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क्या क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना कानूनी है?

क्या क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना कानूनी है?

Cryptocurrency Ban: क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग और माइनिंग पर लगेगा भारी जुर्माना, क्या होगी 10 साल तक की जेल?

केंद्र सरकार जल्द ही देश में क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग, माइनिंग और इसकी होल्डिंग को प्रतिबंधित करने के लिए सख्त कानून बनाने जा रही है

केंद्र सरकार जल्द ही देश में क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) की ट्रेडिंग, माइनिंग और इसकी होल्डिंग को प्रतिबंधित करने के लिए सख्त कानून बनाने जा रही है। इस मामले से जुड़े सरकारी सूत्रों ने समाचार एजेंसी रायटर्स को बताया कि सरकार क्रिप्टोकरेंसी को रखने, इसकी ट्रेडिंग और माइनिंग करने वालों पर भारी जुर्माना लगाएगी, साथ ही ऐसे लोगें को जेल की दवा भी खानी पड़ सकती है।

इस रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार क्रिप्टोकरेंसी को बैन करने के लिए जो कानून बनाने जा रही है, उसमें क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग, माइनिंग और इसकी होल्डिंग कानूनन जुर्म होगा। अगर संसद से क्रिप्टो को बैन करना वाला कानून डिजिटल करेंसी बिल, 2021 पास होता है तो भारत कानून बनाकर क्रिप्टोकरेंसी को बैन करने वाला पहला देश बन जाएगा।

आपको बता दें वर्ष 2019 में सरकार द्वारा गठित एक समिति ने क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग करने, इसे रखने, इसकी माइनिंग या इसे दूसरे व्यक्ति को ट्रांसफर करना वालों को 10 साल जेल की सजा देने की सिफारिश की थी। हालांकि, सूत्रों ने यह नहीं बताया कि प्राइवेट डिजिटल करेंसी को बैन करने वाले बिल में सजा का प्रावधान जोड़ा गया है या नहीं, लेकिन इस बिल को लेकर बातचीत अंतिम चरण में है।

निवेशकों को इससे बाहर निकलने का मौका मिलेगा

क्रिप्टोकरेंसी को बैन करने के प्रस्तावित बिल में यह प्रावधान किया गया है कि भारतीय कंपनियां और आम लोग डिजिटल करेंसी के तौर पर संपत्ति इकट्ठा नहीं कर पाएंगे। हालांकि, बिटकॉइन जैसी निजी क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगाने से पहले केंद्र सरकार इसके निवेशकों को इससे बाहर निकलने का मौका देगी, लेकिन क्रिप्टो ऐसेट्स को वैध यानी लीगल करने के लिए निवेशकों को भारी पेनाल्टी चुकानी होगी।

अभी फाइनलाइज नहीं हुआ है बिल

डिजिटल करेंसी बिल, 2021 को अभी फाइनलाइज किया जाना बाकी है। वित्त मंत्रलाय के सूत्रों ने बताया कि इस बिल क्रिप्टो ऐसेट्स से एग्जिट करने और इसे लीगलाइज करने के लिए कितना जुर्माना भरना होगा यह अभी तय नहीं है। डिजिटल करेंसी बिल का मकसद RBI द्वारा जारी की जाने वाली आधिकारिक डिजिटल करेंसी या सरकारी क्रिप्टोकरेंसी के निर्माण के कानूनी रास्ता तैयार करना है।

सरकार के नजरिए में बदलाव के संकेत

केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने पिछले सप्ताह कहा था कि केंद्र सरकार खुले मन से नई टेक्नोलॉजी को एक्सप्लोर करने के साथ उनका मूल्यांकन करने और इन्हें प्रोत्साहित करने के लिए तैयार है और इस नई टेक्नोलॉजी में क्रिप्टोकरेंसी भी शामिल है। अनुराग ठाकुर ने कहा कि ब्लॉकचेन नई उभरती हुई तकनीक है। अनुराग ठाकुर के इस बयान को क्रिप्टोकरेंसी पर सरकार के नजरिए में बदलाव के तैर पर देखा गया। एक्सपर्ट्स बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी को भविष्य की करेंसी कहते हैं।

रिकॉर्ड ऊंचाई पर बिटक्वाइन

भारत में क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगने की खबरें ऐसे समय में आ रही है जब दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वाइन (Bitcoin) की कीमतों में जबरदस्त उछाल आई और शनिवार को पहली बार यह सभी रिकॉर्ड तोड़ते हुए 60,000 डॉलर के पार पहुंच गई। रविवार को इसमें और तेजी आई और एक बिटक्वाइन की कीमत 61,556 डॉलर यानी 44.77 रुपये तक पहुंच गई।

मार्च, 2020 में एक Bitcoin की कीमत केवल 5000 डॉलर थी जो अब 61 हजार डॉलर के पार हो गई है। यानी एक साल में Bitcoin की कीमतों में 1100% से अधिक उछाल आई है। आज सुबह 10.30 बजे Bitcoin 59,915 डॉलर पर ट्रेड कर रही थी।

crypto पर सरकार कैसे वसूलेगी टैक्स और क्या पूरे क्रिप्टो निवेश पर देना होगा कर? जानिए इससे जुड़े हर सवाल का जवाब

बिजनेस डेस्क: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस बार बजट में एक बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि भारत में अब डिजिटल ऐसेट (इसमें क्रिप्टोकरेंसी भी शामिल) पर भी टैक्स लगेगा। क्रिप्टोबाजार में दिलचस्पी दिखाने वाले लोगों ने इस कदम का स्वागत किया क्योंकि यह देश में लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी जैसे बिटकॉइन, एथेरियम और अन्य को एक तरह से कानूनी दर्जा देता है। हालांकि, इसके बाद वित्त मंत्री ने जब कहा कि सभी क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली आय पर 30 प्रतिशत तक का भारी कर लगेगा, तो ये कई लोगों को निराश कर गया। दरअसल यह म्युचुअल फंड या यहां तक ​​कि शेयरों से होने वाली आय पर आप जितना भुगतान करते हैं, उससे भी कहीं अधिक है।

हालांकि बजट भाषण के बाद सरकार की ओर से ये भी साफ किया गया कि क्रिप्टो पर नुकसान होता है तो अन्य ऐसेट के जरिए भरपाई की कोई व्यवस्था नहीं है। वित्त मंत्री ने डिजिटल संपत्ति के लेन-देन पर एक प्रतिशत टीडीएस लगाने का भी प्रस्ताव किया। सीतारमण ने लोकसभा में वित्त वर्ष 2022-23 का बजट पेश करते हुए कहा कि क्रिप्टो और डिजिटल संपत्तियों में उपहार पर कर लगेगा। संसद में बजट पारित होने के बाद कर प्रस्ताव एक अप्रैल से अमल में आएगा। निर्मला सीतारमण की ओर से क्रिप्टो पर लगाए गए टैक्स को लेकर घोषणाओं के बाद अब भी कई सवाल इसका इस्तेमाल कर रहे लोगों के मन में घूम रहे हैं।

आइए आज हम आपको इसके बारे में विस्तार से जानकारी देने की कोशिश करते हैं-

क्रिप्टोकरेंसी पर कैसे लगेगा टैक्स
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली आय पर 30 प्रतिशत कर लगाया जाएगा। उदाहरण के लिए यदि आप अपने बिटकॉइन बेचकर 100 रुपए कमाते हैं, तो आपको सरकार को क्रिप्टो टैक्स के रूप में 30 रुपए का भुगतान करना होगा। इंडिया टुडे के अनुसार सेबी के पंजीकृत वित्तीय सलाहकार जितेंद्र सोलंकी का मानना ​​है कि क्रिप्टोकरेंसी पर 30 प्रतिशत कर लगाकर सरकार क्रिप्टो निवेश को संभवत: हतोत्साहित करना चाहती है।

क्या मुझे अपने पूरे क्रिप्टो निवेश पर टैक्स का भुगतान करना होगा?
नहीं, आपको केवल अपनी आय या क्रिप्टोकरेंसी से लाभ पर ही कर का भुगतान करना होगा। उदाहरण के लिए यदि आपने 5,000 रुपए की क्रिप्टोकरेंसी खरीदी है और 5,500 रुपये में बेचते हैं तो केवल 500 रुपये पर 30 प्रतिशत कर लगेगा, न कि पूरे निवेश पर ये लागू होगा।

लॉन्ग टर्म लॉस के खिलाफ सेट ऑफ का क्या मतलब है?
मौजूदा आयकर कानून करदाताओं को लंबी अवधि के पूंजीगत लाभ में अपने दीर्घकालिक नुकसान को समायोजित करने की अनुमति देते हैं। दूसरे शब्दों में यह करदाताओं को उनके दीर्घकालिक लाभ पर कर का भुगतान करने से छूट देता है। हालांकि, क्रिप्टो आय के मामले में ऐसा संभव नहीं होगा।

अगर मैंने किसी को बिटकॉइन गिफ्ट किया है तो
नहीं, वित्त मंत्री ने साफ किया है कि केवल क्रिप्टोकरेंसी प्राप्त करने वाले व्यक्ति पर कर लगाया जाएगा। इसलिए अगर आप अपने दोस्त को 1 बिटकॉइन गिफ्ट कर रहे हैं तो उसे उस ट्रांजैक्शन पर टैक्स देना होगा।

कौन से लेनदेन पर 1% TDS लगेगा?
वित्त मंत्री ने स्पष्ट किया कि होने वाले सभी क्रिप्टो लेन-देन पर 1 प्रतिशत कर कटौती होगी।

क्या टैक्स का मतलब है कि क्रिप्टो करेंसी को सरकार ने मान्यता दे दी?
नहीं, भारत में अभी भी कोई क्रिप्टो को लेकर कोई कानून नहीं है। टैक्स लगाने का मतलब है कि यह क्रिप्टो लेनदेन को वैधता देता है और सरकार ऐसे में सभी लेनदेन की निगरानी कर सकती है। आसान शब्दों में, यह भारत में क्रिप्टोकरेंसी को वैध बनाता है।

क्या बिटकॉइन अब एक मुद्रा है?
नहीं, वित्त मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया है कि केवल भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी डिजिटल मुद्रा को मुद्रा के रूप में मान्यता दी जाएगी। बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी को केवल डिजिटल संपत्ति के रूप में वर्गीकृत किया गया है। इसका मतलब है कि जब आप उनमें निवेश कर सकते हैं, तो उनका उपयोग चीजों को खरीदने के लिए नहीं किया जा सकता है।

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क्रिप्टोकरेंसी क्या है? सब कुछ जो आपको जानना आवश्यक है

क्रिप्टोकरेंसी क्या है? सब कुछ जो आपको जानना आवश्यक है

क्रिप्टोकरेंसी में निवेश अब व्यापक रूप से एक वैध निवेश विकल्प के रूप में देखा जाता है। यदि आप अपने पोर्टफोलियो में किसी को शामिल करना चाहते हैं तो हो सकता है कि आपको पता न हो कि कहां से शुरू करें और यह सुनिश्चित नहीं है कि कहां से शुरू करें। आपको आरंभ करने के लिए यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं।

यदि आप इस बारे में और अधिक समझना चाहते हैं कि क्रिप्टोकरेंसी क्या है और यह कैसे काम करती है, तो पढ़ते रहें।

क्रिप्टोकरेंसी क्या है?

पारंपरिक मुद्राओं के विपरीत, क्रिप्टोकरेंसी (या “क्रिप्टो”) पेमेंट का एक रूप है जिसे स्वीकार करने के लिए सरकार या बैंक जैसे केंद्रीय प्राधिकरण की अनुमति की आवश्यकता नहीं होती है। परंपरागत धन की तुलना में, क्रिप्टोग्राफ़िक विधियों का उपयोग करके क्रिप्टोकरेंसी उत्पन्न होते हैं जो किसी को भी आत्मविश्वास से हासिल करने, बेचने और व्यापार करने में सक्षम बनाता है।

जबकि सिक्कों क्या क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना कानूनी है? का उपयोग उत्पादों और सेवाओं को प्राप्त करने और बेचने के लिए किया जा सकता है, वे अक्सर पैसे जमा करने के लिए उपयोग किए जाते हैं। कुछ विकेंद्रीकृत वित्तीय नेटवर्क लेनदेन के लिए डिजिटल टोकन के उपयोग की अनुमति देते क्या क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना कानूनी है? हैं, और बिटकॉइन इस प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

क्रिप्टो में निवेश कैसे शुरू करें?

आरंभ करने के लिए, आपको एक बिटकॉइन एक्सचेंज खाता खोलना होगा और जमा करना होगा। अधिकांश स्टॉक ब्रोकरों द्वारा क्रिप्टो ट्रेडिंग की अनुमति नहीं है। इसके बारे में जाने का एकमात्र तरीका एक क्रिप्टोकरेंसी खरीदना है जो उस एक्सचेंज द्वारा समर्थित है जिसे आप उपयोग करना चाहते हैं।

अपने खाते में फिएट मनी जोड़ने के बाद, आप क्रिप्टोकरेंसी खरीदने में सक्षम होंगे। स्टॉक एक्सचेंज पर ऑर्डर खरीदना और बेचना स्टॉक मार्केट में ऑर्डर खरीदने और बेचने के बराबर है। एक्सचेंज आपके खरीद ऑर्डर को किसी अन्य पार्टी द्वारा सबमिट किए गए सेल ऑर्डर के साथ मिलान करके लेनदेन को निष्पादित करेगा। आपके बिटकॉइन को एक कस्टोडियल वॉलेट में तब तक रखा जाएगा जब तक आप उन्हें एक्सचेंज से पुनः प्राप्त करने में सक्षम नहीं हो जाते।

बिटकॉइन प्राप्त करना एक सरल और बुनियादी प्रक्रिया है। बिटकॉइन में निवेश करने वालों को बाजार की अस्थिर परिस्थितियों के लिए तैयार रहना चाहिए। बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी की तुलना में, स्टॉक और निवेश कम अस्थिर हैं। वित्तीय बाजारों के लिए 10% या उससे अधिक के मूल्य परिवर्तन होना बहुत दुर्लभ है।

समय के साथ, एक निश्चित क्रिप्टोकरेंसी, या संपूर्ण क्रिप्टो परिसंपत्ति वर्ग के लिए आपका पोर्टफोलियो आवंटन प्रभावित होगा। क्रिप्टोकरेंसी कीमतों की उच्च अस्थिरता के आलोक में, अपने निवेश पोर्टफोलियो में विविधता लाना आवश्यक है। यदि आपकी संपत्ति इन मापदंडों से बाहर जाने लगती है, तो उन्हें आपको वापस कर दिया जाना चाहिए।

क्रिप्टोकरेंसी में निवेश के लाभ और नुकसान

क्रिप्टो निवेश के कई फायदे हैं, जिनमें निम्नलिखित शामिल हैं:

  • क्रिप्टोकरेंसी की कीमतें पारंपरिक परिसंपत्ति मूल्यांकन से तार्किक रूप से असंबद्ध हैं।
  • जैसे-जैसे तकनीक की लोकप्रियता बढ़ती है, क्रिप्टोकरेंसी निवेश पर लाभ नाटकीय रूप से बढ़ा है। कई उत्तरदाताओं का मानना ​​है कि एक अच्छा बिटकॉइन निवेश एक अच्छे स्टॉक निवेश से बेहतर प्रदर्शन करेगा।
  • स्टॉक के विपरीत, आप अन्य उद्देश्यों के लिए कुछ क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, बिटकॉइन एक डिजिटल मुद्रा है जिसका उपयोग सामान और सेवाओं को खरीदने के लिए किया जा सकता है। अन्य टोकन का उपयोग परियोजनाओं तक पहुंच प्राप्त करने या सेवाओं पर छूट अर्जित करने के लिए भी किया जा सकता है।

दूसरी ओर, निवेशकों को काफी कमियों का सामना करना पड़ता है:

  • उद्योग के सीमित नियमों के कारण, आपके पास वही सुरक्षा उपाय नहीं होंगे जो आपके पास भारी विनियमित शेयर बाजार में होंगे। यदि आपका खाता हैक हो जाता है, तो आप अपना पूरा निवेश खो सकते हैं। यदि आपके द्वारा खरीदी गई मुद्रा एक धोखा है, तो आपको अपना पैसा वापस नहीं मिल सकता है। विनियमन बढ़ने से कुछ क्रिप्टोकरेंसी की मांग कम हो सकती है। इससे निवेश जोखिम बढ़ जाता है।
  • क्रिप्टोकरेंसी का मूल्य एक ही दिन में काफी हद तक बदल सकता है। इसे एक कारण से “उच्च अस्थिरता” कहा जाता है। कुछ निवेशकों को बार-बार और बड़ी कीमत भिन्नताओं का सामना करना मुश्किल हो सकता है।

नौसिखिया निवेशक के रूप में निवेश करने के लिए सर्वश्रेष्ठ क्रिप्टोकरेंसी का चयन

अब जब आपने परिभाषित कर दिया है कि क्रिप्टोकरेंसी क्या है, तो यह सबसे अधिक निवेश करने वाली उपयुक्त संपत्ति पर विचार करने का समय है। एक नए बिटकॉइन निवेशक के रूप में किसी न किसी हीरे को खोजने की कोशिश करना एक घटिया विचार है। नई क्रिप्टोकरेंसी के साथ प्रयोग करने से पहले, अधिक स्थापित लोगों का पालन करना समझदारी है जिनके पास पहले से ही एक बड़ा समुदाय है। हाथ में इस ज्ञान के साथ, आप बेहतर समझ सकते हैं कि क्रिप्टोकरेंसी निवेश कैसे काम करता है और यह आपकी समग्र निवेश रणनीति में कैसे फिट बैठता है।

शुरू करने के लिए, बिटकॉइन (BTC) एक बहुत ही उपयोगकर्ता के अनुकूल क्रिप्टोकुरेंसी है। प्रत्येक क्रिप्टो एक्सचेंज बिटकॉइन ट्रेडिंग प्रदान करेगा। तथ्य यह है कि बिटकॉइन को मान्य किया गया है यह सुनिश्चित करता है कि आपको वही मिल रहा है जो आपने पेमेंट किया था। इसमें कुछ खास नहीं है; यह सिर्फ डिजिटल मुद्रा है। हालांकि, चूंकि यह पहली बार बाजार में आया था, इसलिए इसे व्यापक स्वीकृति मिली है। बिटकॉइन की प्रतिस्पर्धा में इस हद तक बढ़त है कि इसे वास्तव में व्यापार के साधन के रूप में उपयोग किया जा सकता है।

Ethereum (ETH) एक और क्रिप्टोकरेंसी है जो नवागंतुकों के लिए उपयुक्त है। अधिकांश भाग के लिए, DeFi पहल, स्मार्ट अनुबंध बनाने और एक मध्यवर्ती प्राधिकरण की आवश्यकता के बिना वित्तीय सेवाओं को वितरित करने के लिए Ethereum की ब्लॉकचेन तकनीक का उपयोग करती है। ब्लॉकचैन में एक स्मार्ट अनुबंध जोड़ने के लिए, उपयोगकर्ता को ईथर खर्च करना होगा। जैसे-जैसे DeFi ऐप्स का उपयोग करने वाले व्यक्तियों की संख्या बढ़ेगी, ईथर की मांग भी बढ़ेगी।

कार्डानो (ADA) पहली बार क्रिप्टो निवेशकों के लिए विचार करने के लिए तीसरा विकल्प हो सकता है। कार्डानो ब्लॉकचैन पर ब्लॉकों को मान्य करने के लिए प्रूफ-ऑफ-स्टेक तंत्र का उपयोग करके एथेरियम के अधिक ऊर्जा-कुशल विकल्प के रूप में खुद को अलग करता है। नतीजतन, एथेरियम की तुलना में लेनदेन करना अब काफी अधिक किफायती है। कार्डानो टोकन की कुल आपूर्ति भी बिटकॉइन के समान ही सीमित है। नतीजतन, एक संभावना है कि भविष्य में आपूर्ति में कटौती की जा सकती है, जिसके परिणामस्वरूप कीमतों में वृद्धि हो सकती है।

क्रिप्टो का भविष्य क्या है?

आभासी मुद्राओं की लोकप्रियता में वृद्धि जारी है, और विशेषज्ञ क्रिप्टोकरेंसी और खनन के भविष्य के बारे में आशावादी हैं। इस उदाहरण में, कई विशेषज्ञों का अनुमान है कि आभासी धन, विशेष रूप से बिटकॉइन, अगले कुछ महीनों में तेजी से घटने से पहले तेजी से बढ़ेगा। अन्य विशेषज्ञों का अनुमान है कि आभासी मुद्रा कुछ और वर्षों तक निवेशकों के लिए एक सम्मानजनक आय प्रदान करना जारी रखेगी।

क्रिप्टोकरेंसी क्या है? सब कुछ जो आपको जानना आवश्यक है

क्रिप्टोकरेंसी क्या है? सब कुछ जो क्या क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना कानूनी है? आपको जानना आवश्यक है

क्रिप्टोकरेंसी में निवेश अब व्यापक रूप से एक वैध निवेश विकल्प के रूप में देखा जाता है। यदि आप अपने पोर्टफोलियो में किसी को शामिल करना चाहते हैं तो हो सकता है कि आपको पता न हो कि कहां से शुरू करें और यह सुनिश्चित नहीं है कि कहां से शुरू करें। आपको आरंभ करने के लिए यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं।

यदि आप इस बारे में और अधिक समझना चाहते हैं कि क्रिप्टोकरेंसी क्या है और यह कैसे क्या क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना कानूनी है? काम करती है, तो पढ़ते रहें।

क्रिप्टोकरेंसी क्या है?

पारंपरिक मुद्राओं के विपरीत, क्रिप्टोकरेंसी (या “क्रिप्टो”) पेमेंट का एक रूप है जिसे स्वीकार करने के लिए सरकार या बैंक जैसे केंद्रीय प्राधिकरण की अनुमति की आवश्यकता नहीं होती है। परंपरागत धन की तुलना में, क्रिप्टोग्राफ़िक विधियों का उपयोग करके क्रिप्टोकरेंसी उत्पन्न होते हैं जो किसी को भी आत्मविश्वास से हासिल करने, बेचने और व्यापार करने में सक्षम बनाता है।

जबकि सिक्कों का उपयोग उत्पादों और सेवाओं को प्राप्त करने और बेचने के लिए किया जा सकता है, वे अक्सर पैसे जमा करने के लिए उपयोग किए जाते हैं। कुछ विकेंद्रीकृत वित्तीय नेटवर्क लेनदेन के लिए डिजिटल टोकन के उपयोग की अनुमति देते हैं, और बिटकॉइन इस प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

क्रिप्टो में निवेश कैसे शुरू करें?

आरंभ करने के लिए, आपको एक बिटकॉइन एक्सचेंज खाता खोलना होगा और जमा करना होगा। अधिकांश स्टॉक ब्रोकरों द्वारा क्रिप्टो ट्रेडिंग की अनुमति नहीं है। इसके बारे में जाने का एकमात्र तरीका एक क्रिप्टोकरेंसी खरीदना है जो उस एक्सचेंज द्वारा समर्थित है जिसे आप उपयोग करना चाहते हैं।

अपने खाते में फिएट मनी जोड़ने के बाद, आप क्रिप्टोकरेंसी खरीदने में सक्षम होंगे। स्टॉक एक्सचेंज पर ऑर्डर खरीदना और बेचना स्टॉक मार्केट में ऑर्डर खरीदने और बेचने के बराबर है। एक्सचेंज आपके खरीद ऑर्डर को किसी अन्य पार्टी द्वारा सबमिट किए गए सेल ऑर्डर के साथ मिलान करके लेनदेन को निष्पादित करेगा। आपके बिटकॉइन को एक कस्टोडियल वॉलेट में तब तक रखा जाएगा जब तक आप उन्हें एक्सचेंज से पुनः प्राप्त करने में सक्षम नहीं हो जाते।

बिटकॉइन प्राप्त करना एक सरल और बुनियादी प्रक्रिया है। बिटकॉइन में निवेश करने वालों को बाजार की अस्थिर परिस्थितियों के लिए तैयार रहना चाहिए। बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी की तुलना में, स्टॉक और निवेश कम अस्थिर हैं। वित्तीय बाजारों के लिए 10% या उससे अधिक के मूल्य परिवर्तन होना बहुत दुर्लभ है।

समय के साथ, एक निश्चित क्रिप्टोकरेंसी, या संपूर्ण क्रिप्टो परिसंपत्ति वर्ग के लिए आपका पोर्टफोलियो आवंटन प्रभावित होगा। क्रिप्टोकरेंसी कीमतों की उच्च अस्थिरता के आलोक में, अपने निवेश पोर्टफोलियो में विविधता लाना आवश्यक है। यदि आपकी संपत्ति इन मापदंडों से बाहर जाने लगती है, तो उन्हें आपको वापस कर दिया जाना चाहिए।

क्रिप्टोकरेंसी में निवेश के लाभ और नुकसान

क्रिप्टो निवेश के कई फायदे हैं, जिनमें निम्नलिखित शामिल हैं:

  • क्रिप्टोकरेंसी की कीमतें पारंपरिक परिसंपत्ति मूल्यांकन से तार्किक रूप से असंबद्ध हैं।
  • जैसे-जैसे तकनीक की लोकप्रियता बढ़ती है, क्रिप्टोकरेंसी निवेश पर लाभ नाटकीय रूप से बढ़ा है। कई उत्तरदाताओं का मानना ​​है कि एक अच्छा बिटकॉइन निवेश एक अच्छे स्टॉक निवेश से बेहतर प्रदर्शन करेगा।
  • स्टॉक के विपरीत, आप अन्य उद्देश्यों के लिए कुछ क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, बिटकॉइन एक डिजिटल मुद्रा है जिसका उपयोग सामान और सेवाओं को खरीदने के लिए किया जा सकता है। अन्य टोकन का उपयोग परियोजनाओं तक पहुंच प्राप्त करने या सेवाओं पर छूट अर्जित करने के लिए भी किया जा सकता है।

दूसरी ओर, निवेशकों को काफी कमियों का सामना करना पड़ता है:

  • उद्योग के सीमित नियमों के कारण, आपके पास वही सुरक्षा उपाय नहीं होंगे जो आपके पास भारी विनियमित शेयर बाजार में होंगे। यदि आपका खाता हैक हो जाता है, तो आप अपना पूरा निवेश खो सकते हैं। यदि आपके द्वारा खरीदी गई मुद्रा एक धोखा है, तो आपको अपना पैसा वापस नहीं मिल सकता है। विनियमन बढ़ने से कुछ क्रिप्टोकरेंसी की मांग कम हो सकती है। इससे निवेश जोखिम बढ़ जाता है।
  • क्रिप्टोकरेंसी का मूल्य एक ही दिन में काफी हद तक बदल सकता है। इसे एक कारण से “उच्च अस्थिरता” कहा जाता है। कुछ निवेशकों को बार-बार और बड़ी कीमत भिन्नताओं का सामना करना मुश्किल हो सकता है।

नौसिखिया निवेशक के रूप में निवेश करने के लिए सर्वश्रेष्ठ क्रिप्टोकरेंसी का चयन

अब जब आपने परिभाषित कर दिया है कि क्रिप्टोकरेंसी क्या है, तो यह सबसे अधिक निवेश करने वाली उपयुक्त संपत्ति पर विचार करने का समय है। एक नए बिटकॉइन निवेशक के रूप में किसी न किसी हीरे को खोजने की कोशिश करना एक घटिया विचार है। नई क्रिप्टोकरेंसी के साथ प्रयोग करने से पहले, अधिक स्थापित लोगों का पालन करना समझदारी है जिनके पास पहले से ही एक बड़ा समुदाय है। हाथ में इस ज्ञान के साथ, आप बेहतर समझ सकते हैं कि क्रिप्टोकरेंसी निवेश कैसे काम करता है और यह आपकी समग्र निवेश रणनीति में कैसे फिट बैठता है।

शुरू करने के लिए, बिटकॉइन (BTC) एक बहुत ही उपयोगकर्ता के अनुकूल क्रिप्टोकुरेंसी है। प्रत्येक क्रिप्टो एक्सचेंज बिटकॉइन ट्रेडिंग प्रदान करेगा। तथ्य यह है कि बिटकॉइन को मान्य किया गया है यह सुनिश्चित करता है कि आपको वही मिल रहा है जो आपने पेमेंट किया था। इसमें कुछ खास नहीं है; यह सिर्फ डिजिटल मुद्रा है। हालांकि, चूंकि यह पहली बार बाजार में आया था, इसलिए इसे व्यापक स्वीकृति मिली है। बिटकॉइन की प्रतिस्पर्धा में इस हद तक बढ़त है कि इसे वास्तव में व्यापार के साधन के रूप में उपयोग किया जा सकता है।

Ethereum (ETH) एक और क्रिप्टोकरेंसी है जो नवागंतुकों के लिए उपयुक्त है। अधिकांश भाग के लिए, DeFi पहल, क्या क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना कानूनी है? स्मार्ट अनुबंध बनाने और एक मध्यवर्ती प्राधिकरण की आवश्यकता के बिना वित्तीय सेवाओं को वितरित करने के लिए Ethereum की ब्लॉकचेन तकनीक का उपयोग करती है। ब्लॉकचैन में एक स्मार्ट अनुबंध जोड़ने के लिए, उपयोगकर्ता को ईथर खर्च करना होगा। जैसे-जैसे DeFi ऐप्स का उपयोग करने वाले व्यक्तियों की संख्या बढ़ेगी, ईथर की मांग भी बढ़ेगी।

कार्डानो (ADA) पहली बार क्रिप्टो निवेशकों के लिए विचार करने के लिए तीसरा विकल्प हो सकता है। कार्डानो ब्लॉकचैन पर ब्लॉकों को मान्य करने के लिए प्रूफ-ऑफ-स्टेक तंत्र का उपयोग करके एथेरियम के अधिक ऊर्जा-कुशल विकल्प के रूप में खुद को अलग करता है। नतीजतन, एथेरियम की तुलना में लेनदेन करना अब काफी अधिक किफायती है। कार्डानो टोकन की कुल आपूर्ति भी बिटकॉइन के समान ही सीमित क्या क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना कानूनी है? है। नतीजतन, एक संभावना है कि भविष्य में आपूर्ति में कटौती की जा सकती है, जिसके परिणामस्वरूप कीमतों में वृद्धि हो सकती है।

क्रिप्टो का भविष्य क्या है?

आभासी मुद्राओं की लोकप्रियता में वृद्धि जारी है, और विशेषज्ञ क्रिप्टोकरेंसी और खनन के भविष्य के बारे में आशावादी हैं। इस उदाहरण में, कई विशेषज्ञों का अनुमान है कि आभासी धन, विशेष रूप से बिटकॉइन, अगले कुछ महीनों में तेजी से घटने से पहले तेजी से बढ़ेगा। अन्य विशेषज्ञों का अनुमान है कि आभासी मुद्रा कुछ और वर्षों तक निवेशकों के लिए एक सम्मानजनक आय प्रदान करना जारी रखेगी।

Bitcoin पर लग सकता है बैन, जेल का भी प्रावधान? एक्सपर्ट से जानिए

सरकार क्रिप्टोकरेंसियों में प्रयुक्त ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करना चाहती है.

Bitcoin पर लग सकता है बैन, जेल का भी प्रावधान? एक्सपर्ट से जानिए

बिटकॉइन लगातार खबरों में बना हुआ है. डिजिटल करेंसी में एक तरफ हर दिन नए शिखर बन रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर सरकार की तरफ से क्रिप्टोकरेंसी पर पाबंदी को लेकर भी खबरों का बाजार गर्म है. अब न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि भारत में बिटकॉइन समेत सारी क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध की तैयारी पूरी हो चुकी है.

क्या है खबर?

न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने 15 मार्च को क्रिप्टोकरेंसी पर बन रहे नए कानून से जुड़ी खबर रखने वाले करीबी सूत्र के हवाले से बताया कि भारत सरकार क्रिप्टोकरेंसी को रखने, जारी करने, माइन करने, इसमें व्यापार तथा इसके हस्तांतरण को क्रिमिनल गतिविधि बनाने के लिए कानून लाने वाली है. खबर के मुताबिक यह प्रक्रिया अपने आखिरी चरण में है. अगर ऐसा कानून आता है तो बिटकॉइन और बाकी क्रिप्टो निवेशकों को कानून में तय की जाने वाली सजा हो सकती है.

सरकार की तरफ से क्या हैं संकेत?

बिटकॉइन और इस तरह की अन्य डिजिटल करेंसी पर प्रतिबंध लगाए जाने की निवेशकों को पहले से आशंका थी. हालांकि, हाल में सरकार की तरफ से दिए गए बयानों से इन्वेस्टर्स को थोड़ी राहत भी मिली.

सरकार क्रिप्टोकरेंसी, ब्लॉकचेन या फिनटेक के लिए सारे रास्ते नहीं बंद कर रही है. सुप्रीम कोर्ट ने क्रिप्टोकरेंसी के बारे में बात की है. RBI अपनी तरफ से ऑफिशियल डिजिटल करेंसी पर विचार कर सकता है. हमारी तरफ से यह स्पष्ट है कि हम सारे रास्ते नहीं बंद कर रहे.

केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर भी ने 6 मार्च को क्रिप्टोकरेंसी पर कहा था कि 'हमें नए आइडिया को खुले दिमाग से बढ़ावा देना चाहिए.'

निर्मला सीतारमण ने CNBC-TV18 से बातचीत में यह भी कहा कि सरकार डिजिटल वर्ल्ड और क्रिप्टोकरेंसी में संभव प्रयोग के विकल्पों को भी देख रही है.

RBI समेत विश्व के कई केंद्रीय बैंकों ने अपनी डिजिटल करेंसी लाने के संकेत दिए हैं. ऐसी मुद्राओं को सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) कहा जा रहा है.

वर्तमान निवेशकों पर क्या पड़ेगा असर?

अनुमान के मुताबिक वर्तमान में भारत में करीब 80 लाख लोग क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर रहे हैं. निवेश की कुल वैल्यू 100 अरब रुपये के करीब हो सकती है. खबर के मुताबिक ऐसे निवेशकों को प्रतिबंध के बाद क्रिप्टोकरेंसी निवेश से निकलने के लिए 6 महीनों का समय दिया जा सकता है. इससे पहले ब्लूमबर्ग क्विंट ने भी अपनी फरवरी की रिपोर्ट में इसका जिक्र किया था. इस समय सीमा में निवेश से नहीं निकलने पर इन्वेस्टर्स पर जुर्माना लगाया जाएगा.

2018 में RBI के बैंकों को निर्देश से भारत में क्रिप्टोकरेंसी में निवेश लगभग रुक गया था. हालांकि सर्वोच्च न्यायालय ने मार्च 2020 में RBI के सर्कुलर को खारिज कर दिया जिससे निवेशकों के लिए क्रिप्टोकरेंसी में निवेश का रास्ता फिर खुल गया.

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