते है |

डिविडेंड क्या होता है – Dividend Meaning In hindi

Dividend यानि लाभांश जिसका अर्थ होता है लाभ में अंश जो कंपनी अपने मुनाफे से थोड़ा सा हिस्सा कंपनी अपने शेयर होल्डर्स को देती है जिसे की Dividend यानि लाभांश कहते है डिविडेंड कई तरीके से कंपनी के द्वारा जारी किया जाता है जैसे कैश पेमेंट , स्टॉक्स या फिर किसी और फॉर्म में ये डिविडेंड उस कंपनी के नेट प्रॉफिट होता है जो कंपनी अपने शेयर होल्डर के साथ शेयर करती है जब आपके पास डिविडेंट पे करने वाले शेयर होते है तो आपको प्रॉफिट मिलता है कंपनी के अल्वा कई म्यूच्यूअल फण्ड और एक्सचेंज ट्रेड फण्ड (ETF) भी डिविडेंड देती है आप आपको समझ आ गया होगा की Dividend Kya Hota Hai और आप आगे जानते है की शेयर मार्किट में डिविडेंड क्या है |

शेयर मार्केट में डिविडेंड क्या होता है ?

जब कंपनी के सारे खर्चे कवर हो जाते है और सभी तरह के टेक्स और बाकि बचे देनदारी हटाकर बचे हुए फायदा का कुछ हिस्सा अपने शेयर धारको को देती है ये डिविडेंड सभी शेयर होल्डर्स के पास रखे गए उनके शेयर के हिसाब से दिया जाता है जैसे की मान लीजिये TCS की कंपनी ने डिविडेंड देने का निर्णय लिया है की वो 1 शेयर पर 20 रूपये डिविडेंड देंगे और आपके पास 100 शेयर है तो आपको 100 x 20 = 2000 रूपये का TCS के द्वारा डिविडेंड मिलेगा |

डिविडेंड जरुरी क्यों होते है

डिविडेंट इन्वेस्टर को ये मैसेज देते है डिविडेंड देने वाली कंपनी में स्टेबल cash flow है और वो प्रॉफिट भी जेनेरेट कर रही है जैसे इन्वेस्टर को फेट उस कंपनी में बढ़ता है और इन्वेस्टर का फेट ही तो कंपनी के प्रोग्रेस में हेल्प करता है इसलिए डिविडेंट इतने जरुरी होते है

सबसे ज्यादा डिविडेंड देने वाली कंपनी – Top dividend Company

सबसे ज्यादा डिविडेंड देने वाली कंपनी की बात की जाये तो इसमें ज्यादातर स्टैब्लिश कंपनी ही शामिल होती है जिन्हे ज्यादा फायदा होता है और कंपनी रेगुलर बैसेस पर डिविडेंट दिया करती है

dividend kya hota hai

अकसर ज्यादातर कंपनी इस इंडस्ट्री में आती है जैसे

  • Basic Material
  • Oil And Gas
  • Banks & Finance
  • Healthcare & Pharmaceutical
  • Utilities
  • Real State Investment Trust ( RSIT)
  • Master Limited Partnership ( MLP)

डिविडेंड की महत्वपूर्ण तारीख

आइये जानते है की डिविडेंट की इम्पोर्टेन्ट डेट के बारे में जिसके बारे में आपको भी पता होना चाहिए

Announcement Date

अनाउंसमेंट डेट वह डेट होती हैं जिस दिन कंपनी के बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर्स shareholders को डिविडेंड देने की घोषणा करते हैं इस तारीख को डिविडेंट दिया जायेगा

Ex- Dividend Date

एक्स डिविडेंट डेट पर डिविडेंड एलिजिबिलिटी expire हो जाती है एक्स – डिविडेंड date Record Date से 3 दिन अगर आपको किसी कंपनी का डिविडेंड प्राप्त करना है तो आपको उसके एक्स डिविडेंड डेट से पहले शेयर खरीदने होंगे तभी आपको डिविडेंड प्राप्त होगा |

Record Date

रिकॉर्ड डेट के जरिये कंपनी को ये पता चलता है की कौन से शेयर होल्डर डिविडेंड प्राप्त करने के योग्य है |

Payment Date

पेमेंट डेट पर कंपनी इन्वेस्टर के अकाउंट में मनी क्रेडिट कर देती है |

डिविडेंट कितने प्रकार के होते है – Types of Dividend in hindi

डिविडेंड क्या होता है ये तो अपने जान लिया और अब जानते है की डिविडेंट कितने प्रकार के होते है

1 . Cash dividend

ये सबसे कॉमन डिविडेंड टाइप होता है जिसमे कंपनी शेयर होल्डर के ब्रोकेग अकाउंट में डायरेक्ट कॅश पेमेंट कर देती है

2 . Stock Dividend

इस टाइप में कंपनी कॅश देने के बजाए स्टॉक के एडिशनल शेयर के रूप में पे करती है |

3 . Dividend Reinvestment Programs ( DRIPS)

DRIPS की बात की जाये तो इस तरह के डिविडेंड टाइप में इन्वेस्टर डिस्काउंट पर कंपनी के स्टॉक में डिविडेंट को री इन्वेस्ट कर सकते है \

4 . Special Dividend

इस डिविडेंट की बात की जाये तो ये एक्स्ट्रा डिविडेंट यानि One time dividend पेमेंट्स होते है इन्हे regular dividend भी कहा जाता है ये डिविडेंड तब मिलते है जब कंपनी के पास unexpected cash होता है ये regular कंपनी डिविडेंट से अलग होते है क्युकी रेगुलर डिविडेंट तो रेगुलर इंटरवल्स पर रिकल होते है जबकि स्पेशल डिविडेंट एक ही बार जाता है और ये कैश अमाउंट भी रेगुलर डिविडेंट से ज्यादा हो सकते है |

5 . Preferred Dividend

प्रिफर्ड स्टॉक्स ऐसे स्टॉक होते है जो स्टॉक की तरह कम काम करते है और बांड की तरह ज्यादा होते है और प्रिफर्ड स्टॉक पर मिलने वाले डिविडेंड जनरली फिक्स्ड होते है जबकि कॉमन स्टॉक पर मिलने वाले डिविडेंड यूज़ली क्वार्टरली पे किये जाते है |

निष्कर्ष

तो आज के आर्टिकल में हमने जाना की dividend Kya Hota Hai या फिर Dividend Kya Hai और कितने प्रकार का होता है ये जानकारी आपको कैसी लगी नीचे कमेंट बॉक्स में अपनी राय जरूर दे और सोशल मीडिया पर भी जरूर शेयर करे |

LIC IPO: निवेशकों को हुए नुकसान की भरपाई की कवायद, सबसे बड़ी बीमा कंपनी ने कर ली ये तैयारी

डिविडेंड या लाभांश दरअसल, किसी कंपनी द्वारा अपने शेयरधारकों को मुनाफे का वितरण होता है। जब कोई कंपनी लाभ या सरप्लस कमाती है, तो वह शेयरधारकों को लाभांश के रूप में लाभ के अनुपात का भुगतान करती है।

एलआईसी आईपीओ

देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के आईपीओ ने भले ही निवेशकों को निराश किया हो, लेकिन उन्हें हुए नुकसान की भरपाई की तैयारी अब कंपनी ने कर ली है। एलआईसी की ओर से मंगलवार को कहा गया कि उसका बोर्ड डिविडेंड देने पर विचार करेगा। हालांकि, इसके बारे में पूरा खुलासा 30 मई जारी होने वाले पहले तिमाही परिणामों में होगा।

बता दें एलआईसी आईपीओ के बाजार में लिस्ट होने के बाद कंपनी पहले तिमाही परिणामों का खुलासा करेगी। इसी बैठक में डिविडेंड देने पर भी विचार किया जाएगा। जाहिर है कि कंपनी ने जो योजना तैयार की है उसके जरिए उन लोगों को कमाई का मौका मिलेगा, जिन्हें आईपीओ ने घाटा पहुंचाया है। इस संबंध में आई एक रिपोर्ट में बताया गया कि स्टॉक मार्केट को दी गई जानकारी में कंपनी ने कहा है कि वह 31 मार्च 2022 को समाप्त तिमाही और वर्ष (2021-22) के लिए वित्तीय परिणामों पर चर्चा के साथ ही डिविडेंड के भुगतान को लेकर एलान करेगी।

डिविडेंड या लाभांश दरअसल, किसी कंपनी द्वारा अपने शेयरधारकों को मुनाफे का वितरण होता है। जब कोई कंपनी लाभ या सरप्लस कमाती है, तो वह शेयरधारकों को लाभांश के रूप में लाभ के अनुपात का भुगतान करती है। गौरतलब है कि मंगलवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर कंपनी का शेयर करीब तेजी के साथ 824.80 रुपये पर बंद हुआ। हालांकि, इस बढ़त के बाद भी यह इश्यू प्राइस 949 रुपये से करीब 13 प्रतिशत की गिरावट में है। कंपनी के बाजार पूंजीकरण की बात करें तो यह 5,24,626.93 करोड़ रुपये है। आईपीओ लिस्ट होने से पहले कंपनी की वैल्यू छह लाख करोड़ रुपये आंकी गई थी।

एलआईसी का आईपीओ देश का सबसे बड़ा आईपीओ था, जो कि चार मई को सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था और नौ मई को बंद हुआ था। इसने बाजार से 20,557 करोड़ रुपये कमाए थे। बता दें कि एलआईसी के आईपीओ को 2.95 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था। इसके बाद कंपनी के शेयर 17 मई को अपने निर्धारित इश्यू प्राइस से करीब नौ फीसदी डिस्काउंट पर शेयर बाजार में लिस्ट हुए थे। आईपीओ में 16.2 करोड़ इक्विटी शेयर बिक्री के लिए रखे गए थे, जिसके मुकाबले 47.83 करोड़ इक्विटी शेयरों के लिए बोलियां मिली थीं।

विस्तार

देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के आईपीओ ने भले ही निवेशकों को निराश किया हो, लेकिन उन्हें हुए नुकसान की भरपाई की तैयारी अब कंपनी ने कर ली है। एलआईसी की ओर से मंगलवार को कहा गया कि उसका बोर्ड डिविडेंड देने पर विचार करेगा। हालांकि, इसके बारे में पूरा खुलासा 30 मई जारी होने वाले पहले तिमाही परिणामों में होगा।

बता दें एलआईसी आईपीओ के बाजार में लिस्ट होने के बाद कंपनी पहले तिमाही परिणामों का खुलासा करेगी। इसी बैठक में डिविडेंड देने पर भी विचार किया जाएगा। जाहिर है कि कंपनी ने जो योजना तैयार की है उसके जरिए उन लोगों को कमाई का मौका मिलेगा, जिन्हें आईपीओ ने घाटा पहुंचाया है। इस संबंध में आई एक रिपोर्ट में बताया गया कि स्टॉक मार्केट को दी गई जानकारी में कंपनी ने कहा है कि वह 31 मार्च 2022 को समाप्त तिमाही और वर्ष (2021-22) के लिए वित्तीय परिणामों पर चर्चा के साथ ही डिविडेंड के भुगतान को लेकर एलान करेगी।

डिविडेंड या लाभांश दरअसल, किसी कंपनी द्वारा अपने शेयरधारकों को मुनाफे का वितरण होता है। जब कोई कंपनी लाभ या सरप्लस कमाती है, तो वह शेयरधारकों को लाभांश के रूप में लाभ के अनुपात का भुगतान करती है। गौरतलब है कि मंगलवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर कंपनी का शेयर करीब तेजी के साथ 824.80 रुपये पर बंद हुआ। हालांकि, इस बढ़त के बाद भी यह इश्यू प्राइस 949 रुपये से करीब 13 प्रतिशत की गिरावट में है। कंपनी के बाजार पूंजीकरण की बात करें तो यह 5,24,626.93 करोड़ रुपये है। आईपीओ लिस्ट होने से पहले कंपनी की वैल्यू छह लाख करोड़ रुपये आंकी गई थी।

एलआईसी का आईपीओ देश का सबसे बड़ा आईपीओ था, जो कि चार मई को सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था और नौ मई को बंद हुआ था। इसने बाजार से 20,557 करोड़ रुपये कमाए थे। बता दें कि एलआईसी के आईपीओ को 2.95 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था। इसके बाद कंपनी के शेयर 17 मई को अपने निर्धारित इश्यू प्राइस से करीब नौ फीसदी डिस्काउंट पर शेयर बाजार में लिस्ट हुए थे। आईपीओ में 16.2 करोड़ इक्विटी शेयर बिक्री के लिए रखे गए थे, जिसके मुकाबले 47.83 करोड़ इक्विटी शेयरों के लिए बोलियां मिली थीं।

Share Market: पुराने शेयर और डिविडेंड पाने का सबसे आसान तरीका, जानिए पूरा प्रोसेस

Share Market: यदि किसी शेयर या लाभांश पर 7 साल तक कोई व्यक्ति दावा नहीं करता है, तो उसे आईईपीएफ में ट्रांसफर कर दिया जाता है।

Share Market: पुराने शेयर और डिविडेंड पाने का सबसे आसान तरीका, जानिए पूरा प्रोसेस

सरकार ने आईईपीएफ की स्थापना 2016 में की थी। (फोटो: रॉयटर्स)

करीब 20 साल पहले शेयर बाजार आज की तरह डिजिटल नहीं था। तब लोगों को शेयर खरीदने पर भौतिक प्रमाण पत्र (Physical certificate) दिए जाते थे। ऐसे में लंबे समय के लिए निवेशकों को कई सालों तक शेयरों के भौतिक प्रमाण पत्र को संभाल कर रखना पड़ता था।

सरकार के सामने कई ऐसे मामले भी सामने आए हैं जिसमें निवेशकों ने किसी शेयर में निवेश किया और निवेश सालों पुराना होने के कारण निवेशक भूल गए। इस दौरान उस कंपनी के शेयर ने शेयर बाजार में काफी अच्छा रिटर्न दिया, जिसके बाद निवेशकों को अपने शेयर को डीमेट अकाउंट में ट्रांसफर करने के लिए इधर-उधर चक्कर काटने पड़ते थे। इस समस्या से निजात दिलाने के लिए सरकार ने निवेशक शिक्षा एवं सुरक्षा निधि (आईईपीएफ) की स्थापना की है। आइए जानते हैं आईईपीएफ क्या है? कैसे आप अपने पुराने शेयर और डिविडेंट को क्लेम कर सकते हैं।

निवेशक शिक्षा एवं सुरक्षा निधि (आईईपीएफ) भारत सरकार की कॉर्पोरेट कार्य मंत्रालय द्वारा कंपनी एक्ट 2013 की धारा 125 के तहत 7 सितंबर 2016 को की गई थी। आईईपीएफ की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार इस फंड को शेयरों वापसी कराने, दावा न किए गए लाभांश (Dividend) और निवेशकों को जागरूक करने और उनके हितों की सुरक्षा के लिए बनाया गया है। बता दें यदि किसी शेयर या लाभांश पर 7 साल तक कोई व्यक्ति दावा नहीं करता है, तो उसे आईईपीएफ में ट्रांसफर कर दिया जाता है।

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पुराने शेयर और लाभांश दावा करने का पूरा प्रोसेस

आखिर डिविडेंड होता क्या है और हमें कैसे मिलता है? और कंपनियां डिविडेंड क्यों देती हैं?

डिविडेंड (Dividend) का अर्थ-
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दोस्तों स्टॉक मार्केट में आपने जरूर सुना होगा कि किसी कंपनी ने 50% और किसी ने 100 फीसद डिविडेंड दे दिया है. आपको बता दे की स्टॉक मार्किट में बड़े-बड़े निवेशक डिविडेंड से बहुत पैसा कमाते हैं. जानकारी के लिए बता दे की दुनिया के टॉप 10 अमीर लोगो में गिने जाने वाले इन्वेस्टर Warren Buffett हर साल मात्र एक कंपनी के डिविडेंड से तीन हज़ार करोड़ से भी ज्यादा पैसा कमाते है. लेकिन मन में सवाल होता है की आखिर डिविडेंड क्या है? और इससे हम कितने पैसे कमा सकते हैं और कोन से स्टॉक डिविडेंड वाले है.तो दोस्तों आइये हमारी इस पोस्ट को आखिर तक ज़रूर पढ़िए इस पोस्ट में हम आपके हर सवालो के जवाब बहुत ही आसान शब्दों में देंगे।

स्टॉक मार्केट में Dividend क्या है?
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दोस्तों Dividend कंपनी के लाभ का वो हिस्सा है. जो कंपनी अपने शेयर होल्डर्स यानि के जो उसके शेयर पर मालिकाना कुछ% अधिकार रखता है. उसको प्रॉफिट के रूप में देती हैं. यानि जैसे अपने किसी कंपनी के शेयर खरीदे है. मान लीजिये 10 शेयर ख़रीदे है. अब जब कंपनी को अपनी कंपनी में प्रॉफिट हुआ तो जितने% आप कंपनी का मालिकाना अधिकार रखते है तो प्रॉफिट का जितने % आपके हिस्से में आता है वो कंपनी आपको उतना ही प्रॉफिट देती है तो उसे शेयर मार्केट में Dividend कहते हैं। सिर्फ कुछ ही कंपनियां Dividend देती हैं.और ये पर शेयर के हिसाब से दिया जाता है. इन्वेस्टर को ये डिविडेंड का पैसा 3 महीने में या साल बेसिस पर मिलता है।और जो कंपनियां Dividend नहीं देती हैं वह अपने बचे हुए प्रॉफिट को वापस से कंपनी की ग्रोथ में लगा देती है.

सरल भाषा या फिर हिंदी में कहे तो डिविडेंड का अर्थ है लाभांश’मतलब लाभ का अंश जो कंपनी के नेट प्रॉफिट का एक भाग है जो शेयर होल्डर्स को दिया जाता है.

Dividend इनकम क्या है?

डिविडेंड इनकम वो पैसा होता है.जो शेयर को होल्ड रखने पर मिलता है. उधारण जैसे आपके पास Dividend देने वाली कंपनी के जितने अधिक शेयर होंगे आपकी उतनी ही ज्यादा डिविडेंड इनकम होंगी।आपको सरल भाषा मे बताते हैं जैसे-किसी व्यक्ति के पास 1000 शेयर हैं. और अगर उनका cash Dividend कीमत 1 रुपये हैं तो उसे Dividend के रूप में 1000 रुपये मिलेंगे।.

सवाल किया गया था की डिविडेंड per share होता क्या है?

दोस्तों जानकारी के लिए आपको बता दे की कंपनी के शेयर मार्केट में डिविडेंड क्या होता है एक शेयर पर जितना डिविडेंड मिलता है.उसको ही ‘Dividend per share‘ कहा जाता हैं. और इसको शार्ट में DPS भी कहते हैैं. उदहारण देकर आपको समझाते हैं-

दोस्तों जैसे- आपके पास Vama Industries Ltd कंपनी के 100 शेयर हैं. और एक शेयर पर डिविडेंड 10 रुपये है.तो आपकी डिविडेंड इनकम होंगी (100 ×10 = 1 000) रुपये

Dividend यील्ड क्या होता है?

डिविडेंड यील्ड का अर्थ है कि, शेयर की कीमत पर कंपनी कितने फीसद का डिविडेंड देती है. दूसरे शब्दों में बात करें तो Dividend यील्ड एक ratio है, जो यह दर्शाता है कि कंपनी ने 1 शेयर पर जितना Dividend दिया है. वो कंपनी के वर्तमान मार्केट कीमत का कितना फीसदी (%) है.

उदाहरण― जैसे अगर Vama Industries Ltd कंपनी के शेयर की कीमत ₹100 है और Vama Industries Ltd कंपनी ने 5 रुपये per share का डिविडेंड दिया है.तो कंपनी का Dividend यील्ड होगा। /100) × 100 = 5%

और इसका मतलब है Vama Industries Ltd कंपनी में इन्वेस्टमेंट करने पर आपको साल का 5% का डिविडेंड मिलेगा.

डिविडेंड वाले शेयर में इन्वेस्टमेंट करने के फायदे-

दोस्तों इन्वेस्टर डिविडेंड को लेकर इसीलिए उत्तेजित रहते हैं. क्योंकि शेयर मार्किट में आप लाभ दो तरीके से कमाते हैं―

1 शेयर को कम कीमत में खरीद कर ज्यादा में बेचना

2 . डिविडेंड से .

  1. निवेशक Dividend देने वाले शेयर में इसलिए निवेश करते हैं. क्योंकि 1, तो शेयर होल्डर्स को हर साल शेयर का जो प्राइस बढ़ेगा उसमे तो प्रॉफिट होगा ही इसके साथ ही एक साल में एक या दो बार एक fixed Amount भी मिलेगा
  2. दोस्तों कुछ इन्वेस्टर यह भी सोच कर इन्वेस्ट करते हैं कि अगर शेयर कीमत बढ़ेगी भी नहीं तो भी वो अगर 10% डिविडेंड yield वाली कंपनी में इन्वेस्ट कर देते हैं. तब भी FD के 6% से ज्यादा रिटर्न तो कमा ही लेंगे। ये भी डिविडेंड वाली कंपनी में निवेश करने का फायदा है।
  3. दोस्तों Demat अकाउंट के पोर्टफोलियो में जितने अधिक शेयर होंगे उतना ही ज्यादा आपको Dividend मिलेगा. इसलिए इन्वेस्टर इसे स्टॉक मार्केट से नियमित Income या निष्क्रिय Income कमाने का जरिया भी मानते हैं.
    4 शेयर मार्केट में कुछ अच्छे Dividend देने वाले मजबूत स्टॉक भी हैं जैसे; Britania Industries जिसमे इन्वेस्ट करने से आपका पैसा वक़्त के साथ Grow होता रहता है और side में Dividend Income भी मिलती रहता है.
    दोस्तों दुनिया के किसी भी अमीर आदमी को देख लो चाहे वो इंडिया के मुकेश अंबानी या गौतम अडानी हों, टेस्ला के Elon Musk, Microsoft के बिल गेट्स या फिर Amazon के जैफ बेजॉस ये सभी इस वजह से आमिर नहीं की, इनकी कंपनियों के अधिक शेयर हैं. दोस्तों ये तो इसलिए आमिर है क्योंकि ये सभी सालाना अपनी कंपनियों से हजारों करोड़ों रुपए की Dividend Income कमाते हैं

Dividend को समझना बहुत जरूरी है-

केवल Dividend से हम किसी भी कंपनी के प्रवर्तक के बारे में बहुत कुछ जान सकते हैं. जैसे; प्रबंधन की प्रकृति,, ईमानदारी, योजनाएँ और वो कंपनी को लेकर कितने Serious है और वो कंपनी को किस नज़र से देखते हैं.

हमें देखना होगा कि कंपनी कैसे Dividend देती है.और उसका Past Dividend Track क्या रहा है.

डिविडेंड आखिर कौन -कौन सी कंपनियां देती हैं?

आपको बता दे की Dividend सदैव वो ही कंपनियां देती है. जो लाभ में होती है.नुकसान में होने वाली कंपनियां कभी भी Dividend नहीं देती है. Dividend वो कंपनियां देती है. जो काफी बड़ी और Mature हो चुकी होती है.और जो नई कंपनियां होती है.वो अपने आगे का फ्यूचर देखती है.और उसकी ग्रोथ में ही सारा प्रॉफिट लगाती है. क्युकी उनको फ्यूचर का कुछ पता नहीं होता. इसके अलावा दोस्तों ऐसा भी नहीं है. की जो कंपनियां डिविडेंड नहीं देती है. तो निवेशक को लाभ नहीं होता है.आपको बता दे की अगर कंपनी अपने लाभ को डिविडेंड देने की बजाय सही जगह लगाकर अपने बिजनेस की ग्रोथ को बढ़ाती जाएगी. तो उसका नेट प्रॉफिट भी बढ़ता रहेगा. इससे अगर लाभ बढ़ेगा तो फायदा भी इन्वेस्टर्स को ही मिलेगा. दोस्तों इसमें 2 तरीके से शेयर होल्डर्स को लाभ मिलेगा ― एक तो कंपनियों का लाभ बढ़ने से शेयर कीमत भी बढेगा और इसका प्रॉफिट शेयर होल्डर को ही मिलेगा.और दूसरा ये भी है की अगर वो कंपनी फ्यूचर में डिविडेंड देती है.तो वह आज के डिविडेंड से बहुत ज्यादा होगा. क्योंकि जब तक आने वाले समय में कंपनी बहुत बड़ी हो चुकी होगी और उसका प्रॉफिट भी बहुत ज्यादा हो चुका होगा.

Dividend 5 प्रकार के होते हैं-

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ज्यादातर कंपनियां Cash डिविडेंड ही देती है और इसी लिए बाकी सब डिविडेंड के बारे में जानने की कोई भी आवश्यकता नहीं है.

आपको बता दे की Cash dividend दो प्रकार के होते हैं―

Dividend का फार्मूला

Dividend = Current share price × dividend yield × number of shares-

आपको इस फार्मूले में डिविडेंड को कैलकुलेट करने के लिए आपको 3 चीज़े के बारे में जानना बहुत ज़रूरी है ―

एक तो आपको कंपनी का करंट मार्केट कीमत (CMP)पता होनी चाहिए

और दूसरा आपको , डिविडेंड यील्ड जो शेयर के चार्ट के नीचे छोटे अक्षरों में लिखी रहती है वो पता होनी चाहिए

और तीसरा आपको ये भी पता होना चाहिए की आपके पास कितने शेयर हैं और उनकी संख्या जो आप अपने डीमैट अकाउंट के पोर्टफोलियो में जाकर देख सकते हैं। वो भी पता होनी चाहिए

तो दोस्तों ये थी आपके लिए डिविडेंड से जुडी जानकारी जो हम आपके लिए लेकर आए थे ,ऐसी ही और भी जानकारी पाने के लिए हमारी वेबसाइट को सुब्स्क्राइब कीजिये और टेक्निकल कोर्स सीखने के लिए हमे कॉल या व्हाट्सअप कीजिए 9897563039

ये कंपनी दे रही है एक शेयर पर 850 रुपये का फायदा, निवेशक खबर सुन शेयर मार्केट में डिविडेंड क्या होता है कर उछल पड़े

शेयर मार्केट में आजकल ज्‍यादातर लोग निवेश करने लगे हैं, निवेशकों के लिए ये खबर बड़े काम ही है. चाहे आपने इस कंपनी का शेयर खरीद रखा हो या नहीं, लेकिन आपको ये जानना चाहिए कि आखिर ऐसी कौन सी कंपनी है, जो प्रति शेयर 850 रुपये का लाभांश दे रही है.

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Newz Fast New Delhi दरअसल, बाजार में लिस्टेड 3M इंडिया लिमिटेड (3M India Ltd) अपने शेयरधारकों को अंतरिम डिविडेंड देने की घोषणा कर चुकी है. आपको बता दें कि ये कंपनी अमेरिकी है, जो 3M कंपनी की सब्सिडियरी कंपनी है, ये भारत में व्यापार करती है.

कंपनी ने कुछ दिनों पहले ही अपने शेयरधारकों को अंतरिम डिविडेंड (Interim Dividend) देने का ऐलान किया था. ये डिविडेंड निवेशकों को मालामाल कर देगा, क्योंकि कंपनी की तरफ से प्रति शेयर 850 रुपये की दर से लाभांश दिया जा रहा है.

इसका मतलब यह है कि कंपनी ने अपने शेयरधारकों को 8500 फीसदी का अंतरिम लाभांश दिया है. ये जानकारी कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग के तहत दी है.

10 रुपए की फेस वैल्यू पर मिलेगा अंतरिम लाभांश

कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर ने बताया कि 850 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के आधार पर अंतरिम डिविडेंड दिया जाएगा. कंपनी के इक्विटी शेयरों की फेस वैल्यू 10 रुपये है और कंपनी ने 1 करोड़ 12 लाख 65 हजार 70 इक्विटी शेयरों पर अंतरिम डिविडेंड देने का ऐलान किया है. ये घोषणा 9 नवंबर को बोर्ड की बैठक में किया गया था.

कब है रिकॉर्ड डेट

कंपनी अपने शेयरधारकों को अंतरिम डिविडेंड 22 नवंबर 2022 तय देगी क्‍योंकि कंपनी ने रिकॉर्ड डेट यही दी थी. आपको बता दें कि रिकॉर्ड डेट वह होती है जो कंपनी को निवेशकों को चुनने में मदद करती है.

साधारण भाषा में कह सकते हैं कि इस दिन तक जिन शेयरहोल्डर्स के पास कंपनी के शेयर रहेंगे, उन्हें अंतरिम डिविडेंड का लाभ दिया मिलेगा यानी अगर शेयर मार्केट में डिविडेंड क्या होता है आप 22 नवंबर से पहले इस कंपनी के शेयर खरीद लेते हैं तो आपको अंतरिम डिविडेंड का लाभ मिलेगा.

कब है एक्स डेट ( 3M India Dividend)

किसी भी कंपनी के लिए एक्स डेट उसे कहा जाता है, जो रिकॉर्ड डेट से पहले होती है. इस कंपनी की रिकॉर्ड डेट 22 नवंबर है तो इसकी एक्स डेट, डिविडेंड डेट 21 नवंबर होगी यानी जिन शेयरधारकों के पास 21 नवंबर तक कंपनी के शेयर रहेंगे,

वे लोग अंतरिम डिविडेंड का फायदा उठा सकते हैं. आपको बता दें कि शेयर बाजार में T+1 का सेटलमेंट प्रोसेस होता है, यानी जिस दिन शेयरधारकों शेयर खरीदते हैं उसे एक ट्रेडिंग डे के बाद डीमैट अकाउंट में शो किया जाता है.

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