कितना सोना है

गोल्डन टेंपल में कितना सोना लगा हुआ है?
इसे सुनेंरोकेंवियतनाम (Vietnam) में एक ऐसे ही सोने से बने होटल की ओपनिंग हुई है. यह होटल वियतनाम की राजधानी हनोई (Hanoi) में है. इसमें ट्यूब से लेकर टॉयलेट तक पर सोने की परत चढ़ाई गई है.
अमृतसर गुरुद्वारे में कितना सोना लगा है?
इसे सुनेंरोकेंभारत के सिख साम्राज्य (1799-1849) के संस्थापक, महाराजा रणजीत सिंह ने गुरुद्वारे का ऊपरी फ़्लोर 750 किलो शुद्ध सोने से मढ़वाया था. Harmandir Sahib or ‘Golden Temple’ (2017-09)अतुल्य भारत!
भारत में कितने स्वर्ण मंदिर हैं?
इसे सुनेंरोकेंलेकिन आपको जानकर आश्चर्य होगा कि उत्तर भारत के इस गोल्डन टेंपल की ही भांति दक्षिण भारत में भी एक स्वर्ण मंदिर मौजूद है, जिसे दुनिया के अजूबों में शामिल किया गया है। यह मंदिर श्रीपुरम या महालक्ष्मी स्वर्ण मंदिर के नाम से जाना जाता है।
भारत में कितने सोने के मंदिर है?
इसे सुनेंरोकेंसरकार का अनुमान है कि मंदिरों और घरों में करीब 20,000 टन सोना पड़ा हुआ है। – बुलियन इंडस्ट्री के मुताबिक देश के मंदिरों में 5,000 टन सोना है।
भारत में सबसे ज्यादा चढ़ावा कौन से मंदिर में आता है?
इसे सुनेंरोकेंपद्मनाभ स्वामी मंदिर, केरल, तिरुवनंतपुरम पद्मनाभ स्वामी मंदिर भारत का सबसे अमीर मंदिर माना जाता है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मंदिर की 6 तिजोरियों में 20 अरब डॉलर की कुल संपत्ति है.
ताज होटल मुंबई कब बना था?
इसे सुनेंरोकेंताज होटल का मालिक जम्सेत्जी टाटा है जिन्होंने इस होटल की नीवं रखी थी यह होटल 1903 में बनकर तैयार हुआ था काफी साल पुराना यह होटल आज भी भारत में काफी पॉपुलर है. जो मुंबई, भारत में है और यहाँ दुनियाभर के लोग रुकते है.
अमृतसर के स्वर्ण मंदिर का शुद्ध सोने और मार्बल से पुनर्निर्माण कब करवाया गया?
इसे सुनेंरोकेंमंदिर को 1809 में संगमरमर और तांबे में पुनर्निर्मित किया गया था, और 1830 में रणजीत सिंह ने सोने की पर्त के साथ गर्भगृह को सुसज्जित करने के लिए सोना दान किया। स्वर्ण मंदिर इतना पूजनीय क्यों है? इसके निर्माण के बाद गुरु अर्जन ने सिख धर्म के पवित्र ग्रंथ आदि ग्रंथ को स्थापित किया था।
स्वर्ण मंदिर के संस्थापक कौन हैं?
गुरु राम दास
गुरु अर्जुन देव
गोल्डन टेम्पल/संस्थापक
स्वर्ण मंदिर कितने साल पुराना है?
इसे सुनेंरोकेंस्वर्ण मंदिर किसने बनवाया? दरबार साहिब के नाम से भी मशहूर मंदिर को अमृतसर में 1577 में चौथे सिख गुरु गुरु राम दास ने इसकी शुरुआत की थी और पांचवें गुरु अर्जन ने मंदिर की स्थापना की थी। मंदिर का निर्माण 1581 में शुरू हुआ था, मंदिर के पहले संस्करण को पूरा करने में आठ साल लगे थे।
भारत में सबसे बड़ा सोने का मंदिर कौन सा है?
इसे सुनेंरोकेंश्री हरिमन्दिर साहिब (पंजाबी भाषा: ਹਰਿਮੰਦਰ ਸਾਹਿਬ; हरिमंदर साहिब, हरमंदिर साहिब) सिख धर्मावलंबियों का सबसे पावन धार्मिक स्थल या सबसे प्रमुख गुरुद्वारा है जिसे दरबार साहिब या स्वर्ण मन्दिर भी कहा जाता है। यह भारत के राज्य पंजाब के अमृतसर शहर में स्थित है और यहाँ का सबसे बड़ा आकर्षण है।
स्वर्ण मंदिर की स्थापना कब हुई थी?
इसे सुनेंरोकेंसिखों के चौथे गुरू रामदास जी ने इसकी नींव रखी थी। कुछ स्रोतों में यह कहा गया है कि गुरुजी ने लाहौर के एक सूफी सन्त मियां मीर से दिसम्बर, 1588 में इस गुरुद्वारे की नींव रखवाई थी। स्वर्ण मंदिर को कई बार नष्ट किया जा चुका है। लेकिन भक्ति और आस्था के कारण हिन्दूओं और सिक्खों ने इसे दोबारा बना दिया।
बेबी को सुलाने के कुछ टिप्स, तरीके, ट्रिक्स - Baby ko kitna sona chahiye in Hindi
कई बार माता-पिता अपने शिशु के ज्यादा सोने की आदत से चिंतित हो जाते हैं। उनको लगता है कि उनका शिशु अन्य शिशुओं की तुलना में ज्यादा सोता है, लेकिन आपको बता दें कि शिशु को उम्र के अनुसार नींद लेने की आवश्यकता होती है। आमतौर पर नवजात शिशु ज्यादा समय सोते रहते हैं, लेकिन वह इस दौरान थोड़े-थोड़े समय की नींद लेना पसंद करते हैं। जैसे-जैसे आपका शिशु बड़ा होता है, उसके बार-बार सोने की आदतों में कमी आ जाती है, जबकि रात में नींद लेने की अवधि बढ़ जाती है। सामान्यतः शिशु दिन के कितना सोना है कितना सोना है समय 8 से 9 घंटों की नींद लेते हैं और रात में करीब 8 घंटों तक सोते हैं, लेकिन वह लगातार दो घंटों से ज्यादा समय तक नहीं सो पाते हैं। तीन माह और 12 से 13 पाउंड से कम वजन का शिशु रात में लगातार लंबे समय तक नहीं सो पाता है।
जन्म के बाद के पहले कुछ महिनों में शिशु को तीन घंटों से ज्यादा समय तक इसीलिए नींद नहीं आती है, क्योंकि उसको बार-बार भूख लग जाती है। ऐसे में मां को भी अपने शिशु के साथ रात में बार-बार जागना पड़ता है। शिशु के सोने की आदत को इस लेख में विस्तार से बताया गया है। साथ ही इसमें नवजात शिशु की नींद का चार्ट और नवजात शिशु को सुलाने के तरीके, टिप्स व ट्रिक्स भी बताए जा रहे हैं।
- शिशु की नींद का चार्ट - Sleep chart for kids
- नवजात शिशु को सुलाने का तरीका और ट्रिक्स - Navjat shishu ko sulane ka tarika aur tricks
शिशु की नींद का चार्ट - Sleep chart for kids
नीचे दिए चार्ट में आपको शिशुओं की सोने के घंटों का एक औसत आकंडा बताया जा रहा है। इस बात को ध्यान दें कि हर शिशु के शरीर की अपनी अलग आवश्यकता होती है, इसलिए आपके शिशु के सोने की घंटों में बदलाव भी हो सकता है।
आयु | कुल नींद का समय | रात की नींद के कुल घंटे | दिन की नींद के कुल घंटे |
नवजात | 16 घंटे | 8 से 9 | 8 (तीन बार नींद लेना) |
1 महीने | 15.5 घंटे | 8 से 9 | 6 से 7 (तीन बार नींद लेना) |
3 महीने | 15 घंटे | 9 से 10 | 4 से 5 (तीन बार नींद लेना) |
6 महीने | 14 घंटे | 10 | 4 (तीन बार नींद लेना) |
9 महीने | 14 घंटे | 11 | 3 (दो बार नींद लेना) |
1 साल | 14 घंटे | 11 | 3 (दो बार नींद लेना) |
1.5 साल | 13.5 घंटे | 11 | 2.5 |
2 साल | 13 घंटे | 11 | 2 |
नवजात शिशु को सुलाने का तरीका और ट्रिक्स - Navjat shishu ko sulane ka tarika aur tricks
कई बार माता-पिता को यह समझ ही नहीं आता कि वह अपने शिशु को कैसे सुलाएं। शिशु को सुलाने के लिए माता-पिता कई उपाय करने के बाद भी सफल नहीं हो पाते हैं, आपकी इन्हीं परेशानियों को दूर करने के लिए नीचे कुछ सरल टिप्स बताए जा रहें हैं।
सूर्य पर कितना सोना है? भर सकते हैं धरती के सारे महासागर
सूर्य केवल आग का गोला नहीं बल्कि, पृथ्वी पर पाए जाने वाले कई अन्य तत्व भी पाए जाते हैं. इसमें सोना का विशाल भंडार है.
सूर्य के बारे में हम बचपन से पढ़ते आए हैं कि सूर्य आग का गोला है. सूर्य में मुख्य रूप से हाइड्रोजन होता है. यह ब्रह्मांड का सबसे हल्का और सबसे सामान्य तत्व है जो तारों के अंदर हीलियम में विलीन हो जाता है. यह बदले में बहुत सारी ऊर्जा पैदा करता है जो सूर्य को पृथ्वी के दृष्टिकोण से विकिरण के रूप में अपनी सुनहरी चमक देता है. हालांकि, ये कम लोग ही जानते हैं कि, पृथ्वी पर पाए जाने वाले कई अन्य तत्व भी सूर्य के अंदर होता है. ऐसे ही सोना जैसे कीमती धातुएं भी इस विशाल आग के गोले का हिस्सा हैं.
सूर्य पर कितना सोना है?
शोधकर्ता पहले ही इस प्रश्न का समाधान कर चुके हैं. ऐसा करने के लिए, उन्होंने सूर्य के प्रकाश का विश्लेषण किया. क्योंकि हर तत्व सूर्य के प्रकाश के स्पेक्ट्रम में अपनी छाप छोड़ता है. 2014 के एक अध्ययन में, यूनिवर्सिटी ऑफ लीज के खगोल भौतिकीविद् निकोलस ग्रीवेस के नेतृत्व में टीम ने पाया कि सूर्य में प्रत्येक ट्रिलियन हाइड्रोजन परमाणुओं के लिए केवल आठ सोने के परमाणु होते हैं.
लंबे वक्त तक चलीं रिसर्च में वैज्ञानिकों ने पाया कि सूरज पर 2.5 ट्रिल्यन टन सोना है. इतने सोने से धरती के सभी महासागर भर सकते हैं और फिर भी यह ज्यादा होगा. एक और दिलचस्प खोज आगे चलकर की गई, जिसमें पाया गया कि धरती पर आज मौजूद सोना सूरज जैसे सितारों के न्यूट्रॉन स्टार बनने और फिर आपस में टकराने से पहुंचा है.
कैसे हुई सोने की खोज?
18 अगस्त, 1868 को पूर्ण सूर्य ग्रहण के दौरान, कई खगोलविदों ने स्पेक्ट्रोस्कोपी की मदद से सूर्य पर हीलियम की खोज की. इसके बाद सूर्य के वातावरण में एक के बाद एक कार्बन, नाइट्रोजन, लोहा और अन्य भारी धातुओं की खोज हुई. इन्हीं में से एक था सोना. 18वीं सदी के अंत और 19वीं सदी की शुरुआत में जैसे-जैसे पृथ्वी की उत्पत्ति और इतिहास की समझ बढ़ी, यह सवाल भी सामने आने लगा कि अरबों वर्षों तक सूर्य और अन्य तारे कैसे चमकते रहे?
दरअसल, जब कोई तारा अपने जीवन के अंतिम चरण में होता है, तो उसका कोर ढह जाता है और फिर सुपरनोवा विस्फोट होता है. तारे की बाहरी परतें अंतरिक्ष में फैलती हैं और इस दौरान न्यूट्रॉन कैप्चर रिएक्शन होता है. लोहे से भारी अधिकांश तत्व इन्हीं से उत्पन्न होते हैं. जब दो ऐसे न्यूट्रॉन तारे टकराते हैं, तो न्यूट्रॉन कैप्चर रिएक्शन से स्ट्रोंटियम, थोरियम, यूरेनियम और साथ ही सोना पैदा होता है.
महासागर में कितना है पानी?
पृथ्वी पर सभी महासागरों में लगभग 1.3 ट्रिलियन टन के कुल भार के साथ पानी है. तो, दुनिया के महासागरों में पानी के रूप में सूरज में लगभग दोगुना सोना है, कम से कम वजन के मामले में. यदि सूर्य के सोने से चंद्रमा का निर्माण होता, तो इसका व्यास लगभग 620 किलोमीटर होता. पृथ्वी पर सोने के भण्डार सौर कोष की तुलना में बहुत कम दिखाई देते हैं. हमारे ग्रह पर लगभग 150,000 टन सोने का खनन किया गया है और गहनों और बारों में संसाधित किया गया है.
जानें कितना सोना बचा है दुनिया में, 6600 सालों से हो रहा है खनन
मल्टीमीडिया डेस्क। ईसा पूर्व 4600 से धरती से सोने का खनन किया जा रहा है। साल 2016 में बुल्गारिया में एक खुदाई स्थल पर काम कर रहे पुरातत्वविदों को एक इंच के आठवें हिस्से के बराबर का एक सोने का टुकड़ा मिला था। यानी बीते 6,600 से अधिक वर्षों से हो रहे सोने के खनन और परिष्कृत सोने के टुकड़े में यह सबसे बड़ा था।
सोने के निवेशक आश्चर्यचकित हो सकते हैं कि सोने के शोषण की सात सहस्राब्दी बीतने के बाद भविष्य में खोज, खनन और परिष्कृत के लिए दुनिया में कितना सोना बचा है। इंडस्ट्री ट्रेड ग्रुप द वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल का अनुमान है कि अब तक लगभग 190,000 मीट्रिक टन सोने का खनन किया जा चुका है। यह धरती पर उपलब्ध सोने का करीब 77 फीसद है।
सोना व्यावहारिक रूप से कभी नष्ट नहीं होता है। इसलिए यह खनन के बाद से आज भी गहने, सोने के सिक्के, सोने की ईंट और इलेक्ट्रॉनिक सामानों (गोल्ड एक कंडक्टर के रूप में उपयोगी है, जो खराब नहीं होता है) में मौजूद है।
दिलचस्प बात यह है कि इस खनन किए गए सोने में से अधिकांश मात्रा को केवल पिछले 50 सालों में ही निकाला गया है। गोल्ड मूल्यवान धातु है, जिसका इस्तेमाल विश्व इतिहास में गहने और मुद्रा, दोनों के रूप में उपयोग किया गया है। दरअसल, यूएस भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के मुताबिक, कुल खनन किए गए सोने का लगभग 50 फीसद खनन 1967 के बाद से किया गया है।
सोने का कितना खनन होना बाकी है?
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल का अनुमान है कि दुनिया भर में शेष बचे सोने के भंडारों में अब महज 30 फीसद सोना ही बचा है। हाल ही में वैश्विक उत्पादन दर प्रति वर्ष लगभग 3,100 मीट्रिक टन है। इसका अर्थ है कि करीब 20 से कम वर्षों में दुनिया भर में सभी सोने के भंडार समाप्त हो जाएंगे।
भारत में है इतना सोना
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की फरवरी 2016 को जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार, भारत के पास 557.7 टन सोना रिजर्व है। ऐसे में यदि इन सारे सोने को ट्रकों में भरा जाए, तो यह लगभग 62 ट्रक के बराबर होता है। औसतन एक ट्रक में नौ टन वजन के बराबर सामान लोड किया जाता है।
दिलचस्प बात यह है कि वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की यह रिपोर्ट किसी देश के सेंट्रल बैंक में सुरक्षित रखे हुए सोने की जानकारी देती है। यह उस देश के आम लोगों के पास सोने को नहीं बताती है। यानी इस सूची में निवेशक, आम जनता और बाजार में मौजूद सोने की मात्रा को शामिल नहीं किया गया है। वैसे इस रिजर्व सोने का मूल्य भी अंतरराष्ट्रीय उतार-चढ़ाव से प्रभावित होता है।
सोने की जरूरत क्यों है देशों को
आर्थिक संकट के समय अधिकतर देश केंद्रीय बैंक में रिजर्व सोना को ही भुनाते हैं। उदाहरण के लिए साल 1991 में आर्थिक संकट की स्थिति में तत्कालीन चंद्रेशखर सरकार ने रिजर्व सोने को भुगतान संतुलन संकट से कितना सोना है निपटने के लिए इस्तेमाल किया था। उन्होंने करीब 65 टन सोना बैंक ऑफ इंग्लैंड और बैंक फॉर इंटरनेशनल सेटलमेंट (बीआईएस) के पास गिरवी रखा था।
सोने के मामले में टॉप 10 देश
सोना एक ऐसी धातु है, जिसका ज्यादा से ज्यादा भंडारण दुनिया का लगभग हर देश करना चाहता है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (डब्ल्यूजीसी) ने रिपोर्ट जारी कर दुनिया में सबसे अधिक सोने के भंडार वाले टॉप-10 देशों की लिस्ट जारी की है।
जानिए आखिर कितना सोना छुपा हुआ है समुद्र में ?
हालांकि उस समय technology इतनी बेहतर नहीं थी कि सोने को निकालने की प्रक्रिया को सही तरीके से अपनाया जा सके और इसके साथ ही, सबसे पहले तो सवाल ये था कि आखिर समुद्र में सोना कितनी मात्रा में मौजूद है, और उसको किस तरह से नापा जा सकता है !!
बहराल , तबसे लेकर अब तक कई researchers ने समुद्र में मौजूद सोने की मात्रा को नापने के कई प्रयास किये पर exact measurement बता पाना काफी मुश्किल काम था क्योंकि seawater में मौजूद gold यानि सोना , काफी dilute concentration यानी बेहद कम मात्रा में मौजूद होता है।
मात्रा की बात करें तो ये सोना , parts per trillion की concentration में मौजूद होता है यानी लगभग water के एक trillion molecules में आपको gold का एक एटम मिल सकता है। पहले की studies में सोने की मात्रा 1 parts per trillion तक बताई गई थी पर जैसे जैसे तकनीक सुधरती गयी, सटीक मात्रा का पता भी वैज्ञानिकों को लगने लगा और सबसे नई स्टडी में सोने की मात्रा लगभग 0.03 parts per trillion नापी गयी है।
हालांकि ये मात्रा में अंतर , seawater में मौजूद कई तरह के और धातुओं की वजह से होता है पर वैज्ञानिकों द्वारा कितना सोना है इस्तेमाल की जानेवाली सबसे सटीक technique से हमें गोल्ड की seawater में मौजूद मात्रा का पता चलता है। इस technique को ICPMS यानी कि inductively coupled plasma mass spectrometry कहा जाता है जो काफी संवेदनशील होती है और बेहद कम मात्रा में मौजूद metals को detect करने में भी सक्षम होती है।
फिलहाल ये तो बात हुई कि किस तरह से समुद्र में मौजूद सोने भी मात्रा को नापा जा सकता है। पर अब बात करते हैं कि आखिर ये मात्रा है कितनी ?
National Ocean Service के अनुसार पृथ्वी पर मौजूद समुद्रों में लगभग 321 million cubic miles पानी मौजूद है। ये cubic mile ,volume को नापने की एक unit है जो लगभग 4.17 * 10 की power 12 litres के बराबर होती है। अब अगर इसी conversion के हिसाब से चलें तो लगभग 1339 * 10 की power 18 litres पानी इन समुद्रों में मौजूद है।
अब water यानी पानी का 1लीटर , 1 kg के बराबर ही होता है, तो हम कह सकते हैं की ocean water का वजन लगभग 1339 *10 की power 18 है। अब अगर वैज्ञानिकों की मानें तो parts per trillion के आधार पर लगभग 1339 * 10 की power 6 किलोग्राम सोना समुद्र में मौजूद है । और सबसे नई स्टडी के अनुसार बात करें तो 0.03 parts per trillion के आधार पर लगभग 40 हजार टन सोना समुद्र में मौजूद है और इस बात पर शक करना भी गलती ही होगी क्योंकि समुद्र में आज भी बहुमूल्य धातुओं और उनसे संबंधित चीजों की खोज वैज्ञानिकों को मिलती ही रहती है।
यहां एक बात पर ध्यान जरूर देना चाहिए कि मात्रा को नापने से पहले water samples की processing की जाती है जिससे इसमें मौजूद अन्य धातुओं को हटाया जाता है ताकि सोने को काफी सटीक मात्रा में नापा जा सके।
अब अगर आप ये सोच रहें हैं कि यदि समुद्र में इतना सोना है तो हम इसे निकाल क्यों नहीं लेते ? Well ! दोस्तों इसमें कई कारण हैं जैसे कि समुद्र में मौजूद सोने को extract या निकालने की प्रक्रिया जैसे कि mining वगेरा काफी महँगी होती है जो शायद , समुद्र से मिलने वाले सोने से भी ज्यादा महँगी साबित हो सकती हैं । इसके ऊपर इस सोने को उसकी original form में निकालने के लिए भी काफी प्रक्रियाओं जैसे filtration आदि का उपयोग करना पड़ता है जो किफ़ायती साबित नहीं होतीं।