कितना सोना है

सोने को साथ लेकर यात्रा करते समय यह जानकारी अवश्य रखें
स्वर्ण की चमक सीमा पार तक जाती है, परंतु आपको इन सीमाओं को पार करते समय सावधान रहने की आवश्यकता है! पर्यटक और घूमने के शौकीनों को अक्सर प्रश्नों का सामना करना पड़ता है यदि उनके साथ सोना मौजूद हो! क्या भारी मात्रा में सोना लेकर सीमा पार करना कानूनी रुप से सही है? क्या आपको इस बारे में हवाई अड्डे के अधिकारियों को जानकारी देनी चाहिये? इन दोनो प्रश्नों का उत्तर है हां! आप बहुमूल्य धातु साथ लेकर यात्रा कर सकते हैं जिसमें सोना भी शामिल है। परंतु यदि वह किसी विशेष सीमा से अधिक है, तब आपको कस्टम्स के सामने उसे घोषित करना होगा। यहां वो सारी जानकारी दी गई है जो आपके लिये जानना आवश्यक है।
भारत में यात्रा के दौरान स्वर्ण पर कस्टम ड्यूटी
भारत में आपको सोने के आभूषणों पर कोई कस्टम ड्यूटी नही देनी होती है परंतु गोल्ड बार, बिस्किट और सिक्कों पर ड्यूटी देय है। ड्यूटी मुक्त छूट पुरुषों के लिये रु. 50000 तक और महिलाओं के लिये रु.1 लाख तक है। भारत कितना सोना है से बाहर छ: माह या अधिक समय तक रहने वाले भारतीय अपने साथ 1 किलो सोना तक ला सकते हैं। लेकिन इसके ऊपर कस्टम ड्यूटी लागू होती है। पर्यटक फिलहाल 10% स्वण ड्यूटी देते हैम। यह उस लागू सीमा के स्वर्ण पर जारी की जाती है जिसे ग्राहक स्वयं ले जा सकते हैं।
यदि आपने अपने साथ 1 किलो से अधिक स्वर्ण रखा है, तब क्या होता ह? तब आपको एक किलो से अधिक की रकम पर 36.05 की दर से ड्यूटी देनी होती है। कस्टम के अधिकारी बिना किसी कारण के आपसे आपका स्वर्ण नही ले सकते। आपको सिर्फ इतना करना कितना सोना है है कि कस्टम अधिकारियों के सामने सही और विस्तारित जानकारी दें। स्वर्ण को देश में और देश के बाहर लेकर कितना सोना है जाने में कोई परेशानी नही होती है।
स्वर्ण को भारत से बाहर ले जाने संबंधी नियम
यदि आप भारत में स्वर्ण के आभूषण खरीदते हैं और उन्हे अपने साथ विदेश में लेकर जाते हैं, तब आपको उनपर कस्टम ड्यूटी नही देनी होगी। यह स्वाभाविक ही कि जो आभूषण भारत से बाहर ले जाए जा रहे हैं उनका इस्तेमाल व्यक्तिगत स्वरुप में हो कितना सोना है रहा हो, न कि व्यावसायिक स्वरुप में। साथ ही, इसे आप अपने लगेज में नही ले जा सकते। भारत से बाहर, इस तरह से स्वर्ण ले जाने के लिये कोई मात्रा की सीमा नही है। लेकिन जब आप उसे भारत में वापस लाते हैं, तब आपको उसपर ड्यूटी देनी होती है। इस स्थिति से बचने के लिये, आप कस्टम्स से एक कितना सोना है एक्स्पोर्ट प्रमाण पत्र ले सकते हैं। इसमें उन सभी आभूषणों की जानकारी होती है जिन्हे आप भारत से बाहर ले जा रहे हैं। इसलिये वापस आते समय उन्ही सामानों पर आपको ड्युटी देने की आवश्यकता नही होती है। भारत से बाहर जाते समय, भारत में खरीदे गए स्वर्ण आभूषणों की रसीद साथ में रखी जानी चाहिये क्योंकि इस बारे में कस्टम्स कितना सोना है द्वारा सवाल पूछे जा सकते हैं।
भारत से स्वर्ण बाहर ले जाते समय विविध नियम लागू होते हैं। यह निर्भर करता है कि आप किस देश की यात्रा कर रहे हैं। अनचाही परिस्थितियों से बचने के लिये, आप जिस देश में जा रहे हैं, उसमें लागू नियमों के बारे में जान लें। एयरलाईन की वेबसाईट का देश की वेबसाईट पर यह जानकारी होती है कि आप उस देश में कितना सोना ले जा सकते हैं, आपको उसके लिये कौन से कानूनी दस्तावेजों की जरुरत होगी, कस्टम ड्यूटी आदि लागू होने की प्रक्रिया, साथ ही इन बहुमूल्य वस्तुओं की घोषणा संबंधी जानकारी भी मिल सकती है।
- यूएसए की यात्रा करते समय, स्वर्ण के सिक्के, मैडल या बुलियन पर कोई ड्यूटी नही है, लेकिन इन्हे कस्टम्स पर और सीमा सुरक्षा अफसर के सामने घोषित किया जाना आवश्यक है। सिक्कों का प्रतिरुप लिया जाना चाहिये और उनपर जारी करने वाले देश का चिन्ह होना चाहिये। यदि स्वर्ण के सिक्के लेन देन के व्यवहार का हिस्सा है और उनका मूल्य यूएसडी 10,000 से अधिक है, तब फिन सेन 105 फॉर्म को भरकर प्रवेश के समय कस्टम अफसर को दिया जाना चाहिये।
- ऑस्ट्रेलिया में प्रवास करते समय, यदि सोने के आभूषण, सिक्के या बुलियन व्यक्तिगत प्रयोजन से ले जाए जाते हैं, तब आयात घोषणा की आवश्यकता नही होती है। यदि स्वर्ण के आभूषणों का मूल्य ऑस्ट्रेलियन डॉलर 1,000 से अधिक है, तब एक स्वयं आकलन क्लीयरेन्स घोषणा आवश्यक होती है। यदि इनका मूल्य इससे अधिक है, तब आयात घोषणा कितना सोना है आवश्यक है। स्वर्ण आभूषणों के प्रयोजन की भूमिका भी महत्वपूर्ण है, विविध नियम उस स्थिति में लागू होते हैं जब उन्हे निवेश के प्रयोजन से आयात किया जाता है।
यह याद रखें कि आपको चेक इन बैग में अपने स्वर्ण को नही रखना है। अपने आभूषणों को कैरी बैग में रखिये। कई बार कस्टम अफसर आपके बैगों की तलाशी लेना चाहेंगे। उन्हे यह सब करने की आवश्यकता इसलिये होती है कि वे गैर कानूनी गतिविधियों और सुविधा के गलत उपयोग को रोक कितना सोना है सके। इस स्थिति में आपको व्यक्तिगत कमरे के बारे में कहना चाहिये जिससे किसी अन्य व्यक्ति को यह जानकारी नही हो सके कि आपके पास सोना मौजूद है।
यदि आपके पास लागू सीमा से अधिक स्वर्ण है, तब यह सुनिश्चित करें कि उससे संबंधित दस्तावेज आपके पास मौजूद हैं। इसमें इनवॉईस या रसीद साथ होना आवश्यक है। एक औपचारिक घोषणा फॉर्म भरना भी आवश्यक है। यहां पर आपको अपनी मूल्यवान वस्तुओं व आभूषणों के संबंध में सारी जानकारी देना आवश्यक है। आप जितनी मूल्यवान वस्तुएं ले जा रहे हैं और उनकी दी गई कीमत में साम्य होना चाहिये। अन्यथा कस्टम्स को आपके इरादों पर सन्देह हो सकता है।
Gold Silver Rate सोना चांदी हुआ महंगा, देखें कितने बड़े आज आपके शहर मैं भाव
Gold-Silver Rate: सोना चांदी के बिना तो शादी विवाह का माहोल जेसे फीका ही पड़ जाता है एसे मैं सोने चांदी के भाव तो बिल्कुल भी थमने का नाम ही नहीँ ले रहे ओर न्यूज मिली है की दाम ओर भी बड़ने हैं फिलहाल अभी सोने का भाव थोड़ा बड़ा है पर चांदी ने आज चमक कम की है चेक करें आज के नये रेट्स।
आज फिर से सोने चांदी के रेट ऊपर की ओर भाग रहे हैं। यहाँ से अपने शहर मैं सोने चांदी के भाव देखें (gold silver price 6 December 2022), जानिए आज सोने-चांदी के भाव क्या है. सोने में 22 कैरेट 10 ग्राम सोने का भाव आज 49,600 है. बीते दिन भी यह भाव 49,450 के आस पास था. यानी आज दाम में तेजी दर्ज की गई है. इसके अलावा 24 कैरेट 10 ग्राम सोने का भाव 54,120 कितना सोना है रुपये है. बीते दिन यह भाव 54,100 रुपये था.
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Gold-Silver Rate सोने चांदी की चमक मैं तेजी लगातार
अब फिर से सोने चांदी के भाव भागने शुरू हो चुके हैं नवम्बर के महिने मैं सोने चांदी के भाव मैं तेजी रही थी इसके साथ कुछ नरमी भी बीच बीच मैं देखने के मिली पर पिछले कुछ दिनों से दाम थोड़ा थम चुके थे पर अब फिर से रेट्स मैं काफी परिवर्तन आया है ओर अभी सोना 54 हजार के आँकड़े के ऊपर चल रहा है आज भाव मैं कल की तरह ही तेजी देखने को मिली शादियों के सीजन के हिसाब से बात करें तो सोना आज काफी सही रेट पर चल रहा है पर चांदी ने आज भयंकर तेजी दिखाई है चांदी फिर से 65 हजार के करीब चल रही है।
मीडिया रेपोर्ट्स से मिली जानकारी के हिसाब से रेट्स इस महिने ओर ऊपर जा सकते हैं इसलिए अभी भी मोका है अभी लोगों को सोना चांदी जरूर ही खरीदना चाहिए आप सभी यह तो जानते ही है कि भारत मैं सोने चांदी को खरीदना तो जेसे परंपरा रही है, हमारे यहाँ सभी वर्ग के लोग सोने चांदी की खरीदी करते ही हैं, अक्सर देखा जाता है कि अगर लोगों के पास अधिक पैसा आता है, तो वह सबसे पहले सोने और चांदी के गहने खरीदता ज्यादा पसंद करते है।
Gold limit in India : अब घर में रख सकते हैं इतना सोना, जान लें वरना खड़ी हो जाएगी मुश्किल
HR Breaking News (डिजिटल डेस्क)। भारत में सोना खरीदना शुभ माना जाता है। एक सुरक्षित निवेश ऑप्शन के रूप में सोने को सिक्के, बार, गहने या कागज के रूप में या गोल्ड एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (गोल्ड ईटीएफ), भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (एसजीबी) और गोल्ड म्यूचुअल फंड (गोल्ड एमएफ) के माध्यम से खरीदकर रख सकते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में कोई भी व्यक्ति अधिकतम कितना सोना रख सकता है? घर में कितनी लिमिट तक सोना रखा जा सकता है?कितना सोना है
भारत में साल 1968 में गोल्ड कंट्रोल एक्ट की स्थापना हुई। इस कानून के चलते नागरिकों के एक निश्चित मात्रा से ज्यादा सोना रखने पर रोक लगा दी गयी है। हालांकि इस एक्ट को 1990 में खत्म कर दिया गया। वर्तमान में भारत में सोने की मात्रा पर कोई प्रतिबंध नहीं है लेकिन रखने वाले के पास उसके वैलिड सोर्स और सोने से जुड़े दस्तावेज होना जरूरी है। किसी इनकम टैक्स रेड के दौरान संपत्ति जब्त करते समय आयकर अधिकारियों के लिए दिशा-निर्देश बनाए गए हैं। इन निर्देशों के अनुसार व्यक्ति के लिंग और वैवाहिक स्थिति के आधार पर एक निश्चित सीमा कितना सोना है तक गहने या आभूषण जब्त नहीं किए जा सकते हैं।
विवाहित महिला 500 ग्राम सोना रख सकती: इसके मुताबिक, एक विवाहित महिला अपने पास 500 ग्राम सोना आसानी से रख सकती है, जबकि अविवाहित महिला के पास 250 ग्राम तक सोना होने पर कोई परेशानी नहीं है। इसके अलावा विवाहित पुरुष के पास 100 ग्राम सोना रह सकता है। ऐसे में किसी के पास अगर इस सीमा तक सोना है तो उन्हें कोई इनकम प्रूफ देने की जरूरत नहीं है। इससे ज्यादा होने पर इनकम सोर्स मांगा जा सकता है।
सोने पर टैक्स के नियम: सोने के निवेश पर टैक्स का निर्धारण उसे रखने की अवधि पर निर्भर करता है। अगर सोना तीन साल से ज्यादा समय के लिए रखा जाता है, तो यह लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन (LTCG) के रूप में 20 प्रतिशत के रूप में कर योग्य है और शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन निवेशक पर लागू सामान्य टैक्स स्लैब पर कर योग्य है। गोल्ड ईटीएफ/गोल्ड एमएफ भी फिजिकल सोने की तरह कर योग्य हैं।
वहीं बॉन्ड के मामले में अगर वे मैच्योर होने तक रखे जाते हैं, तो वे कर-मुक्त होते हैं। हालांकि, फिजिकल गोल्ड या ईटीएफ या गोल्ड एमएफ के लेनदेन पर पूंजीगत लाभ देय हैं। बॉन्ड्स के एक्सचेंजों पर डीमैट के रूप में कारोबार किया जाता है। इन्हें पांच वर्ष के बाद भुनाया जा सकता है। वहीं, अगर बॉन्ड मैच्योर होने से पहले बेचा जाता है तो वह 20 प्रतिशत पर कर योग्य होता है।
सोना रखने के लिए कौन से कागजात जरूरी: घर में तय मात्रा से ज्यादा सोना होने पर उससे जुड़े कागजात होना जरूरी है।
इनकम टैक्स 1961 के सेक्शन-132 के मुताबिक अगर तय मानक से ज्यादा सोना मिलता है तो अधिकारी उससे जुड़े कागजात चेक कर सकते हैं। ऐसे में सोना कहां से खरीदा, उसका असली बिल और जरूरी कागजात होने जरूरी हैं। ज्यादा होने पर इनकम सोर्स भी बताना पड़ सकता है। अगर परिवार से सोना मिला है तो फैमली सेटलमेंट से जुड़े कागजात दिखाना जरूरी। अगर गिफ्ट में सोना मिला है तो उससे जुड़ी गिफ्ट डीड रखना बेहद जरूरी है।
सोना कितना सोना है सोने के भाव में आई 10 हजार की कमी, चांदी में भी भारी गिरावट
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नई दिल्ली. सोने की कीमत शुक्रवार को 239 रुपये से (Gold Rate Today) घटकर 45,568 प्रति ग्राम हो गई। यानि अब सोने की कीमत में 10 हजार रुपये की कमी आई है। त्योहारों का सीजन शुरू होने से पहले सोने और चांदी की कीमत (Gold And Silver Price कितना सोना है 20 February 2021) में लगातार कमी आ रही है। अगस्त में सोने की कीमत 56,200 थी। वैश्विक कीमतों में गिरावट आने के बाद दिल्ली सर्राफा बाजार में शुक्रवार को सोना 239 रुपए टूटकर 45,568 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। वहीं शुक्रवार को चांदी की कीमत में गिरावट के साथ 586 रुपये कम होकर 67,907 रुपये प्रति किलो हो गई है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में सोने और चांदी पर आयात शुल्क में 5 फीसदी की कटौती की है। फिलहाल सोने पर 12.5 फीसदी आयात शुल्क चुकाना पड़ता है। इस तरह से अब सोने और चांदी पर सिर्फ 7.5 फीसदी इंपोर्ट ड्यूटी चुकानी होगी। इसी कारण सोने और चांदी की कीमत पर असर देखा जा रहा है।