मुख्य क्रिप्टोकरेंसी

भारत की खुद की डिजिटल करेंसी

भारत की खुद की डिजिटल करेंसी
सोशल मीडिया के दौर में अफवाहों का बाजार गर्म रहता है, लेकिन आपको बिल्‍कुल भी लोड नहीं लेना है. RBI डिजिटल रुपी लाने के बाद भी नोट छापना जारी रखेगा और बाजार में कैश का सिस्‍टम खत्‍म नहीं होने वाला है और न ही सरकार ने अभी तक ऐसा कुछ कहा है.

भारत में Cryptocurrency का भविष्य क्या है

भारत की खुद की डिजिटल करेंसी

धन महोत्सव

  • Post author: धन महोत्सव
  • Post category: फाइनेंस
  • Reading time: 2 mins read

ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी ने कैशलेस और डिजिटल करेंसी के स्वरूप को पूरी तरह से बदल दिया है। जिसके माध्यम से एटीएम, यूपीआई और डिजिटल पेमेंट के अलावा एक नई करेंसी का जन्म हुआ है जिसे हम क्रिप्टोकरेंसी कहते हैं।

RBI डिजिटल रुपया “सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC)” क्या है?

क्रिप्टोकरेंसी ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर आधारित होने के कारण इसे किसी के द्वारा नियंत्रित नहीं किया जा सकता है यानी यह डिसेंट्रलाइज है। इस कारण से, क्रिप्टोकरेंसी की लोकप्रियता को ध्यान में रखते हुए, भारत सरकार ने एक डिजिटल मुद्रा लॉन्च करने का विचार किया, जिसे सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC)” के रूप में जाना जाएगा।

यह डिजिटल मुद्रा या रुपया पैसों का एक इलेक्ट्रॉनिक रूप है, जिसका उपयोग ब्लॉकचेन तकनीक के माध्यम से संपर्क रहित लेनदेन करने के लिए किया जाएगा।

केंद्रीय बजट 2022 में, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने घोषणा की है कि भारतीय भारत की खुद की डिजिटल करेंसी भारत की खुद की डिजिटल करेंसी रिजर्व बैंक (RBI) जल्द ही अपनी खुद की डिजिटल करेंसी लॉन्च करेगा जिसे सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) के रूप में जाना जाएगा।

एक ऐसी करेंसी जो पूरी तरह से डिजिटल होगी इसे भारत की खुद की डिजिटल करेंसी वर्चुअल करेंसी या वर्चुअल मनी भी कहा जा सकता है क्योंकि यह आपके वॉलेट या हाथ में नहीं दिखेगी लेकिन काम वर्तमान फिजिकल करेंसी जैसा करेंगी।

डिजिटल रुपया क्रिप्टोकरेंसी से कैसे अलग है?

आरबीआई की डिजिटल मुद्रा और क्रिप्टोकरेंसी के बीच मुख्य अंतर यह है कि आरबीआई द्वारा जारी डिजिटल मुद्रा को केंद्रीकृत किया जाएगा यानी इस पर भारत सरकार पर पूर्ण नियंत्रण होगा। जबकि, क्रिप्टो ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित एक विकेन्द्रीकृत मंच है जिसे किसी के द्वारा नियंत्रित नहीं किया जा सकता है।

डिजिटल रुपये को बिटकॉइन, एथेरियम और अन्य क्रिप्टोकरेंसी से इस मायने में अलग माना जाएगा कि यह सरकार द्वारा समर्थित है, इसलिए इस डिजिटल रुपये को भौतिक रुपये के बराबर माना जाएगा।

डिजिटल रुपया एक वैध मुद्रा मानी जाएगी जबकि बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी को आभासी संपत्ति यानी virtual assets मान लिया गया है, जिसका अर्थ है कि इन मुद्राओं को कानूनी निविदा (Legal Tender) के रूप में स्वीकार नहीं किया जाएगा।

RBI डिजिटल रुपया “सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC)” क्या है?

क्रिप्टोकरेंसी भारत की खुद की डिजिटल करेंसी ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर आधारित होने के कारण इसे किसी के द्वारा नियंत्रित नहीं किया जा सकता है यानी यह डिसेंट्रलाइज है। इस कारण से, क्रिप्टोकरेंसी की लोकप्रियता को ध्यान में रखते हुए, भारत सरकार ने एक डिजिटल मुद्रा लॉन्च करने का विचार किया, जिसे सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC)” के रूप में जाना जाएगा।

यह डिजिटल मुद्रा या रुपया पैसों का एक इलेक्ट्रॉनिक रूप है, जिसका उपयोग ब्लॉकचेन तकनीक के माध्यम से संपर्क रहित लेनदेन करने के लिए किया जाएगा।

केंद्रीय बजट 2022 में, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने घोषणा की है कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) जल्द ही अपनी खुद की डिजिटल करेंसी लॉन्च करेगा जिसे सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) के रूप में जाना जाएगा।

एक ऐसी करेंसी जो पूरी तरह से डिजिटल होगी इसे वर्चुअल करेंसी या वर्चुअल मनी भी कहा जा सकता है क्योंकि यह आपके वॉलेट या हाथ में नहीं दिखेगी लेकिन काम वर्तमान फिजिकल करेंसी जैसा करेंगी।

डिजिटल रुपया क्रिप्टोकरेंसी से कैसे अलग है?

आरबीआई की डिजिटल मुद्रा और क्रिप्टोकरेंसी के बीच मुख्य अंतर यह है कि आरबीआई द्वारा जारी डिजिटल मुद्रा को केंद्रीकृत किया जाएगा यानी इस पर भारत सरकार पर पूर्ण नियंत्रण होगा। जबकि, क्रिप्टो ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित एक विकेन्द्रीकृत मंच है जिसे किसी के द्वारा नियंत्रित नहीं किया जा सकता है।

डिजिटल रुपये को बिटकॉइन, एथेरियम और अन्य क्रिप्टोकरेंसी से इस मायने में अलग माना जाएगा कि यह सरकार द्वारा समर्थित है, इसलिए भारत की खुद की डिजिटल करेंसी इस डिजिटल रुपये को भौतिक रुपये के बराबर माना जाएगा।

डिजिटल रुपया एक वैध मुद्रा मानी जाएगी जबकि बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी को आभासी संपत्ति यानी virtual assets मान लिया गया है, जिसका अर्थ है कि इन मुद्राओं को कानूनी निविदा (Legal Tender) के रूप में स्वीकार नहीं किया जाएगा।

क्या क्रिप्टोकरेंसी पर लगाए गए 30% टैक्स में डिजिटल रुपया शामिल है?

नहीं, आरबीआई डिजिटल रुपया यानी भारत की खुद की डिजिटल करेंसी सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) 30% टैक्स से मुक्त है। इसके विपरीत, किसी भी प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी से कमाई पर 30% कर लगाया जाएगा।

सरकार ने टैक्स लगाकर इनडायरेक्ट (अप्रत्यक्ष) रूप से भारत में क्रिप्टोकरंसी को मान्यता प्रदान कर दी है।

अगर आप किसी भी तरह की क्रिप्टोकरेंसी से कमाई कर रहे हैं तो आप 30% टैक्स देकर इसे व्हाइट मनी में बदल सकते हैं।

केंद्रीय बैंक की डिजिटल मुद्राएं दो रूपों में आती हैं: 1. थोक सीबीडीसी (Wholesale CBDCs) और 2. खुदरा सीबीडीसी (Retail CBDCs)।

थोक सीबीडीसी केंद्रीय बैंक के भंडार की तरह हैं। केंद्रीय बैंक इसका उपयोग धन जमा करने या अंतरबैंक हस्तांतरण को निपटाने के लिए करेंगा।

खुदरा सीबीडीसी केवल उपभोक्ताओं और कंपनियों की ओर से संस्थागत सरकार समर्थित डिजिटल मुद्राओं के समान हैं। खुदरा सीबीडीसी मध्यस्थ जोखिम को खत्म करेंगे।

आरबीआई खुद अपनी डिजिटल करेंसी करेगी लांच

नयी दिल्ली. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को घोषणा की है कि भारतीय रिजर्व बैंक अगले साल तक खुद ही डिजिटल करेंसी लांच करेगी, जो ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी पर आधारित होगी. आरबीआई द्वारा डिजिटल करेंसी लांच करते ही भारत उन चुनिंदा देशों के सूची में शामिल हो जायेगा , जहां के सेंट्रल बैंक खुद की डिजिटल करेंसी लांच कर चुके हैं. अब भी अधिकतर सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी को लेकर परिकल्पना ही तैयार करने के दौर में हैं.

संसद में आज दिये गये अपने बजट भाषण में सीतारमण ने कहा कि ब्लॉकचेन तथा अन्य प्रौद्योगिकियों का उपयोग करके आरबीआई 2022-23 की शुरुआत में डिजिटल करेंसी लायेगी. इससे अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी.

भारत की खुद की डिजिटल करेंसी

Digital currency RBI: हर महीने पहली तारीख को कई बदलाव होते हैं लेकिन नवंबर महीने की पहली तारीख को भारत की अर्थव्‍यव्‍स्‍था में बड़ा बदलाव होने जा रहा है. RBI अपना खुद का डिजिटल रुपया लॉन्‍च करने जा रहा है. क्‍या इसके बाद नोट छपेंगे? पुराने नोट चलेंगे या नहीं. आइए जानते हैं.

वायरल न्यूज़

Digital rupee rbi in Hindi: भारत भी उन चंद देशों में शामिल हो जाएगा जिसकी अपनी खुद की डिजिटल करेंसी होगी. जी हां, 1 नवंबर को RBI अपना खुद का डिजिटल रुपया जारी करने जा रही है. हालांकि आपको बता दें अभी ये सिर्फ पायलट प्रोजेक्‍ट के भारत की खुद की डिजिटल करेंसी तौर पर शुरू किया जा रहा है. डिजिटल करेंसी लाने की बात बजट घोषणा के समय ही हो चुकी थी. उस समय से ही इंतजार हो रहा था कि डिजिटल करेंसी कब आएगी. अब लोगों का इंतजार खत्‍म हो चुका है. क्‍या पायलट प्रोजेक्‍ट में आम लोग इस वर्चुअल भारत की खुद की डिजिटल करेंसी करेंसी को खरीद सकते हैं? ये करेंसी कैसी होगी? इसका दाम क्‍या होगा? इस करेंसी की कोई गारंटी भी है या नहीं. जानिए इस लेख में.

भारत में क्रिप्टो करेंसी का भविष्य क्या है?

बिना मुकुट के राजा के समान है भारत में क्रिप्टो करेंसी का भविष्य। जिसका कोई मालिक बनने को तैयार नहीं है, ऐसा है भारत में क्रिप्टो करेंसी का भविष्य। भारत में क्रिप्टो करेंसी का भविष्य तभी सुरक्षित होगा जब भारत सरकार क्रिप्टो करेंसी चलने की जिम्मेदारी या कानून बनाएगी। अभी तक भारत में क्रिप्टो करेंसी को मान्यता सम्बंधित कोई भी कानून लागु नहीं हुआ है इसलिए क्रिप्टो करेंसी के भविष्य के बारे में अनिश्चिता बनी हुई है।

आप जानते है की Cryptocurrency एक digital money है इसलिए यह बहुत ही लोकप्रिय और चर्चा का विषय बनी हुई है। Cryptocurrency में निवेश करने से कितना लाभ प्राप्त होगा इसके बारे में अभी अनुमान लगाना जल्दबाजी होगा। जब तक डिजिटल मनी के संचालन सम्बन्धी कोई नियम नहीं बन जाता तब तक Cryptocurrency में निवेश करना पूर्ण रूप से सही नहीं कहा जा सकता है। जब भारत सरकार की तरफ से Cryptocurrency के संचालन और लेन – देन सम्बंधित कानून नहीं बन जाता तब तक Cryptocurrency ने निवेश अपने जोखिम आधार पर करना होगा।

Cryptocurrency का भविष्य के बारे में

भारत के कुछ बड़े – बड़े शहरों से भी ज्यादा छोटे शहरों में Cryptocurrency ने निवेश का खुमार देखने को मिल रहा है। दिलचस्प बात ये है की Cryptocurrency ने निवेश के भविष्य और उसके जोखिम के बारें में मालूम होते हुए भी ज्यादातर भारतीय युवा जोखिम उठा रहे है।

भारत में Cryptocurrency क्या है?

अगर भारत के सन्दर्भ में बात करू तो भारत में Cryptocurrency एक डिजिटल करेंसी है जिसका लागू करने में सरकार भी सहमत नहीं है, क्यों की डिजिटल करेंसी पर नियंत्रण असंभव भारत की खुद की डिजिटल करेंसी है। अगर भारत सरकार अपनी खुद की डिजिटल मुद्रा ले कर आये तो कुछ हो सकता है। अभी तक भारतीय डिजिटल मुद्रा को लेन के कयास भी लगाए जा रहे है और भारत की खुद की डिजिटल करेंसी जल्द से जल्द भारतीय डिजिटल रुपे या डिजिटल मुद्रा के नाम से होगी।

भारतीय डिजिटल मुद्रा के लांच होते है, भारत में सबसे अधिक निवेश Cryptocurrency की तरह भारतीय डिजिटल मुद्रा में होगा। क्यों की भारतीय निवेशक हमेशा से ही नई – नई जगत और तकनीक में निवेश करने को बेताब रहते है। भारतीय Cryptocurrency में निवेश का बूम आ जायेगा।

FAQ Cryptocurrency

प्रश्न: भारत में Cryptocurrency का भविष्य क्या है?

उत्तर – अभी भारत में क्रिप्टो करेंसी का भविष्य अनिश्चित है।

प्रश्न: क्या भारत में क्रिप्टोकोर्रेंसी जैसी भारतीय डिजिटल मुद्रा होगी?

उत्तर – भारत में भारतीय डिजिटल मुद्रा जल्द ही आने वाली है जो Cryptocurrency जैसी होगी।

प्रश्न: क्या भारतीय Cryptocurrency में निवेश कर सकते है?

उत्तर – जी हाँ! भारतीय Cryptocurrency में निवेश कर सकते है, परन्तु सरकार की तरफ से संचालन की अनुमति नहीं होने के कारन Cryptocurrency को direct रुपयों ने convert नहीं कर सकते।

प्रश्न: क्रिप्टो करेंसी डाउन क्यों हो रही है?

उत्तर – क्रिप्टो करेंसी होने का मुख्या कारन सरकारों का अनुमति नहीं देना है। किसी भी देश की सरकार पूर्णरूप से स्वीकृत नहीं करती है और कुछ देशों को छोड़कर क्रिप्टो ट्रेडिंग पर रोक नहीं लगा पा रही है, इसलिए क्रिप्टो करेंसी डाउन हो रही है।

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