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Dividend क्या होता है

Dividend क्या होता है
Dividend Meaning In Hindi

Reliance Industries के शेयर इसी हफ्ते हो जाएंगे एक्स-डिविडेंड, जानिए अहम बातें

पिछले कारोबारी दिन यानी शुक्रवार 12 अगस्त को RILका शेयर BSE पर 42.45 रुपए यानी 1.64 फीसदी की बढ़त के साथ 2,632.65 रुपए के स्तर पर बंद हुआ था

आम तौर पर किसी निवेशक को डिवीडेंड की पात्रता के लिए एक्स-डिवीडेंड से पहले किसी कंपनी के शेयरों की होल्डिंग रखनी चाहिए

Share market news: मार्केट कैप (बाजार पूंजी) के हिसाब से भारत की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) इसी हफ्ते स्टॉक एक्सचेंजों पर एक्स डिविडेंड हो जाएगी। गौरतलब है कि एक्स-डिविडेंड डेट उस डेट को कहा जाता है जिसके पहले शेयर खरीदने वाले को ही डिविडेंड मिलता है। आमतौर उसके अगले दिन रिकॉर्ड डेट होती है। ये भी ध्यान में रखने की बात है कि डिविडेंड के लिए रिकॉर्ड डेट और पेमेंट डेट भी अलग-अलग होती है।

बता दें की RIL ने वित्त वर्ष 2022 के लिए अपने शेयरधारकों को 80 फीसदी डिविडेंड देने का ऐलान किया है। 6 मई को RIL ने वित्त वर्ष 2022 के लिए 10 रुपए फेस वैल्यू के प्रति शेयर पर 8 रुपए डिविडेंड देने का ये ऐलान किया था। मुकेश अंबानी की लीडरशिप वाली कंपनी ने एजीएम (एनुअल जनरल मीटिंग) Dividend क्या होता है में घोषित और अनुमोदित होने पर एक सप्ताह के भीतर इस डिविडेंड के भुगतान की योजना बनाई है। बता दें कि पिछले हफ्ते आरआईएल के शेयरों में तेजी देखी गई है।

इसी महीने की शुरुआत में जून 2022 तिमाही के नतीजों का ऐलान करते समय RIL ने वित्त वर्ष 2022 के लिए दिए जाने वाले इस डिविडेंड के लिए 19 अगस्त 2022 को रिकॉर्ड तिथि घोषित किया गया था। ऐसे में RIL का स्टॉक एक्सचेंजों पर 18 अगस्त के एक्स-डिविडेंड हो जाएगा। RIL की 45वीं एजीएम 29 अगस्त को होने वाली है। यह मीटिंग वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये दोपहर 2 बजे होगी। कंपनी ने वित्त वर्ष 22 के डिविडेंड के लिए 19 अगस्त रिकॉर्ड डेट तय की है, जो एजीएम में घोषित किया जा सकता है।

डिविडेंड क्या होता है और कैसे काम करता है

स्टॉक मार्केट के जरिए आप हर महीने passive income किस तरह कमा सकते है इस पोस्ट में जानेंगे , और वहीं चीज है Dividend.

ये एक ऐसा तरीका है जिसमे आपको कुछ खरीदना और बेचना नही है। बस ये आपको इसलिए मिल रहा है क्योंकि आपके पास उस कंपनी का शेयर है।

दोस्तों स्टॉक मार्केट में दो तरह से पैसे कमाएं जाते है। पहला सिंपल है जो सभी लोग करते है, जैसे कि किसी स्टॉक को ₹200 रूपय में खरीदा और ₹500 में बेचा तो हमारा फायदा 300 रुपया का हुआ। Dividend इस चीज से अलग हैं।

Ultimate financial independence is dividends . supporting your life style.

Dividend क्या होता है

किसी भी कंपनी के लाभ में partner का हिस्सा होता है, जो लाभ कमाने पर अपने शेयरहोल्डर में बांटती है इसे ही Dividend कहा जाता है। डिविडेंड पैसे, शेयर या अन्य कई रूपों में दिया जा सकता है।

जब किसी कंपनी को मुनाफा होता है और कंपनी मुनाफे को खर्च नही कर पा रही है तो, उस मुनाफे को अपने शेयरहोल्डर में बांट देती है इसे ही डिविडेंड कहा जाता है।

Dividend kya hota hai

Dividend दो word मिलकर बना है शायद आपको पता चला गया होगा की वो दो वर्ड क्या है।

  • Divide + End = Dividend
  • End में जो पैसा बच्चा उसे Divide करो End में इसीलिए इसे Dividend कहते हैं।

जब कभी भी आप किसी कंपनी का स्टॉक खरीदते है तब आप कही न कही उस कंपनी एक छोटा सा भाग या हिस्सा खरीद रहे है। आप चाहे कितना भी हिस्सा खरीद रहे हो उतना का आप मालिक बन जाते हो।

तो जब कंपनी प्रॉफिट कमाती है तो आपका भी प्रॉफिट होता है , Vice-versa.

कंपनी डिविडेंड क्यों देती है

कंपनी को एक साल में जितना भी प्रॉफिट हुआ, कंपनी उस प्रोफिट को बैंक या कैश में ना रखकर या तो पैसे को फिर से अपनी ही कंपनी में लगा देती है, और अगर कोई ऐसी कंपनी है जिसका प्रॉफिट काम से ज्यादा है तो वो उस प्रोफिट को अपने शेयरधारकों में डिविडेंड के रूप में बांट देती है।

कंपनी चाहे तो वो उस प्रॉफिट को फिर से reinvest कर सकती है। जो कंपनी नई होती है या फिर अभी stable नही है या अपने R&D a Advertisement पे ज्यादा इन्वेस्ट करना चाहती है क्योंकि इससे और प्रॉफिट होगा तो ऐसे समय में सारा पैसा फिर से कंपनी में लगा दिया जाता है। दूसरी वैसे बड़ी कंपनिया होती है जो बहुत ज्यादा प्रॉफिट कमाती है और समझ नही आता इतने पैसे का क्या करे तो वो अपने investor में बांट देती है।

Dividend के प्रकार

मुख्यत: डिविडेंड तीन प्रकार का होता है।

Cash Dividend ( कैश डिविडेंड )

कैश डिविडेंड शेयरधारकों को चेक के रूप में दिया जाता है। इस तरह के आय पे शेयरहोल्डर्स को अपने आय यानी की डिविडेंड पे टैक्स देना पड़ता है।

उदाहरण – यदि किसी आदमी के पास कंपनी के 500 शेयर्स है और उनका कैश डिविडेंड का प्राइस ₹5 है तो उसे डिविडेंड के रूप में ₹2500 मिलेंगे।

Stock Dividend ( स्टॉक डिविडेंड )

स्टॉक डिविडेंड में कंपनी शेयरहोल्डर को लाभ देने के बदले स्टॉक देती है , मतलब कि इसमें आपको कैश नही बल्कि उस लाभ के बदले और शेयर्स मिलेंगे। उदाहरण – 1000 शेयर रखने वाले को पांच प्रतिशत का डिविडेंड लाभ होने पर कंपनी उसे पांच अतिरिक्त शेयर देगी।

Property Dividend ( प्रॉपर्टी डिविडेंड )

कंपनी प्रॉपर्टी डिविडेंड में कैश या स्टॉक के बदले कुछ एसेस्ट प्रोडक्ट्स देती है।

Dividend कैसे काम करता है

आपको मैं एक बात बता दूं सारी कंपनिया डिविडेंड नही देती है , डिविडेंड देना कंपनी के ऊपर निर्भर करता है। एक ऐसी कंपनी जो बहुत सालों से डिविडेंड देती आ रही है वो डिविडेंड देना बंद कर सकती है , और ऐसी कंपनी जिसने आजतक डिविडेंड नहीं दिया वो भी Dividend दे सकती है।

Note – Dividend देना या ना देना कंपनी कंपनी पे निर्भर करता है।

डिविडेंड के अन्य प्रकार

डिविडेंड के मुख्य तीन प्रकार होते है स्पेशल डिविडेंड, अंतरिम डिविडेंड और फाइनल डिविडेंड।

स्पेशल डिविडेंड

इसमें सबसे पहले डिविडेंड अनाउंसमेंट डेट होता है इस दिन डिविडेंड देने की घोषणा होती है। फिर इसी के साथ और दो डेट जो की रिकॉर्ड डेट और पेमेंट डेट होती है। रिकॉर्ड डेट वो दिन होती है जिसदिन कंपनी देखती है कि किस किस इन्वेस्टर्स के डीमैट अकाउंट में शेयर्स है। पेमेंट डेट के दिन कंपनी शेयर्स देती है।

Ex-Dividend date – रिकॉर्ड डेट के एक दो दिन पहले एक्स डिविडेंड डेट होता है , डिविडेंड का लाभ उठाने के लिए इस डेट से पहले आपको शेयर्स खरीदना होगा।

अंतरिम डिविडेंड

अगर कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स फाइनेंशियल ईयर के बुक्स ऑफ अकाउंट्स क्लोज़ होने से पहले डिविडेंड देने की घोषणा करें तो उसे अंतरिम डिविडेंड कहते है। ये शेयर्सहोल्डर की सहमति से वापस भी लिया जा सकता है।

फाइनल डिविडेंड

फाइनल डिविडेंड वो डिविडेंड होता है जब कंपनी फाइनेंशल ईयर खत्म होने पर AGM ( Annual general meeting ) में डिविडेंड देने की घोषणा करती है , इस डिविडेंस को वापस नही लिया जा सकता है।

महत्वपूर्ण डिविडेंड डेट

DateImportance
Announcement dateइस दिन कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स डिविडेंड देने की घोषणा करते है।
Ex-Dividend dateइस डेट से पहले आपको शेयर्स खरीदने होंगे।
Record dateइस डेट को कंपनी देखती है की कौन कौन से इन्वेस्टर्स है जिनके डीमैट अकाउंट में शेयर्स है।
payment dateजिस दिन आपको डिविडेंड मिलता है।

ब्याज और लाभांश शब्दों में क्या अंतर है?

BaseinterestDividend
Meaningउधार के पैसों पे इंटरेस्ट लगाया जाता है ये बैंक या कोई इंसान भी ले सकता है।अगर कंपनी को प्रोफिट होता है तो उसे शेयर्सहोल्डर में बांटती है उसे डिविडेंड कहते हैं।
क्या है ?उधार के पैसों पे चार्ज।प्रोफिट का छोटा सा हिस्सा।
अनिवार्यहांनहीं
रेटफिक्स प्रिफरेंस शेयर में फिक्स लेकिन इक्विटी शेयर में फिक्स नहीं हैं।
किसको मिलेगाकर्ज़ लेने वाला , डिबेंचर्स होल्डर्सशेयर्सहोल्डर

FAQ

शेयर मार्केट में डिविडेंड क्या होता है?

कोई पब्लिक कंपनी जब लाभ कमाती है तो उसे अपने शेयरहोल्डर में बांटती है तो उसे डिविडेंड कहा जाता है।

सबसे ज्यादा डिविडेंड कौन सी कंपनी देती है?

भारत में सबसे ज़्यादा REC Ltd, Hinduja Global कंपनी डिविडेंड देती है।

किसी कंपनी का डिविडेंड कैसे चेक करें?

Moneycontrol वेबसाइट पे आपको सारे कंपनी के डिविडेंड की जानकारी मिल जाएगी।

आपने क्या सीखा

दोस्तो, आप डिविडेंड को अपना passive income भी बना सकते हो इसलिए आप सोच समझकर और रिसर्च करके पैसा लगाए। अपने पोर्टफोलियो में अच्छे डिविडेंड देने वाले स्टॉक्स को जरूर रखे।

मुझे उम्मीद है की आपको हमारा पोस्ट dividend क्या होता है पसंद आया होगा और आपकी डिविडेंड से जुड़ी समस्या का समाधान मिला होगा। अगर अभी भी कोई प्रश्न है तो आप कॉमेंट करके जरूर पूछे।

Dividend Meaning in Hindi

What is Dividend meaning in Hindi डिविडेंड क्या है. डिविडेंड यानि लाभांश का अर्थ क्या होता है और Dividend Yield डिविडेंड यील्ड क्या होता है जानते हैं आसान हिंदी में. डिविडेंड का मतलब होता है लाभांश यानि कि लाभ का अंश. या इसे अंश यानी शेयर पर लाभ भी कह सकते हैं. शेयरों में निवेश से पहले क्यों देखना चाहिए कंपनी का डिविडेंड रिकॉर्ड और डिविडेंड यील्ड की गणना करके कैसे चुन सकते हैं कम रिस्क वाले शेयर आइये समझते हैं विस्तार से. शेयर बाजार के बारे में अधिक जानकारी और अन्य पहलुओं को जानने के लिये Share Market in easy Hindi विस्तार से पढ़ें।

Dividend Meaning In Hindi

Dividend Meaning In Hindi

Dividend Meaning In Hindi

अब यदि आपने किसी कंपनी का शेयर खरीदा है तो आप उस कंपनी के उस हिस्से के मालिक हुए कि नहीं? और यदि बतौर शेयर होल्डर यानी बतौर शेयर धारक आप कंपनी के एक हिस्से के मालिक हैं तो उस कंपनी के प्रॉफिट या लाभ में आपका भी हिस्सा बनता है या नहीं? आसान शब्दों में शेयर धारक को उसके शेयरों पर मिलने वाले कंपनी के लाभ के हिस्से को Dividend कहते हैं। अपने शेयरों पर डिविडेंड प्राप्त करना शेयर होल्डर का अधिकार है।

Dividend यानि लाभांश का अर्थ

डिविडेंड का अर्थ है प्रतिलाभ, नकद या वह कुछ भी जो कंपनी अपने शेयरधारकों को देती है। लाभांश को विभिन्न रूपों में जारी किया जा सकता है, जैसे कि कैश भुगतान, स्टॉक या किसी अन्य रूप में। कंपनी का लाभांश निदेशक मंडल द्वारा तय किया जाता है और इसके लिए शेयरधारकों की मंजूरी की आवश्यकता होती है। डिविडेंड आमतौर पर लाभ का एक हिस्सा होता है जो कंपनी अपने शेयरधारकों के साथ शेयर करती है, हालांकि, कंपनी के लिए लाभांश का भुगतान करना अनिवार्य नहीं है।

लाभ में से दिया जाता है Dividend

अपने लेनदारों का भुगतान करने के बाद, एक कंपनी अपने शेयरधारकों को लाभांश के रूप में इनाम देने के लिए आंशिक या संपूर्ण बचे हुए लाभ का उपयोग कर सकती है। हालांकि, जब कंपनियां नकदी की कमी का सामना कर रही हों या फिर कंपनी के विस्तार के लिए नकदी की जरूरत हो तो वह लाभांश नहीं भी दे सकती हैं। साथ ही पढ़िये Interim Dividend in Hindi हमारी साईट पर। यहां पढ़ें किस कंपनी के शेयर खरीदें हमारी साइट पर जिनसे लाभांश पाने और शेयर की कीमत में बढ़ोतरी की संभावना हो।

रिकॉर्ड तिथि

जब कोई कंपनी लाभांश की घोषणा करती है तो यह एक रिकॉर्ड तिथि भी तय करती है और उस तिथि को पंजीकृत सभी शेयरधारक अपने शेयर होल्डिंग के अनुपात में लाभांश भुगतान प्राप्त करने के योग्य हो जाते हैं। डिविडेंड भुगतान आमतौर पर कंपनी के शेयर की कीमत के मूलभूत मूल्य को प्रभावित नहीं करता है।

उच्च वृद्धि दर वाली कंपनियां और अपने उपक्रम के शुरुआती चरण में कई कम्पनियाँ लाभांश का भुगतान नहीं करतीं हैं क्योंकि वे उच्च लाभ और विस्तार को बनाए रखने में मदद के लिए अपने लाभ का पुनर्निवेश करना पसंद करतीं हैं। दूसरी ओर स्थापित, बल्यूचिप और विकसित कम्पनियाँ अपने वफादार निवेशकों को इनाम देने के लिए नियमित लाभांश देने का प्रयास करतीं हैं.

Dividend Yield Meaning in Hindi

Dividend Yield डिविडेंड यील्ड शेयरधारकों को दिए गए नकद लाभांश की मात्रा को मापता है जो उन्हें प्रति शेयर बाजार मूल्य के अनुपात में मिला है. डिविडेंड यील्ड उस कंपनी में निवेशकों द्वारा किए गए कुल निवेश पर लाभांश के माध्यम से मिली आय की मात्रा को मापता है. डिविडेंड यील्ड की गणना प्रति शेयर लाभांश को प्रति शेयर मार्केट प्राइस से विभाजित करके और परिणाम को 100 से गुणा करके की जाती है। यह आमतौर पर प्रतिशत के रूप में व्यक्त की जाती है। डिविडेंड यील्ड की गणना के लिए फार्मूला

डिविडेंड यील्ड = शेयर प्रति कैश डिविडेंड / मार्किट प्राइस प्रति शेयर * 100

मान लीजिए कि कंपनी 500 रुपए के बाजार भाव के साथ 20 रुपए प्रति शेयर के लाभांश की घोषणा करती है। उस मामले में शेयर का डिविडेंड यील्ड 20/500 * 100 = 4% होगा। उतार-चढ़ाव के समय के दौरान ऊंचे डिविडेंड यील्ड वाले शेयर निवेश का अच्छा विकल्प होते हैं, क्योंकि ये शेयर निवेश पर अच्छा रिटर्न देते हैं. जो निवेशक अधिक जोखिम नहीं लेना चाहते उन निवेशकों के लिए ऊंचे डिविडेंड यील्ड वाले शेयर निवेश का अच्छा विकल्प होते हैं इसीलिए निवेशकों को शेयरों में निवेश के समय शेयर के बाजार भाव के साथ-साथ कंपनी के लाभांश-भुगतान ट्रैक रिकॉर्ड की जांच भी करनी चाहिए.

इनकम स्टॉक और ग्रोथ स्टॉक

ऊंचे डिविडेंड यील्ड वाले शेयरों की जो कंपनियां आम तौर पर मुनाफे का ज्यादा हिस्सा अपने पास नहीं रखती हैं उनके शेयरों को इनकम स्टॉक या आय वाले शेयर कहते हैं. इसके विपरीत कम डिविडेंड यील्ड वाली कम्पनियां जहां कंपनियां अपनी कमाई के रूप में मुनाफे का एक बड़ा हिस्सा अपने पास ही रखती हैं और उस राशि का प्रयोग कारोबार बढाने के लिए करना चाहतीं हैं ऐसे शेयरों को ग्रोथ स्टॉक कहते हैं.

यह था Dividend meaning in Hindi यानि लाभांश का अर्थ क्या होता है और Dividend Yield डिविडेंड यील्ड क्या होता है आसान हिंदी में. आशा है आपको समझ आ गया होगा और अगली बार शेयरों में निवेश करने से पहले आप इस बात का भी ध्यान रखेंगे.

Dividend kya hota he/डिविडेंड क्या होता है ?

dividend kya hota he ?

नमस्ते दोतो। आज हम dividend kya hota he के बारे में देखने वाले हे। आज डिविडेंड की पूरी abcd हम आज पढ़ने वाले हे। अगर आपको अछि लगे तो कृपया इसे अपने फॅमिली के साथ या दोस्तों के साथ शेयर जरूर कीजियेगा। तो चलिए हम आज किन किन टॉपिक के बारे में देखने वाले हे।

  1. dividend kya hota he ?
  2. क्या डिविडेंड देना अनिवार्य हे ?
  3. क्या कंपनी अपने नुकसान में डिविडेंड देती हे ?
  4. डिविडेंड के क्या क्या प्रकार होते हे ?
  5. डिविडेंड की तारीख कहा जमा होता हे ?

Dividend kya hota he / what is dividend ?

डिविडेंड क्या होता हे?-

डिविडेंड को लाभांश कहते हे। उसका मतलब होता हे की ,अगर हमारा किसी कंपनी में इन्वेस्ट हे। और हमने उस कंपनी के शेयर्स ख़रीद रखे हे। और अगर उस कंपनी को अपने व्यापर में फायदा होता हे । तो वो कंपनी अपने फायदे में का कुच हिस्सा (प्रॉफिट) पैसा अपने शेयर होल्डर्स के देती हे।

और उस पैसे को या प्रॉफिट को हम डिविडेंट कहते हे। और वो डिविडेंड कितना देना हे कंपनी तय कराती हे। वो डिविडेंड कंपनी अपने मन से देती हे। क्युकी वो कंपनी के लिए एक खर्च्या होता हे और हम शेयर होडर के लिए इनकम।

kya dividend dena compalsory (अनिवार्य ) he ?

क्या डिविडेंड देना अनिवार्य हे।

बहुत लोग सोचते होंगे की ,क्या कंपनी ने डिविडेंट देना ये अनिवार्य हे। या सरकार का नियम हे। जी ऐसा कुछ नहीं हे आपको बता दू ,कंपनी अपने मन से चाहे तो डिविडेंट दे सकती हे। या तो वो नहीं भी दे सकती हे। कंपनी पर ऐसी कोई पाबन्दी नहीं हे की डिविडेंड देना ही चाहिए।

डिविडेंट देना या न देना कंपनी के बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर्स तय करते हे। अगर कंपनी अच्छे प्रॉफिट में चल रही हे. तो कंपनी डिविडेंट दे सकती हे। या फिर कंपनी वही पैसा अपने बिज़नेस को बढ़ने के लिए भी लगा सकती हे।

kya company loss me dividend de shakti he ?

आपको बता दू ,कंपनी अपने नुकसान में भी डिविडेंट दे सकती हे। क्युकी वो एक कंपनी की प्रतिष्ठा या रुतबा रहता हे। क्युकी ब्रैंड वल्यू रहती हे। अगर कंपनी पिछले कई सालो से डिविडेंट दे रही हे। और इस साल कंपनी को नुकसान हुआ। तो कंपनी शेयर होल्डर्स का भरोसा रहने नियमित के लिए वो उनको डिविडेंट दे सकती हे।वो अपने कॅश रिज़र्व से शेयर होडर्स को डिविडेंट दे सकती हे। लेकिन कितना देगी ये पहिले ही बताया। वो कंपनी के डिरेक्टर्स तय करते हे।

यह भी पढ़े –

types of dividend

dividend ke prakar

डिविडेंड के दो प्रकार होते हे। जैसे की एक होता हे फाइनल डिविडेंड (final Dividend ).और दूसरा होता हे इंटर्न डिविडेंड (Intern Dividend ).ये दोनों डिविडेंड अलग अलग होते हे। पहले देखते हे फाइनल डिविडेंट -ये डिविडेंट साल में एकबार दिया जाता हे।

जो सीधा आपके खाते में जमा किया जाता हे। और दूसरा हे इंटर्न डिविडेंड -जो साल में कितनी बार भी दे सकते हे। विदेश में तो इंटर्न डिविडेंट हर तीन महीने में Dividend क्या होता है दिया जाता हे। अगर किसी कंपनी को अपने क़्वार्टर रिजल्ट में प्रॉफिट हुआ। तो कंपनी इंटर्न डिविडेंड देती हे।

dividend ki dates

डिविडेंट की तारीख तय की जाती हे उनके भी अलग अलग प्रकार होते हे जैसे की -dividend annoucement date,record date,ex date.

  1. dividend announced date -इसमें कंपनी डिविडेंड देना का फैसला सुनाती हे। की हम डिविडेंट देने वाले हे।
  2. record date – कंपनी तय करती हे की इस तारीख को आपके डीमेट खाते में शेयर्स होने चाहिए।
  3. ex date ये तारीख सबसे महत्वपृर्ण होती हे। शेयर्स होल्डर के लिए। क्युकी इस तारीख का मतलब होता हे की ,इस तारीख से पहले आपके पास शेयर होने चाहिए। इसके १ दिन भी पहले आपने शेयर्स खरीद लिए। तो भी आपको डिविडेंड मिलेगा। सिर्फ ex date से पाहिले आपके डीमेट खाते में ये शेयर्स होने चाहिए।

लेटेस्ट डिविडेंड देने वाले स्टॉक्स देखने है टी आप moneycontrol वेबसाइट पर जाकर देखा सकते है।

dividend ka paisa kaha jama hota he ?

डिविडेंट का पैसा कहा जमा होता हे ?

डिविडेंट का पैसा सीधे शेयर्स होल्डर के बैंक खाते में जमा होता हे। पहले आपको मेल आ जाता हे ,की आपके बैंक खाते में हमने डिविडेंड जमा कर दिया हे।और ये डिविडेंडी तारीख घोषित होने के एक महीने के अंदर अंदर आपको मिल जाता हे।

और अगर फाइनल डिविडेंड रहा तो ,१ महीने के अंदर ही मिल जाता हे।अगर ऐसा नहीं हुआ तो कंपनी को इसकी पैनल्टी पड़ती हे। पर ऐसा कभी नहीं होता डिविडेंड घोषित होने के बाद तुरंत आपको डिविडेंड का पैसा मिल जाता हे।

अभी आप सोच रहे होंगे की ये डिविडेंड यील्ड (dividend eield )क्या होता हे ?

dividend eield = cash dividend per share/market prize per share * 100

डिविडेंड यील्ड = कॅश डिविडेंड पर शेयर्स / मार्किट प्राइज पर शेयर्स * १००

डिविडेंड यील्ड मतलब एक कंपनी के डिविडेंड का परसेंटेज होता हे। उसको कंपनी के फेस वैल्यू से तय किया जाता हे।

आज हनमे क्या सीखा –

तो आज हमने dividend kya hota he के बारे में पूरी जानकारी समझी। और यकीन हे आपको हमारी ये आजकी पोस्ट पसंद आयी होगी। ये पोस्ट अछि लगे तो कृपया इसे आप शेयर जरूर करे। और अगर आपके मन में कुछ सवाल हो तो आप हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर भेज सकते हे। धन्यवाद !

डिविडेंड (Dividend) क्या होता है ? डिविडेंड या लाभांश कितने प्रकार के होते हैं ?

आपने कई बार लोगो को आपस में बातें करते सुना होगा, कि मैंने उस अमुख कम्पनी के शेयर ख़रीदे थे और अब उस कम्पनी के शेयर काफी महंगे हो चुके है अर्थात वह कम्पनी इस समय अच्छा लाभ कमा रही है | ऐसे में कम्पनी नें बदले में मुझे इतना डिविडेंड (Dividend) अर्थात लाभांश दिया है | दरअसल डिविडेंड को हिंदी भाषा में लाभांश कहते है | लाभांश एक कंपनी के शेयरधारकों को वितरित की जाने वाली राशि है। कंपनियां इसका उपयोग कंपनी के प्रॉफिट को अपने शेयरधारकों को वितरित करने के लिए एक मोड के रूप में करती हैं।

पिछले कुछ वर्षों में लगातार कमाई वाली मेच्योर कंपनियां अपने शेयरधारकों को लाभांश का भुगतान करती आ रही हैं।इसका भुगतान प्रति शेयर नकद या अतिरिक्त स्टॉक के रूप में किया जा सकता है। यदि आपको डिविडेंड के बारें में अधिक जानकारी नही है, तो डिविडेंड (Dividend) क्या होता है? इसके बारें में जानकारी देने के साथ ही आपको यहाँ डिविडेंड या लाभांश कितने प्रकार के होते हैं ? इसके बारें में बताया जा रहा है |

Table of Contents

डिविडेंड क्या होता है (What is A Dividend?)

जब कोई व्यक्ति किसी व्यवसायिक कम्पनी में इन्वेस्टमेंट करता है, तो वह अमुख व्यक्ति उस व्यापारिक कम्पनी का निवेशधारक (Share Holder) बन जाता है। जब वह कम्पनी लाभ कमाती है, तो वह कम्पनी प्रॉफिट का कुछ अंश अपने शेयर धारकों को देती है | प्रॉफिट के जिस भाग का विभाजन कम्पनी अपने शेयर होल्डर्स के साथ करती है, इसे डिविडेंड अर्थात लाभांश कहते है | कम्पनी द्वारा यह लाभांश अपने शेयर धारकों को कैश या किसी अन्य रूप में दे सकती है | हालाँकि शेयर होल्डर को लाभांश किस रूप में देना है, इसका निर्णय कम्पनी द्वारा लिया जाता है |

दूसरे शब्दों में डिविडेंड या लाभांश देना पूर्ण रूप से कम्पनी पर निर्भर करता है | हालाँकि डिविडेंड देने की घोषणा करना कम्पनी के संचालक पर निर्भर होता है | दरअसल लाभांश देने की घोषणा कम्पनी की जनरल मीटिंग में कम्पनी मैनेजमेंट द्वारा की जाती है | वैसे देखा जाये, तो अधिकांश कम्पनियां मार्केट में नई होती है | वह प्रॉफिट को भी कम्पनी में लगाकर उसका विस्तार करती है | ऐसे में कम्पनियों द्वारा अपने शेयर होल्डर्स को डिविडेंड या लाभांश काफी कम दिया जाता है या फिर देती ही नही है |

डिविडेंड या लाभांश आपके पोर्टफोलिओ के जोखिम को कम करने में मदद करता है | यदि आपने अपने पैसे का इन्वेस्टमेंट कम्पनी के शेयर या म्यूचुअल फण्ड में किया है, तो आप लाभांश प्राप्त करनें के आप्शन को सेलेक्ट कर सकते है | इसके अलावा आप जनरल शेयर के साथ-साथ प्रेफर्ड स्टॉक में इन्वेस्टमेंट कर लाभांश प्राप्त कर सकते है | जनरल शेयर होल्डर को दिया जाने वाला लाभांश कई कम्पनियों के मुताबिक अलग -अलग होता है | जबकि प्रेफर्ड स्टॉक में जनरल स्टॉक की तुलना में लाभांश का भुगतान अधिक किया जाता है |

डिविडेंड या लाभांश कितने प्रकार के होते हैं (How Many Types of Dividends?)

मुख्य रूप से डिविडेंड या लाभांश 6 प्रकार के होते है, इनका विवरण इस प्रकार है-

नकद लाभांश (Cash Dividend)

यह नकद में भुगतान किए जाने वाले लाभांश के सबसे सामान्य प्रकारों में से एक है। कैश या नगद लाभांश कंपनी द्वारा डायरेक्ट शेयर होल्डर के बैंक अकाउंट में भेज दिया जाता है | आमतौर पर अब ज्यादातर कम्पनियां लाभांश का भुगतान इलेक्ट्रॉनिक रूप से कर रही है लेकिन कभी-कभी कम्पनियां पेमेंट चेक के माध्यम से भी करती है |

स्टॉक लाभांश (Stock Dividends)

इस प्रकार के लाभांश तब जारी किए जाते हैं जब किसी कंपनी के पास परिचालन नकदी की कमी होती है, लेकिन फिर भी शेयरधारकों को खुश रखने के लिए सामान्य स्टॉक जारी करता है। शेयरधारकों को उनके द्वारा पहले से रखे गए शेयरों के अनुपात में अतिरिक्त शेयर मिलते हैं और इन बोनस शेयरों के लिए अतिरिक्त भुगतान करने की आवश्यकता नहीं होती है।

संपत्ति लाभांश (Property Dividend)

इन लाभांशों का भुगतान नकद के बजाय संपत्ति के रूप में किया जाता है। यदि किसी कंपनी के पास ऑपरेटिंग कॅश की कमी है,ऐसे में निवेशकों को गैर-मौद्रिक लाभांश का भुगतान किया जाता है। संपत्ति लाभांश किसी भी रूप में जैसे संपत्ति, वाहन, अचल संपत्तिआदिमें हो सकता है ।

स्क्रिप लाभांश(Scrip Dividend)

जब किसी कम्पनी के पास निवेशकों को लाभांश देने के लिए पर्याप्त धनराशि नही होती है, तो वह शेयरधारकों को ट्रांस्फ़ेरेबल वचन पत्र अर्थात प्रामिसरी नोट जारी करती है, जिसमें वह भविष्य की तारीख पर लाभांश के भुगतान की पुष्टि करती है। इस प्रकार के लाभांश तब जारी किए जाते हैं, जब किसी कंपनी के पास पर्याप्त लिक्विडिटी नहीं होती है और उसे अपने एसेट्स को कैश में परिवर्तित करनें के लिए कुछ समय की आवश्यकता होती है।

परिसमापन लाभांश (Liquidation Dividend)

लिक्विडेटिंग डिविडेंड (या लिक्विडेटिंग डिस्ट्रीब्यूशन) डिविडेंड का प्रकार है | इस प्रकार का लाभांश कम्पनी अपने शेयरधारकों को पूरी तरह से बंद करने से पहले कैश या एसेट्स में देती है एक कंपनी इस लाभांश का भुगतान अपनी संचित आय से अधिक करती है।एक कंपनी अपने अन्य दायित्वों, जैसे लेनदारों और अन्य ऋणों को पूरा करने के बाद ही ऐसा लाभांश देती है।

यदि किसी कंपनी के पास देनदारियों से कम संपत्ति है तो कोई परिसमापन वितरण बिल्कुल नहीं किया जा सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि देयता भुगतान के बाद कोई धनराशि नहीं बची है। यह आमतौर पर दिवालियापन परिसमापन के मामले में होता है। परिसमापन वितरण तब भी हो सकता है जब कोई कंपनी अपने व्यवसाय के एक Dividend क्या होता है हिस्से को नकदी के लिए बेचती है और इसे शेयरधारकों के बीच वितरित किया जाता है।

विशेष लाभांश (Special Dividend)

जब कम्पनी को किसी स्कीम या प्रोडक्ट के माध्यम से अधिक लाभ प्राप्त होता है, तो कम्पनी इस प्रॉफिट को अपने शेयर होल्डर के साथ शेयर करती है | इस प्रकार के अतिरिक्त लाभांश को ही विशेष लाभांश या स्पेशल डिविडेंड कहते है | स्पेशल डिविडेंड, जनरल डिविडेंड की तुलना में अधिक होता है | इस डिविडेंड को रेगुलर पेमेंट पालिसी से अलग डिविडेंड का पेमेंट कम्पनी का द्वारा किया जाता है |

इस प्रकार यह पता चला है, कि आमतौर पर लाभांश का भुगतान नकद में किया जाता है | लेकिन कुछ स्थितियों मेंयहाँ बताए अनुसार लाभांश के अन्य रूप भी हो सकते हैं।

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