बाइनरी ऑप्शन्स

इन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म को अमेरिका और यूरोप के कई देशों ने भी अपने एक्सचेंज पर मान्यता नहीं दी हुई है। विदेश में इनका बिजनेस ठप सा पड़ गया है, इसलिए अब इन्होंने अपना रूख भारत की तरफ मोड़ लिया है। यह एक तरह का जुआ है, जिसमें 98 फीसदी लोग अपनी रकम को डूबा देते हैं। केवल दो फीसदी लोग ही कुछ पैसा कमा पाते हैं।
बाइनरी ऑप्शंस: लूट का खुला खेल, जानिए कैसे बचें ऐसे झांसों से
शिकारी आएगा जाल बिछाएगा, दाना डालेगा, लालच में आकर फंसना मत। मगर जब सामने घर बैठे करोड़ों कमाने का लालच हो तो आदमी फंस सकता है। यही सूत्र पकड़कर अब देश में बाइनरी ऑप्शंस ट्रेड की घुसपैठ हो रही है। मोबाइल ऐप्स के जरिए होने वाले इस गोरखधंधे में सपना तो दिखाया जाता है करोड़पति बनाने का, लेकिन इसमें फंसने वाला कभी फायदे में नहीं रह पाता।
घर बैठे मौज करिए और बीच-बीच में मोबाइल ऐप पर एक दो बटन प्रेस करते रहिए। और इस तरीके से घंटे दो घंटे में बना लीजिए 4-5 सौ डॉलर। अभी खाता खोलें, पाएं 1000 डॉलर का बोनस। ऐसी कुछ ललचाने वाली लाइनों के साथ शुरू होता है बाइनरी ऑप्शन का खेल कर रहे ऐप्स का विज्ञापन जैसे बाइनरी ऑप्शन्स कोई नोट छापने की मशीन हो।
बाइनरी ऑप्शंस ट्रेडिंग में आपको अनुमान लगाना बाइनरी ऑप्शन्स होता है कि किसी खास समय में किसी खास चीज का भाव ऊपर जाएगा या बाइनरी ऑप्शन्स नीचे। ये समय 30 सेकंड से लेकर कुछ घंटे या साल भी हो सकते हैं। आप सोना, चांदी, क्रूड, बिटकॉइन, करेंसी कोई भी ट्रेड चुन सकते हैं। बेट लगाने के लिए पहले आपको वर्चुअल खाता और उसमें कुछ डॉलर फ्री में दिए जाते हैं और आपका मन लग गया तो फिर आपको असली खाता बनाकर उसमें पैसे डालने को कहा जाता है।
करते हैं लाखों रुपये कमाने का वादा
कम निवेश में यह बाइनरी ट्रेडिंग एप लोगों को ज्यादा पैसा कमाने का वादा करते हैं। इन कंपनियों का कहना होता है कि लोग 10 डॉलर (700 रुपये) के छोटे से निवेश से एक माह बाद 10000 हजार डॉलर (7 लाख रुपये) तक कमा सकते हैं। हालांकि ऐसा हकीकत में कुछ भी नहीं होता है। यह एक तरह का छलावा है, जैसा हाल ही में क्लिक एंड लाइक, बाइक बोट, स्पीक एशिया ने लोगों के साथ किया था और लाखों लोगों के करोड़ों रुपये डूब गए थे।
बाइनरी ट्रेडिंग एप इसलिए भी खतरनाक हैं, क्योंकि इनको भारत में व्यापार करने के लिए किसी भी तरह की मान्यता सेबी, आरबीआई या सरकार से नहीं मिली है। वहीं अगर कोई व्यक्ति थोड़े बहुत पैसे भी इन बाइनरी एप से कमा लेता है, तो वो फेमा कानून के तहत फंस सकता है। दूसरी तरफ इन कंपनियों का रजिस्ट्रेशन टैक्स हैवेन देशों में हैं, जहां से आप किसी तरह की कोई मदद नहीं पा सकते हैं।
ऐसे काम होता है बाइनरी ट्रेडिंग में
बाइनरी ट्रेडिंग में विदेशी मुद्रा, क्रिप्टोकरेंसी और सोने-चांदी जैसी कमोडिटी में ट्रेडिंग करने का ऑप्शन दिया जाता है। यहां पर लोगों को अनुमान लगाना होता है कि फलां कमोडिटी कितना आगे या फिर नीचे जाएगी। मान लीजिए आपने डॉलर पर अनुमान लगाया कि वो अगले एक से पांच मिनट में नीचे जाएगा, और आपने 10 डॉलर के साथ स्ट्राइक लगाई। अब एक मिनट में जो डॉलर नीचे जा रहा था, वो एकदम से ऊपर चला जाएगा। इससे आपके वो 10 डॉलर भी डूब जाएंगे। आप जितना भी पैसा लगाएंगे वो डूबता ही चला जाएगा।
शुरुआत में यह कंपनियां रजिस्ट्रेशन करने के बाद 10 हजार डॉलर का वर्चुअल पैसा डालती हैं, जिससे लोग इसके बारे में पूरी तरह से ज्ञान ले लें। लोग वर्चुअल में जब खेलकर थोड़ा भी ज्ञान ले लेते हैं, तब इसमें पैसा निवेश करते हैं।
कम से कम 3000 डॉलर का निवेश
अगर आपने यहां से थोड़ा सा भी पैसा कमा लिया तो वो आप बाइनरी ऑप्शन्स निकाल नहीं पाएंगे। इन ट्रेडिंग एप पर आपको कम से कम तीन हजार डॉलर (करीब 2,10,000 रुपये) का निवेश करना होगा, तभी वो व्यक्ति इन खातों से जीता हुआ पैसा निकाल सकेगा। अगर उसने इतना पैसा नहीं निवेश किया तो उसको खाते से पैसा निकालने के लिए अनुमति नहीं मिलेगी।
हालांकि लोगों को निवेश करने के लिए अपने डेबिट या फिर क्रेडिट कार्ड (वीजा या मास्टरकार्ड) से पैसा ट्रांसफर कर सकते हैं। एक बार जहां आपने अपने कार्ड की डिटेल्स दे दी, तो समझ लीजिए कि आपका खाता हैक होने में देर नहीं लगेगी।
केवल नाम और ईमेल आईडी से सेकंडों में बनेगा खाता
लोगों को इन ट्रेडिंग एप पर केवल अपना नाम और ईमेल आईडी देनी होती है, जिसके तुरंत बाद ही खाता बन जाता है। यह कंपनियां किसी भी तरह का पासवर्ड या एप को इंस्टॉल करने के बाद लॉगआउट का ऑप्शन भी बाइनरी ऑप्शन्स नहीं देती हैं।
आजकल सोशल मीडिया वेबसाइट्स पर बाइनरी ट्रेडिंग कराने वाले एप का प्रचार जोर शोर से हो रहा है। यह मोबाइल एप लोगों को जल्द से जल्द पैसा कमाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं, लेकिन वास्तविकता में इनमें अगर आप निवेश करते हैं, तो फिर पैसा बढ़ने के बजाए डूबेगा।
श्रेणी: ट्रेडिंग टिप्स
एक औसत व्यापारी किसी सफल पेशेवर से केवल व्यक्तिगत गुणों के एक सेट में भिन्न होता है। एक वास्तविक विशेषज्ञ बनने के लिए आपको अपने आप में क्या विकसित करने की आवश्यकता है?
जोखिम बाइनरी ऑप्शन्स प्रबंधन की आधारभूत बातें: «2%» का नियम
इलेक्ट्रॉनिक-कन्ट्रैक्ट बाजार में सफल और स्थायी व्यापार के मुख्य घटक के रूप में जोखिम प्रबंधन।
इन ऑप्शंस में करते हैं Invest, तो हो सकता है बड़ा नुकसान, NSE ने किया आगाह
प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज NSE ने निवेशकों को इंटरनेट बेस्ड ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स द्वारा ऑफर किए जाने वाले कॉन्ट्रैक्ट फॉर डिफरेंस और बाइनरी ऑप्शन्स जैसे अनरेगुलेटेड डेरिवेटिव प्रोडक्ट्स में निवेश से बचने की सलाह दी है। एक्सचेंज ने एक बयान जारी कर यह कहा है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज NSE ने निवेशकों को इंटरनेट बेस्ड ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स द्वारा ऑफर किए जाने वाले कॉन्ट्रैक्ट फॉर डिफरेंस और बाइनरी ऑप्शन्स जैसे अनरेगुलेटेड डेरिवेटिव प्रोडक्ट्स में निवेश से बचने की सलाह दी है। एक्सचेंज ने एक बयान जारी कर कहा है कि निवेशक इस तरह के ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स द्वारा ऑफर किए जा रहे जबरदस्त रिटर्न की जाल में फंस जा रहे हैं और उन्हें आखिर में भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। इसीलिए निवेशकों को इस तरह के प्रोडक्ट्स में निवेश करने से बचने की सलाह दी जाती है।
करते हैं लाखों रुपये कमाने का वादा
कम निवेश में यह बाइनरी ट्रेडिंग एप लोगों को ज्यादा पैसा कमाने का वादा करते हैं। इन कंपनियों का कहना होता है कि लोग 10 डॉलर (बाइनरी ऑप्शन्स 700 रुपये) के छोटे से निवेश से एक माह बाद 10000 हजार डॉलर (7 लाख रुपये) तक कमा सकते हैं। हालांकि ऐसा हकीकत में कुछ भी नहीं होता है। यह एक तरह का छलावा है, जैसा हाल ही में क्लिक एंड लाइक, बाइक बोट, स्पीक एशिया ने लोगों के साथ किया था और लाखों लोगों के करोड़ों रुपये डूब गए थे।
बाइनरी ट्रेडिंग एप इसलिए भी खतरनाक हैं, क्योंकि इनको भारत में व्यापार करने के लिए किसी भी तरह की मान्यता सेबी, आरबीआई या सरकार से नहीं मिली है। वहीं अगर कोई व्यक्ति थोड़े बहुत पैसे भी इन बाइनरी एप से कमा लेता है, तो वो फेमा कानून के तहत फंस सकता है। दूसरी तरफ इन कंपनियों का रजिस्ट्रेशन टैक्स हैवेन देशों में हैं, जहां से आप किसी तरह की कोई मदद नहीं पा सकते हैं।
ऐसे काम होता है बाइनरी ट्रेडिंग में
बाइनरी ट्रेडिंग में विदेशी मुद्रा, क्रिप्टोकरेंसी और सोने-चांदी जैसी कमोडिटी में ट्रेडिंग करने का ऑप्शन दिया जाता है। यहां पर लोगों को अनुमान लगाना होता है कि फलां कमोडिटी कितना आगे या फिर नीचे जाएगी। मान लीजिए आपने डॉलर पर अनुमान लगाया कि वो अगले एक से बाइनरी ऑप्शन्स पांच मिनट में नीचे जाएगा, और आपने 10 डॉलर के साथ स्ट्राइक लगाई। अब एक मिनट में जो डॉलर नीचे जा रहा था, वो एकदम से ऊपर चला जाएगा। इससे आपके वो 10 डॉलर भी डूब जाएंगे। आप जितना भी पैसा लगाएंगे वो बाइनरी ऑप्शन्स डूबता ही चला जाएगा।
शुरुआत में यह कंपनियां रजिस्ट्रेशन करने के बाद 10 हजार डॉलर का वर्चुअल पैसा डालती हैं, जिससे लोग इसके बारे में पूरी तरह से ज्ञान ले बाइनरी ऑप्शन्स लें। लोग वर्चुअल में जब खेलकर थोड़ा भी ज्ञान ले लेते हैं, तब इसमें पैसा निवेश करते हैं।
कम से कम 3000 डॉलर का निवेश
अगर आपने यहां से थोड़ा सा भी पैसा कमा लिया तो वो आप निकाल नहीं पाएंगे। इन ट्रेडिंग एप पर आपको कम से कम तीन हजार डॉलर (करीब 2,10,000 रुपये) का निवेश करना होगा, तभी वो व्यक्ति इन खातों से जीता हुआ पैसा निकाल सकेगा। अगर उसने इतना पैसा नहीं निवेश किया तो उसको खाते से पैसा निकालने के लिए अनुमति नहीं मिलेगी।
हालांकि लोगों को निवेश करने के लिए अपने डेबिट या फिर क्रेडिट कार्ड (वीजा या मास्टरकार्ड) से पैसा ट्रांसफर कर सकते हैं। एक बार जहां आपने अपने कार्ड की डिटेल्स दे दी, तो समझ लीजिए कि आपका खाता हैक होने में देर नहीं लगेगी।