करेंट अकाउंट क्या है हिंदी में?

एक मानक चालू खाता जो मात्र 10,000 रु. की मासिक औसत शेष (MAB) प्रतिबद्धता के साथ आपके व्यवसाय के सुचारु संचालन को सुनिश्चित करता है।
नियमित चालू खाते
आईसीआईसीआई बैंक व्यापार बैंकिंग में आपके अपने नियमित व्यापार लेनदेनों के लिए चालू खाता उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला मौजूद है। ये उत्पाद छोटे खुदरा विक्रेताओं, व्यापारियों, स्वरोजगार पेशेवरों और 2 करोड़ से कम के वार्षिक कारोबार वाले ऐसे अन्य व्यवसायों के लिए सबसे उपयुक्त हैं। आप ऐसा उत्पाद चुन सकते हैं जो आपके व्यवसाय की आवश्यकताओं के लिए सबसे अधिक उपयुक्त हो।
नए स्टार्टअप के लिए चालू खाता
स्टार्टअप उद्यमों के लिए चालू खाता जो पहले 6 महीनों के लिए शून्य मासिक औसत शेष (MAB) की आवश्यकता के साथ, खाते में बनाए रखे जाने वाले मासिक औसत शेष (MAB) के आधार पर लेन-देन पर मिलने वाले लाभ प्रदान करता है।
- बनाए रखे मासिक औसत शेष (MAB) के 12 गुने तक देश में कहीं भी नि:शुल्क नकद जमा।
- नि:शुल्क आरटीजीएस और एनईएफटी लेनदेन
- प्रति माह 100 नि:शुल्क चेक
- नि:शुल्क मोबाइल अलर्ट सुविधा
लेन-देन की संख्या पर प्रतिबंध नहीं होता
No limits on transaction numbers
बैंक में करंट अकाउंट के साथ सबसे बड़ी सुविधा जो जुड़ी होती है कि इसमें आप हर रोज कितने हैं लेन देन () कर सकते हैं। यानी कि आप कितनी भी बार पैसा जमा कर सकते हैं और इतने भी बाहर निकाल सकते हैं। सेविंग अकाउंट के साथ आपको इतनी छूट नहीं मिलती। उसमें आप बैंक शाखा में जाकर हर महीने एक निश्चित संख्या की लिमिट में ही पैसा जमा कर सकते हैं या निकाल सकते हैं।
लिमिट से अधिक ट्रांजैक्शन करने पर पेनल्टी लगती है यानी कि आपके खाते से पैसे कट जाते हैं। हालांकि, अब कुछ बैंक सामान्य करंट अकाउंट के साथ भी लेनदेन की लिमिट तय करने लगे हैं लेकिन लिमिट के बावजूद यह संख्या कितनी होती है कि उसे बिजनेस संबंधी कामकाज की नकदी जरूरतें पूरी हो सकें।
करंट अकाउंट की जमा पर ब्याज नहीं मिलता
No interest paid on the current account
करंट अकाउंट में जो आपका पैसा जमा रहता है, उस पर कोई ब्याज नहीं मिलती। इसे करंट अकाउंट से जुड़ी सबसे बड़ी कमी कह सकते हैं। जबकि सेविंग अकाउंट के साथ आपको कुछ ना कुछ ब्याज अवश्य मिलता है। पोस्ट ऑफिस के सेविंग अकाउंट पर 4% तक ब्याज मिलता है जबकि बैंकों के सेविंग अकाउंट पर 2. 50 प्रतिशत से 3. 50 तक ब्याज मिलता है। कुछ प्राइवेट बैंक, एक निश्चित सीमा में जमा का बैलेंस बनाए रखने पर 6% तक ब्याज देने का भी वादा करते हैं। करंट अकाउंट में आपको बिल्कुल नहीं मिलती।
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मिनिमम औसत बैलेंस रखना अनिवार्य है
minimum balance required in account
बैंक के करेंट अकाउंट में न्यूनतम बैलेंस रखना अनिवार्य है। कुछ बैंक औसत मासिक बैंलेंस (average monthly balance) के हिसाब से न्यूनतम बैंलेंस की लिमिट रखते हैं और कुछ बैंक औसत तिमाही बैलेंस (quarterly balance) के हिसाब से न्यूनतम बैलेंस की लिमिट रखते हैं। अकाउंट की कैटेगरी के हिसाब से यह लिमिट कम-ज्यादा होती है। जिस अकाउंट में जितनी ज्यादा मिनिमम बैलेंक की लिमिट रहती है, उसमें ट्रांजेक्शन्स की भी उतनी ज्यादा सुविधा रहती है। उदाहरण के लिए, भारतीय स्टेट बैंक (SBI) में खोले जाने वाले अलग-अलग कैटेगरी के करंट अकाउंट में मिनिमम बैलेंस की लिमिट इस प्रकार है-
एसबीआई करंट अकाउंट का प्रकार | आवश्यक औसत मासिक बैलेंस (MAB) | अन्य शाखाओं (NonHome Branch) पर नगदी (Cash) जमा करने की लिमिट | अन्य शाखाओं (NonHome Branch) पर नकदी (Cash) निकालने कि लिमिट | अकाउंट के साथ निशुल्क चेक बुक्स की लिमिट (Free Cheque Leaves limit) |
SBI Regular Current Account | Rs.5000/- | 1 लाख रुपए प्रतिदिन | 1 लाख रुपए प्रतिदिन | 50 प्रतिमाह |
SBI Gold Current Account | Rs.100000/- | 2 लाख रुपए प्रतिदिन | 1 लाख रुपए प्रतिदिन | 300 प्रतिमाह |
SBI Diamond Current Account | Rs.500000/- | 2 लाख रुपए प्रतिदिन | 1 लाख रुपए प्रतिदिन | 700 प्रतिमाह |
SBI Platinum Current Account | Rs.1000000/- | 2 लाख रुपए प्रतिदिन | 1 लाख रुपए प्रतिदिन | Unlimited Free |
मिनिमम बैलेंस न रखने पर पेनाल्टी भी चुकानी पड़ती है
करंट अकाउंट में निर्धारित मिनिमम बैलेंस न रखने पर, आपको पेनाल्टी भी चुकानी पड़ती है। एसबीआई के अलग-अलग टाइप के करंट अकाउंट के लिए पेनाल्टी की रकम इस प्रकार होती है-
- SBI रेगुलर करंट अकाउंट में मिनिमम बैलेंस न रखने पर पेनाल्टी: Rs.500+ GST per month
- SBI गोल्ड करंट अकाउंट में मिनिमम बैलेंस न रखने पर पेनाल्टी: Rs.2000+ GST per month
- SBI डायमंड करंट अकाउंट में मिनिमम बैलेंस न रखने पर पेनाल्टी:
- Rs.4000+GST per month: अगर MAB 2.5 लाख रुपए से कम है तो
- Rs.2000+GST per month: अगर MAB 2.5 लाख रुपए से अधिक है तो
- Rs. 8000+ GST per month: अगर MAB 5 लाख रुपए से कम है तो
- Rs.4000+ GST per month: अगर MAB 5 लाख रुपए से अधिक है तो
Current account open करने के लिए आवश्यक documents-
करंट अकाउंट open करने के लिए आपके पास निम्न documents होने चाहिए –
2 – Partnership deed (for partnership Firm)
3 – Certificate of incorporation ( for companies)
4 – Cheque for account opening
5 – Address Proof & ID proof
How to Apply for a Current account? – करेंट अकाउंट के लिए कैसे अप्लाई करे ?
किसी भी बैंक में current account खोलने के लिए ऊपर बताए original दस्तावेज़ तथा उनकी एक एक कॉपी zerox ले कर बैंक जाना होगा। याद रहे की Xerox A4 पेपर में की हुई हों। और attested हों। बैंक जाकर आप हेल्प डेस्क से करंट अकाउंट का फॉर्म ले। अब आपको यह फॉर्म भरना होगा और documents जमा करने होंगे।
बैंको ने customer की सुविधा के लिए आज कल ऑनलाइन अकाउंट ओपेनिंग की सुविधा भी प्रदान कर रही हैं। online account opening process के लिए आप को बैंक के official वैबसाइट पर जाना होगा। और अपने original documents के मुताबिक सही सही details भरनी होगी और documents scan कर के upload करने होंगे। इसके अलावा कुछ बैंक customer के ऑफिस या घर पर जा कर भी account opening की सुविधा प्रदान करती हैं। ताकि customer को आसानी रहे ।
Current account के कुछ important facts –
1- वैसे तो करंट अकाउंट पर कोई bank interest नहीं देता है । लेकिन कुछ ऐसे बैंक्स है जो ग्राहकों को रिझाने के लिए कुछ special current account ऑफर करते है । जिसमे वो एक निर्धारित जमा राशी पर ब्याज देते है । यह account व्यापारिक उद्देश्यों के लिए खोले जाते है।
2- Current account खोलने के लिए आपको एक निर्धारित राशी हमेशा अपने account में जमा रखनी होती है । जो कि saving account की तुलना में ज्यादा होती है। ज्यादातर bank इसके लिए 5000-25000 तक की धन राशी तय करते है। जो आपको हर समय अपने account में बनाये रखनी होती है। और निर्धारित राशि से कम होने पर बैंक आपको निर्धारित राशी के हिसाब से पेनल्टी भी वसूल सकता है।
3- यह बचत खाते की तरह आपको बचत के लिए प्रेरित नहीं करता है।
4- जैसा की हम पहले बता चुके है की करंट अकाउंट में किये जाने वाले लेन देन की राशी और संख्या को लेकर कोई प्रतिबन्ध नहीं होता है । आप एक दिन में जितनी बार चाहे लें दें कर सकते है।
सेविंग अकाउंट और करंट क्या होता है अंतर जाने और benefit ?
हैल्लो दोस्तों आज हम बात करेंगे current account क्या होता है हम जब भी कभी ATM मे पैसे निकलने जाते है तो हमें एक चीज Atm पैसे निकलने वक्त जरूर पूछता है की current account से पैसे निकलना है की saving account से पैसे निकलना है लेकिन हम saving अकाउंट के ऑप्शन पर ही क्लीक करते है लेकिन उसके निचे current account के ऑप्शन पर हम click नहीं करते या फिर ध्यान नहीं देते है आज हम इसी टॉपिक पर बात करेंगे Current account होता क्या है। IRCTC क्या है Account Open और Ticket Booking कैसे करें?
Current account को हम हिंदी भाषा मे चालू खाता भी कहते है। current अकाउंट regular transaction के लिए होता है ये अकाउंट उनलोगो के लिए होता है जो Business और day-to-day transaction के लिए involve होते है। Current अकाउंट manually business Organization के द्वारा open किये जाते है। Current अकाउंट मे deposit और withdrew की कोई लिमिट नहीं होती है। बैंक current अकाउंट वाले को उसके account की इतनी use laity देता है इसलिए उन्हें उनके अकाउंट balance मे कोई भी interest नहीं मिलता।
Saving account क्या है
Current account के बारे मे तो हम सब जान गए है की इसकी क्या facilities है अब हम बात करेंगे saving account के बारे मे जो आम तौर पर हम सब का bank अकाउंट खुला है। saving अकाउंट का मतलब है आप जो अपने bank account मे पैसे जमा कर रहे है वो एक save place पर जमा या deposit करने मे आपका help करता है। एक saving अकाउंट पर हमें लगभग 4 से 6% तक intrest मिलता है।BHIM app क्या है इससे पैसे कैसे ट्रांसफर करें?
हम saving अकाउंट को individualiy या Joint open करा सकते है और जायदातर banks मे आपको saving अकाउंट open रखने के लिए उसमे minimum balance रखना जरुरी करेंट अकाउंट क्या है हिंदी में? होता है। Saving अकाउंट कई प्रकार के होते है जैसे Regular saving account, Sallery saving account, Zero balance saving account, होते है।
अब हम बात करेंगे saving account और current account
सेविंग अकाउंट और करंट अकाउंट में क्या अंतर है?
- Saving account लोगों के पैसे save करने लिए increase करता है और current account बिजनेस transaction को निरन्तर करने मे काम आता है।
- अगर आप saving account open करते हो तो आपका bank एक month मे limit transaction ही allow करेगा और वही current account वाले को ऐसी कोई limit नहीं होती transaction की और उसे transaction की कोई चार्ज नहीं कटती।
- Saving account वाले को अपने deposit पर 4 से 6% तक का interest मिल जाता है और current account वाले को कोई भी interest नहीं मिलता उसके deposit पर।
- कई सारे ऐसे bank है जिनके saving account वाले holder अगर अपने account मे minimum balance नहीं रखते है तो उस पर Penalty लगाए जाते है और current account वाले पर भी करेंट अकाउंट क्या है हिंदी में? ये minimum balance का concept होता है पर उस पर high penalty लगाई जाती है।
- Saving account वाले holder उतना ही पैसा withdrew कर सकते है जितना उसके account मे है और current account वाले के अकाउंट मे पैसा नहीं भी होगा तो भी वो जितना मर्जी निकाल सकते है बाद मे उसे high interest के साथ deposit करना पड़ता है।
करंट अकाउंट के फायदे
अगर आप बैंक में करंट अकाउंट ओपन करते हो। तो आप बैंक से कभी भी कितने भी पैसे निकल सकते हो। आपके ट्रांसक्शन की कोई सिमा नहीं होती। आप ऑनलाइन सेवावो से कहीभी पैसे ट्रांसफर कर सकते है। या आप upi का भी इस्तेमाल कर सकते है।
करंट अकाउंट एक बिज़नेस के लिए होता है। आप चाहे तो बैंक से अपने व्यापर के लिए लोन भी ले सकते है। करंट अकाउंट में अगर आप कोई बैलेंस बनाये रखते है। तो बैंक आपको ओवरड्राफ्ट की सुविधा देता है।
यानि की अगर आपने करंट अकाउंट में ५ लाख रुपये बनाये रखते है। और अगर आपको आपातकालीन वक्त पर पैसो की जरुरत पड़ती है। तो आपको बैंक ओवरड्राफ्ट यानि एक्स्ट्रा पैसे देती है। और उसका आपको ब्याज देना होता है। यानि आप बैंक से उधार पैसे भी ले सकते है। ये कोई लोन नहीं होता। ये आपको बैंक खुद देता है आपके आपातकालीन वक्त पर।
सेविंग अकाउंट क्या है
सेविंग अकाउंट को हिंदी में बचत खता भी कहा जाता है। सेविंग अकाउंट हर कीके लिए होता है। सेविंग अकाउंट का मतलब होता है। आप खर्चे हुए पैसो की बचत। यानि की आप आपके खर्चे निकलकर जो पैसे बचते है उन्हें आप बैंक में सेविंग अकाउंट में जमा करते है। उसेही सेविंग अकाउंट कहा जाता है।
हर बैंक की अपनी अपनी मिनिमम बैलेंस बनाये रखना अलग होता है। १०० रुपये से लेकर १०००० रुपये तक की बैंक में बैलेंस बनाये रखना होता है। और हर बैंक का पेनल्टी रकम भी अलग अलग होती है
आपने अगर सेविंग अकाउंट में मिनियम पैसे नहीं रखे तो आपको पेनल्टी लगती है। सेविंग अकाउंट में आपको मिनिमम बैलेंस यानि की पैसे रखने होते है। और अगर आपकी मिनिमम बैलेंस कम होती है। तो बैंक आपसे पेनल्टी लेती है।
सेविंग अकाउंट के फायदे
सेविंग अकाउंट का सबसे बड़ा फायदा ये है ,की बैंक आपके सेव किये गए पैसो पर आपको कुछ ब्याज देता करेंट अकाउंट क्या है हिंदी में? है। जैसे की सरकारी बैंक में आपको ३% से ४% तक ब्याज दिया जाता है। वही खाजगी बैंक में आपको ५ % से लेखर ६% तक या उससे भी ज्यादा ब्याज दिया जाता है। हर बैंक का अपना अपना ब्याज का परसेंटेज अलग होता है।
बैंक में सेविंग अकाउंट ओपन करते ही बैंक आपको ट्रांसेक्शन के लिए चैकबुक देती है। साथ ही आपको डेबिट कार्ड ,मोबाइल बैंकिंग ,नेटबैंकिंग जैसी सेवाएं भी प्रदान करता है। आपका अगर महीने के ट्रांसक्शन अच्छे है। आपने मिनिमम रकम बैंक में जमा की है। और बैंक से आपके रिलेशन अच्छे है तो आप आपके सेविंग अकाउंट पर बैंक से लोन भी ले सकते है।
हलाकि current account vs savings account ये दोनो भी आप एकहि बैंक में अकाउंट खोल सकते है। लेकिन आपका ट्रांसक्शन दोनों का सेपरेट यानि अलग अलग होता है। तो चलिए समझते है current account vs savings account में क्या फर्क होता है।
current account vs savings account different
सेविंग अकाउंट और करंट अकाउंट में अंतर
आप जब बैंक सेविंग अकाउंट ओपन करते हो। तो आपको महीने के मिनिमम ट्रांसक्शन की लिमिट होती है। जब की करंट अकाउंट में आपको कोई भी लिमिट नहीं होती। और करेंट अकाउंट में आपको कोईभी पैसे रखने की जरुरत नहीं होती। और सेविंग अकाउंट में कई बैंक में आपको मिनिमम अमाउंट रखनी होती है।
current account vs savings account ये दोनों बिलकुल अलग अकाउंट होते है। सेविंग अकाउंट बचत कहते की लिए होता है। और आपकी बचत पर बैंक आपको ब्याज देती है। लेकिन करंट अकाउंट में ऐसा नहीं है। बैंक आपको कोई भी ब्याज नहीं देती। है करेंट अकाउंट क्या है हिंदी में? लेकिन आप इन दोनों अकाउंट पर बैंक से लोन जरूर ले सकते है।
सेविंग अकाउंट में आपको गोल्ड यानि सोने पर २ % या ३ % तक की छूट होती है। और करंट अकाउंट में आपको गोल्ड पर कोई छूट नहीं होती। करेंट अकाउंट से आप कभी भी पैसे निकल सकते है। लेकिन सेविंग अकाउंट से आप रोजाना पैसे नहीं निकल सकते। और आपको सेविंग में कुछ रकम जमा रखनी होती है।