क्रिप्टोकरेंसी क्यों बनाई गई?

आगे वे कहते हैं, “क्योंकि उत्सव में हमने जो भावना महसूस की वह निश्चित रूप से एक महत्वपूर्ण चर्चा को भी स्वीकार कर सकती है, जो कला और जीवन के लिए आवश्यक है।”क्रिप्टोकरेंसी क्यों बनाई गई?
कश्मीर फाइल्स एक प्रोपेगेंडा और अश्लील फिल्म है: जूरी, IFFI
इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के निर्णायक मंडल के अध्यक्ष, नादव लापिड ने सोमवार को पणजी, के समापन समारोह में कहा कि, विवेक अग्निहोत्री की फिल्म, “द कश्मीर फाइल्स” एक ‘प्रोपेगेंडा और वल्गर फिल्म’ है और IFFI में भारत के अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता खंड में, शामिल होने के योग्य नहीं है।
दर्शकों को संबोधित करते हुए उन्होंने यह बात कही। उस समय, केंद्रीय आईबी मंत्री अनुराग ठाकुर, गोवा के सीएम प्रमोद सावंत, बैठे थे। इजरायली निदेशक ने कहा कि अग्निहोत्री के बयान से “सभी जूरी सदस्य” “परेशान और हैरान” थे। फिल्म, जो 1990 के दशक में कश्मीरी पंडितों के निष्कासन पर है।
लैपिड ने कहा, “यह हमें पूरी तरह से एक प्रचार, अश्लील फिल्म की तरह लगी, जो इस तरह के एक प्रतिष्ठित फिल्म समारोह के कलात्मक प्रतिस्पर्धी खंड के लिए अनुपयुक्त है। मैं यहां मंच पर आपके साथ इन भावनाओं को खुले तौर पर साझा करने में पूरी तरह से सहज महसूस करता हूं।”
Crypto news: एलन मस्क के ट्विटर खरीदते ही उछल गई उनकी फेवरेट क्रिप्टोकरेंसी, सात दिन में दोगुनी हो गई कीमत
मस्क ने Dogecoin के सपोर्ट में पिछले साल फरवरी में कई ट्वीट किए थे। पहले ट्वीट में उन्होंने केवल Doge लिखा। फिर उन्होंने लिखा, ‘Dogecoin is the people’s crypto’। इससे अगले ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘No highs, no lows, only Doge’। बस फिर क्या था, इस क्रिप्टोकरेंसी की कीमत उछलकर 5 सेंट जा पहुंची थी। मस्क के ट्वीट्स से पहले यह तीन सेंट पर ट्रेड कर रही थी। इससे पहले दिसंबर 2020 में भी उन्होंने One Word: Doge ट्वीट किया था और इसकी कीमत 20 फीसदी बढ़ गई थी।
बेस्ट क्रिप्टो एक्सचेंज इन इंडिया | बेस्ट क्रिप्टो करेंसी एप इन इंडिया
बेस्ट क्रिप्टो एक्सचेंज इन इंडिया – उच्चतम न्यायालय (भारत) ने 4 मार्च, 2020 को क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में इन्वेस्ट और बिज़नेस पर भारतीय रिज़र्व बैंक (Reserve Bank of India-RBI) द्वारा लगाए गए प्रतिबंध को हटा दिया गया है। उच्चतम न्यायालय ने रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया के आदेश के खिलाफ दाखिल याचिका पर सुनवाई करते हुए ”क्रिप्टोकरेंसी” को प्रतिबंधित करने के RBI के निर्णय को बेहद गलत बताया। उच्चतम न्यायालय क्रिप्टोकरेंसी क्यों बनाई गई? के मौजूदा आदेश के बाद भारत में क्रिप्टोकरेंसी में निवेश और विभिन्न क्षेत्रों में क्रिप्टोकरेंसी के उपयोग की उम्मीदे की जा सकती है
ब्लॉकचेन तकनीक क्या है
- ब्लॉकचेन एक प्रकार का विकेंद्रीकृत बही-खाता होता है, जिसमें विनिमय से संबंधित सारी जानकारी को कूटबद्ध (encrypted ) तरीके से एक ब्लॉक के रूप में सुरक्षित या संगृहीत किया जाता है।
- ब्लॉकचेन में दर्ज प्रत्येक आँकड़े (ब्लॉक) का अपना एक विशिष्ट इलेक्ट्राॅनिक हस्ताक्षर या नंबर होता है, जिसे परिवर्तित बदला नहीं किया जा सकता। इसके साथ ही प्रत्येक ब्लॉक में पिछले ब्लॉक का इलेक्ट्राॅनिक हस्ताक्षर भी दर्ज होता है जिससे इन्हें आसानी क्रिप्टोकरेंसी क्यों बनाई गई? से एक श्रृंखला में रखा जा सकता है।
- ब्लॉकचेन में एक बार किसी भी लेन-देन के हस्ताक्षर दर्ज होने पर इसे न तो वहाँ से हटाया जा सकता है और न ही इसमें बदलाव किया जा सकता है।
- ब्लॉकचेन विनिमय की संपूर्ण जानकारी या डाटा को एक स्थान पर सुरक्षित करने के बजाय हज़ारों (या लाखों) कंप्यूटरों में संरक्षित किया जाता है। जिससे डाटा लीक का खतरा कम हो जाता है |
क्रिप्टोकरेंसी के फायदे
- क्रिप्टोकरेंसी में खरीदने या बेचने के लिए बैंक या किसी अन्य सरकारी या अर्धसरकारी बिचौलिये की भूमिका की आवश्यकता नहीं होती है, अतः इस माध्यम से बहुत ही कम खर्च में क्रिप्टोकोर्रेंसी का लेन – देन किया जा सकता है।
- क्रिप्टोकरेंसी में व्यापार करने या खरीदने बेचने के लिये किसी भी प्रकार के प्रपत्र या सरकारी कागज (पहचान-पत्र आदि) की आवश्यकता नहीं होती है, अतः कोई भी व्यक्ति या संसथान इस प्रणाली के माध्यम से वित्तीय क्षेत्र से जुड़ सकता है।
- क्रिप्टोकरेंसी का सबसे बड़ा लाभ यह है कि इसकी गोपनीयता है, किसी प्रपत्र या सरकारी कागजात की अनिवार्यता के अभाव में लेन-देन के दौरान लोगों की निजी-जानकारी सुरक्षित रहती है।
- क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग बिना कोई अतिरिक्त शुल्क या मुद्रा एक्सचेंज चार्ज दिये विश्व में किसी भी देश में किया जा सकता है। हालाँकि क्रिप्टोकरेंसी को अभी तक मुद्रा के रूप में किसी भी देश द्वारा वैधानिक मान्यता प्रदान नहीं की गई है।