भारतीय खरीदारों के लिए क्या है क्रिप्टो करेंसी बिल का मतलब

क्या है बिटकॉइन और इसका भविष्य क्या है ?
Posted on January 8, 2022 September 8, 2022 Author Sameer Ur Rehman Comments Off on क्या है बिटकॉइन और इसका भविष्य क्या है ?
क्या है बिटकॉइन और इसका भविष्य क्या है ? What is bitcoin and what is its future?
हर दिन अखबार और इन्टरनेट की गलियों में बिटकॉइन (bitcoin) का नाम सुना होगा और मन में ये आता होगा की आखिर ये है क्या ? ये भी एक करेंसी ही है लेकिन सबसे अलग है।
हर देश की अपनी अपनी करेंसी होती है सबकी वैल्यू भी अलग होती है । इन्टरनेट (internet) की दुनिया में भी एक करेंसी होती है जिसे बिटकॉइन (bitcoin) कहते है । ये पिछले कुछ वर्षो में चर्चा का केंद्र बन गया है । ये दुनिया के सारे देशो की करेंसी से काफी अलग है इसका कारण ये है की ये करेंसी वर्चुअल होती है मतलब जैसे आप भारतीय रूपए और अन्य विदेशी मुद्रा को छु और देख सकते है लेकिन इसे आप ना छु सकते है और ना देख सकते है लेकिन इसका लेनदेन कर सकते है।
इसे क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) भी कहते है । ये एक डिजिटल करेंसी है और इसका उपयोग भी डिजिटल तरीके से किया जाता है । ये आपके पर्स में नहीं बल्कि ऑनलाइन वॉलेट में डाल सकते है । इसका नियंत्रण ना तो कोई सरकार करती है और ना ही बैंक क्युकी ये दीसेंट्रलाइज्ड (decentralized) करेंसी है। इसपर दुनिया की किसी भी संस्था का कंट्रोल नहीं है।
कौन है बिटकॉइन के आविष्कारक (who is the inventor of bitcoin) ?
वर्ष 2008 में सतोशी नाकामोटो ने इसके विजन (vision) को दुनिया के सामने पेश किया था। ये एक ऐसे रहस्मय हाई टेक्नोलॉजी वाली डिजिटल प्रणाली थी जो सरकार के नजर में आए काम कर रही है । ये वर्ष 2009 में ग्लोबल पेमेंट के रूप में जारी किया गया था। वैसे सतोशी नागामोटो एक गुमनाम शख्स है , जिनके बारे में कोई सही सही जानकारी नहीं है । इसने वो सॉफ्टवेर का निर्माण किया जिससे कोई भी बिटकॉइन का इस्तेमाल सकता है।
उसने 9 पन्ने में इसके विजन को दुनिया के सामने पेश किया । सतोशी नाकामोटो वर्ष 2011 में बिटकॉइन की तस्वीर से गायब हो गए । गायब होने के बाद अपने डेवलपर को एक तस्वीर मेल की जिसमे वो किसी और दिशा में मुह मोड खड़े है , जिसका मतलब ये लगाया गया की वो अब किसी दुसरे प्रोजेक्ट पर कार्य कर रहे है । अभी तक यह रहस्य ही है की ये व्यक्ति है कौन ?
बिटकॉइन क्यों है सबसे अलग (Why is bitcoin different) ?
बिटकॉइन दुनिया की हर करेंसी से काफी अलग है , यह एक वर्चुअल करेंसी है आप इसे और करेंसी जैसा छु और देख नहीं सकते है । इसे क्रिप्टोकरेंसी भी कह सकते है ।हर सरकार की अपनी करेंसी पर कंट्रोल होता है लेकिन इस करेंसी पर किसी का कंट्रोल नहीं होता है । इसका कोई मालिक नहीं है आप इसके उपयोग के लिए स्वत्रत्र है।
आप इसे अन्य मुद्रा की तरह कोई भी चीज़ सीधे तौर पर नहीं खरीद सकते है । ये दुनिया की सारी करेंसी से मंहगी है । आप इसे बिल पेमेंट और ऑनलाइन खरीदारी भी कर सकते है , आप अपना बिटकॉइन किसी और को भी भेज सकते है । फायदे होने के साथ इसमें एक बड़ा रिस्क ये है की आप अगर धोखाधड़ी का शिकार होते है तो आप कही इसकी शिकायत नहीं कर सकते है ,क्युकी यह सरकार और बैंक के नियत्रण से बाहर है ।
यह पी भारतीय खरीदारों के लिए क्या है क्रिप्टो करेंसी बिल का मतलब टू पी (person-to-person) नेटवर्क पर आधारित है , मतलब लोग एक दुसरे के बिना बैंक के ट्रानजकसन कर सकते है । इसका एक और लाभ ये है की कोई भी खरीदारी करते वक़्तहमारे डेबिट और क्रेडिट कार्ड से 2% या 3% लेनदेन शुल्क लगता है, लेकिन इसमें कुछ नहीं देना होता है । ये बिना क्रेडिट लिमिट का सबसे तेज और भारतीय खरीदारों के लिए क्या है क्रिप्टो करेंसी बिल का मतलब सुरश्चित नेटवर्क है । इसकी लोकप्रियता के चलते इसका इस्तेमाल बिजनेसमैन , छोटे उद्यमी और कंपनिया कर रही है । इसकी वैल्यू हर दिन हर देश में बदलती रहती है , इसकी मांग के हिसाब से इसमें उतार चड़ाव आता रहता है ।
बिटकॉइन का भविष्य (future of bitcoin) ?
बिटकॉइन का भविष्य क्या है(future of bitcoin) यह तो वक्त ही सही से बताएगा, लेकिन आज की तारीख में बहुत सारी बड़ी कंपनी जैसा टेस्ला जिसका मलिक का नाम एलोन मस्क है जो दुनिया के सबसे अमीर लोगो में से एक है। वो भी बिटकॉइन को पसंद करते हैं और अपनी कंपनी की कार को ख़रीदने के लिए बिटकॉइन का उपयोग करने दे रहे हैं, बहुत सारे नामी लोग बिटकॉइन से जुड़ें है, अल सल्वाडोर जो की मध्य अमेरिका का एक देश है जहा बिटकॉइन को कानूनी रुप से करेंसी बनाया गया है इस्का मतलब है की उस देश में आप बिटकॉइन से कुछ भी खरीद सकते हैं।
हम अपने रूपए का इस्तेमाल भौतिक रूप में करते है लेकिन इसका उपयोग ऑनलाइन ही कर सकते है । आप अपने जरुरत के हिसाब से अपनी देश की करेंसी में बदल सकते है और अपने बैंक अकाउंट में ट्रान्सफर भी कर सकते है और तब आप इसका सीधा उपयोग कर सकते है । आप बिटकॉइन पैसे देकर खरीद सकते है , इसका सबसे छोटा यूनिट सातोशी होता है। आप ये सबसे छोटा यूनिट खरीद सकते है।
बिटकॉइन क्या है? | जाने 1 बिटकॉइन भारतीय मूल्य में कितने रुपयों का है | बिटकॉइन के फायदे और नुकसान | What is Bitcoins in hindi
आजकल के कंप्यूटर वाले दौर में इसका उपयोग बहुत ही तेजी से बढ़ रहा है। लोग या कंपनी अपनी सेवा के बदले भी बिटकॉइन स्वीकार कर रही हैं और बिटकॉइन के साथ खरीदारी भी की जाने लगी है।
Microsoft और Tesla जैसी विश्व की कुछ दिग्गज कंपनियां भी बिटकॉइन के साथ लेनदेन की शुरुआत कर चुकी हैं।
बिट कॉइन क्या है? (Bitcoin kya hai) -
Bitcoin के बारे में आपने सुना ही होगा बिटकॉइन Crypto Currency का एक रूप है।
लैटिन भाषा का शब्द Crypto जिसका मतलब होता है छुपा हुआ और करेंसी का मतलब है मुद्रा, कुल मिलाकर इसका अर्थ होता है छुपी हुई मुद्रा वर्तमान समय में इस शब्द का प्रयोग बिटकॉइन जैसी डिजिटल करेंसी के लिए किया जा रहा है।
बिटकॉइन पूरी तरह से एक पहली (विकेंद्रीकृत) डिसेंट्रलाइज्ड मुद्रा है जो किसी भी सेंट्रलाइज्ड बैंक द्वारा संचालित नहीं की जा रही है। इसका संचालन पूरी तरह से डिजिटल है जोकि Crypto Graphy Technique एवं हाई स्पीड कंप्यूटर नेटवर्क्स की सहायता द्वारा किया जाता है। क्रिप्टोग्राफी शब्द का अर्थ कोडिंग लैंग्वेज को क्रैक या सुलझाने की कला से है। जो कि बाइनरी (Binary) या 0 और 1 के form में होती है। इस पर विश्व के किसी भी देश या बैंक का कोई भी हस्तक्षेप नहीं है।
बिटकॉइन के संपूर्ण लेन देन व रख रखाव का (data) डाटा Block Chain Technique (ब्लाक चैन टेक्नीक) तकनीक द्वारा रखा जाता है। इसका मतलब है कि (Bitcoin) बिटकॉइन के valid यूजर द्वारा किए गए किसी भी प्रकार के लेनदेन को ब्लॉकचेन पर सीक्वेंसली रिकॉर्ड किया जाता है।
जैसा कि अब हम सभी जान चुके हैं कि बिटकॉइन एक वर्चुअल करंसी है और इससे हम केवल अपने वर्चुअल वॉलेट में रख सकते हैं या प्राप्त कर सकते हैं। यह एक सेक्योर वर्चुअल वॉलेट होता है।
बिटकॉइन का आविष्कार किसने किया -
बिटकॉइन सन 2008 में (Satoshi Nakamoto) सातोशी नाका मोटो द्वारा बनाया गया था। लेकिन इसे ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर के माध्यम से सन 2009 में लांच किया गया था।
बिटकॉइन का मालिक कौन है। -
Bitcoin का यूज कोई भी कर सकता है इसका कोई एक व्यक्ति मालिक नहीं है।
Bitcoin कहा से आते है, कैसे बनता है बिटकॉइन[Producing of Bitcoins]-
Bitcoin बनाने के लिए माइनिंग मेथड (mining method) का उपयोग किया जाता है। इस माइनिंग मेथड का उपयोग करने वालों को माइनर्स कहते हैं।
यह माइनिंग मेथड एक बहुत ही जटिल प्रोसेस होती है। जहा माइनर्स (mining mathematical problem) माइनिंग मैथमेटिकल प्रॉब्लम और (cryptographic problems) क्रिप्टो ग्राफिक प्रॉब्लम्स सुलझाते है। प्रॉब्लम्स सुलझाने के बाद माइनर्स को बिटकॉइन ब्लॉक (Block) के रूप में प्राप्त होते हैं। सीमित संख्या में (produce) प्रोडयूस होने के कारण इसकी मांग वृद्धि देखी जा रही है।
बिटकॉइन का उपयोग कैसे करें [how to use Bitcoin] -
Bitcoin का उपयोग हम केवल ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के रूप में कर सकते हैं बिटकॉइन एक डिजिटल करेंसी है। जो की हमारे वॉलेट में रजिस्टर रहती है। यह P2P (Peer to Peer Network) नेटवर्क पर काम करती है। अगर हम किए गए बिटकॉइन ट्रांजैक्शन के बारे में पता करना चाहे तो इसका रिकॉर्ड पब्लिक लेजर में दिखाई देता है।
आजकल बिटकॉइन को ट्रांजैक्शन के लिए सबसे तेज और अच्छा माना जाने लगा है इसका एक फायदा यह भी है कि इसमें किसी थर्ड पार्टी का इंटरफेयर ना होने की वजह से यह एक अच्छा प्लेटफार्म साबित हो रहा है।
बिटकॉइन इंडिया में लीगल है या नहीं [is bitcoin legal in India?] -
जी हां बिटकॉइन इंडिया में पूरी तरह से लीगल है हालाकि इस पर भारत सरकार द्वारा यह साफ कर दिया गया है कि criptocurrency या बिटकॉइन किसी भी तरह से वैध मुद्रा नहीं है। सरकार द्वारा अब तक इस पर कोई कानून नहीं बनाया गया लेकिन सरकार अब भी इस बारे में विचाराधीन है। और जल्द ही इस बारे में बिल (Bill) भी लाया जा सकता है।
Bitcoin price (Bitcoin का Rate) -
अभी एक बिटकॉइन की भारतीय रुपए में कीमत 41 लाख 30 हजार से भी अधिक है। हला की बाज़ार की स्तिथि का असर बिटकॉइन के मूल्य पर भी पड़ता है।
इसके अलावा अब आपके पास सातोशी बिटकॉइन की खरीददारी करने का ऑप्शन भारतीय खरीदारों के लिए क्या है क्रिप्टो करेंसी बिल का मतलब भारतीय खरीदारों के लिए क्या है क्रिप्टो करेंसी बिल का मतलब भी है। आपको बता दे की 1 बिटकॉइन में 10 करोड़ सातोशी (Satoshi) होते है।
1 bitcoin = 10,00,00,000 Satoshi
How to purchase Bitcoin in india (Bitcoin में Trade कैसे करते हैं?) -
हम में से कोई भी बिटकॉइन की खरीद दारी कर सकते है वो भी भारतीय रुपए के हिसाब से।
बिटकॉइन एक डिजिटल करेंसी इसकी खरीद दारी के लिए हम Wazirx, Unocoin, Zebpay जैसी websites का सहारा ले सकते है।
Wazirx की साइट में जा कर अपना अकाउंट बना कर आप अपनी खरीददारी शुरू कर सकते है।
बिटकॉइन एक्सचेंज और ट्रेडिंग( Bitcoin Exchange Or Trading ) -
2011 से बिटकॉइन ट्रेडिंग की शुरुआत हुई इसके लिए पहले आपको एक अकाउंट बनाने की जरूरत होगी अकाउंट वेरिफाई करने के बाद आप cart ऑप्शन में जा कर इसकी प्राइस हिस्ट्री देख सकते है और करंट प्राइस भी पता कर सकते है।
बिटकॉइन इन्वेस्टमेंट कितना सफे है? -
बिटकॉइन सबसे ज्यादा प्रचलित डिजिटल करंसी जरूर है जो कभी कभी कई गुना मुनाफा दे देती है लेकिन इसके कुछ अपने रिस्क (Risk) भी है अगर आप अपना अकाउंट पासवर्ड भूल जाते है तो यह भारतीय खरीदारों के लिए क्या है क्रिप्टो करेंसी बिल का मतलब बात आपके ले एक मुसीबत से कम नहीं होगी। इस पर किसी का कंट्रोल ना होने के कारण भी इसकी कीमत में अचानक बड़े बदलाव (कमी या उछाल) भारतीय खरीदारों के लिए क्या है क्रिप्टो करेंसी बिल का मतलब देखने को मिल जाते है।
खत्म हो रही क्रिप्टो में लोगों की दिलचस्पी? बड़ी बिकवाली जारी रहने से भारतीय निवेशक सावधान
नई दिल्ली । विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने भारतीय इक्विटी बाजार से पैसा निकालना जारी रखा है और इसी बीच वैश्विक आर्थिक मंदी के मद्देनजर क्रिप्टो बाजार और डिजिटल परिसंपत्ति क्षेत्र में बिकवाली भी तेज हो गई है।
कॉइनमार्केटकैप के आंकड़ों के अनुसार, इस सप्ताह पूरे क्रिप्टोकरेंसी बाजार से 200 अरब डॉलर से अधिक का सफाया हो गया और फरवरी 2021 के बाद पहली बार वैश्विक क्रिप्टो बाजार पूंजीकरण 1 खरब डॉलर से नीचे गिर गया।
उच्च महंगाई दर, बढ़ती ब्याज दरों, रूस-यूक्रेन युद्ध और चीन के लॉकडाउन जैसे कारकों से उत्पन्न अस्थिर बाजार स्थितियों के बीच बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में गिरावट के कारण भारत में पहले से ही डूबते नजर आ रहे क्रिप्टोकरेंसी बाजार में भी भारी बिकवाली देखी जा रही है।
विशेषज्ञों के अनुसार, भारत में क्रिप्टो निवेशक और व्यापारी वर्तमान में सावधानी बरत रहे हैं और क्रिप्टो खरीदारी में एक खास गिरावट देखी गई है।
क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज वजीरएक्स के सह-संस्थापक निश्चल शेट्टी ने कहा, भारतीय निवेशक सतर्क हैं और वेट एंड वॉच (बाजार पर नजर रखते हुए इंतजार) ²ष्टिकोण अपना रहे हैं।
दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (बीटीसी) पिछले साल नवंबर में 69,000 डॉलर के रिकॉर्ड उच्च स्तर भारतीय खरीदारों के लिए क्या है क्रिप्टो करेंसी बिल का मतलब के बाद से लगभग 70 प्रतिशत गिर चुकी है।
इस सप्ताह यह 20,000 रुपये से 21,000 रुपये प्रति कॉइन के आसपास मंडरा रहा है।
विश्लेषकों के मुताबिक, अगर यही हाल रहा तो इस साल बिटकॉइन की कीमत 14,000 डॉलर तक भी लुढ़क सकती है।
छोटी क्रिप्टोकरेंसी भी गिर गई हैं, जो बिटकॉइन के साथ मिलकर चलती हैं।
दूसरा सबसे बड़ा डिजिटल टोकन, एथेरियम, 12 प्रतिशत गिरकर 1,045 डॉलर पर आ गया है, जो 15 महीने का नया निचला स्तर है।
वर्तमान गिरावट का मतलब है कि नवंबर 2021 से एथेरियम ने अपने मूल्य का 77 प्रतिशत खो दिया है।
कॉइनटेलीग्राफ के अनुसार, एथेरियम की बिक्री इस सप्ताह फिर से शुरू हुई, इसकी कीमत में जून में एक और 25 प्रतिशत की गिरावट आई है।
हालांकि, ऐसे निराशाजनक परि²श्य में शॉर्ट-वीडियो मेकिंग ऐप चिंगारी द्वारा भारत का अपना गैरी डिजिटल टोकन लगभग 40 फीसदी बढ़ गया है।
सबसे तेजी से बढ़ते ब्लॉकचैन सोशल ऐप, चिंगारी ने इस सप्ताह 4 करोड़ मासिक औसत यूजर्स (एमएयू) को सशक्त बनाने के लिए गारी (जीएआरआई) माइनिंग प्रोग्राम की घोषणा की, जो अपने प्लेटफॉर्म पर अपने क्रिएटर्स और यूजर्स को क्रिप्टो की पेशकश करने वाला दुनिया का पहला सोशल ऐप बन गया है।
चिंगारी और गारी टोकन के सह-संस्थापक और सीईओ सुमित घोष ने कहा, यह कार्यक्रम बड़े और विनम्र क्रिएटर्स के लिए एक समान अवसर सुनिश्चित करेगा। अब, ऐप पर क्रिएटर्स और यूजर्स गारी टोकन कमा सकते हैं, जिन्हें पैसे के लिए एक्सचेंजों पर कारोबार किया जा सकता है और क्रिएटर अपनी आय के एकमात्र स्रोत के रूप में ब्रांड सहयोग की दया पर ही निर्भर नहीं रहेंगे।
इस बीच, भारत में क्रिप्टोकरेंसी का भाग्य अभी भी अधर में लटका हुआ है और बहुप्रतीक्षित क्रिप्टो बिल को अभी तक स्पष्ट तौर पर नहीं देखा गया है।
अप्रैल में, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दुनिया भर में क्रिप्टोकरेंसी बाजार के आकार के बारे में अपनी शंकाओं को दोहराया था और सभी देशों के लिए स्वीकार्य एक नियामक तंत्र की आवश्यकता पर जोर दिया था, ताकि धन को लूटने और आतंकवाद को निधि देने के लिए इसके उपयोग को रोका जा सके। उन्होंने इस मुद्दे को चिंताजनक करार दिया था।
परिणामस्वरूप भारत क्रिप्टोकरेंसी और क्रिप्टो संपत्ति के बीच अंतर करता है और मंत्री भारतीय खरीदारों के लिए क्या है क्रिप्टो करेंसी बिल का मतलब ने फरवरी में इन लेनदेन से आय पर 30 प्रतिशत कर की घोषणा की थी, जिसमें स्रोत पर 1 प्रतिशत की कटौती शामिल है।
देश अगले साल भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा अपनी डिजिटल मुद्रा रखने की ओर अग्रसर है जो ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित होगी।
यूनोकॉइन के सह-संस्थापक और सीईओ सात्विक विश्वनाथ के अनुसार, क्रिप्टोकरेंसी उद्योग तेजी से विकसित हो रहा है और इसलिए इसे लगातार अपडेट करने के लिए नियमों की आवश्यकता होगी।
उन्होंने कहा, अगर हम क्रिप्टो के लिए दिशानिर्देश लाने की कोशिश करते हैं तो यह सफल होने की संभावना नहीं है।
विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि केवल क्रिप्टोकरेंसी ही नहीं, डीआईएफआई (विकेंद्रीकृत वित्त) प्लेटफॉर्म के निवेशकों को भी इस विशेष प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी सेवा की लिक्विडिटी के बारे भारतीय खरीदारों के लिए क्या है क्रिप्टो करेंसी बिल का मतलब में बढ़ती चिंताओं के बीच सावधानी और जांच करने की आवश्यकता है।
डेफी प्लेटफॉर्म और सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी उधारदाताओं में से एक, सेल्सियस नेटवर्क ने चेताते हुए घोषणा की है कि यह अपने 17 लाख ग्राहकों के लिए सभी निकासी, स्वैप और खातों के बीच हस्तांतरण को रोक रहा है।
दुनिया के सबसे बड़े स्वतंत्र वित्तीय सलाहकारों में से एक, डेवीरे भारतीय खरीदारों के लिए क्या है क्रिप्टो करेंसी बिल का मतलब ग्रुप के सीईओ, निगेल ग्रीन ने कहा, व्यापक क्रिप्टो पारिस्थितिकी तंत्र को फिर से हिला दिया गया है - बिटकॉइन जैसी वास्तविक क्रिप्टोकरेंसी द्वारा नहीं, बल्कि डेफी द्वारा।
what is bitcoin crypto currency
History of bitcoin साल 2012 के जून में Brain Armstrong (Airbnb engineer) की Coinbase कंपनी अमेरिका के कैलिफोर्निया में Stock-exchange में रजिस्टर्ड किया इस कंपनी का काम था cryptocurrency को dollar में बदलना यानि bitcoin को खरीदने और बेचने की सेवा देना आगे चल के Fred Ehrsam (Goldman Sachs trader) कंपनी के सह-संस्थापक बने|
कारोबार के पहले ही दिन कंपनी का share 100 अरब डॉलर का आंकड़ा पार कर दिया और बहुत तेजी से बढ़ रहे थे अप्रैल 2021 में bitcoin में अचानक 60 हजार डॉलर चला गया यहीं से bitcoin मार्केट में तेजी से फैलने लगा|
what is bitcoin crypto currency? यह एक invisible currency (अदृश्य मुद्रा) होता है जिसे हाथ से छुआ नहीं जा सकता है बस उसका एक आकार दे दिया गया है जो डिजिटल रूप से काम करता है चाहे पैसे का लेनदेन करना हो या कोई सामान खरीदना हो इससे हर काम किया जा सकता है (जो पैसे से होता है)|
What is crypto mining how does it work आप bitcoin के वेबसाइट पर जाकर अपने bank account से भुगतान करते है- भारतीय खरीदारों के लिए क्या है क्रिप्टो करेंसी बिल का मतलब चाहे netbanking, debit या credit कार्ड के माध्यम से या अन्य माध्यम से आपने 1 bitcoin ख़रीदा लिया बदले में आपको एक नंबर मिल गया अब यह नंबर आपका 1 bitcoin है अब आप दुनिया के किसी भी देश में जाकर यह नंबर देकर उतने पैसे का कोई भी सामान खरीद सकतें है या पैसे ले सकते है|
इसको किसी भी मुद्रा में बदलने की आवश्कता नहीं होती है उदहारण के लिए 100 dollar का bitcoin ख़रीदा हैं तो 100 dollar आप कहीं पर भी खर्च कर सकते हैं बिना टैक्स दिये और किसी भी प्रकार का इनकम टैक्स विभाग को जानकारी दिये कोई भी सामान खरीद सकते हैं मतलब यह खरीदारी पूरी तरह गुप्त रहेगा यह आपके और खरीदार के बीच का मामला होगा अब अगर जाँच एजेंसी इसकी जाँच करती है की यह 100 डॉलर किस मकसद से ख़रीदा गया है तो वहाँ पर वह transaction शून्य बताने लगेगा यानि account zero हो जायेगा और जाँच अधिकारी को कोई जानकारी नहीं मिलेगा|
इसको दुसरे ढंग से समझते हैं अगर यह 100 डॉलर एक जगह से दुसरे जगह जा रहा है और बीच में कोई जाँच अधिकारी (मसलन- इनकम टैक्स विभाग, पुलिस या कोई भी) इसका जानकारी लेने का प्रयास करता भी है तो यह account अपने आप शून्य हो जाता है इसे blockchain technology कहते है यह पूरी तरह से end-to-end encrypted होता है इसे बीच में अगर किसी ने सेंधमारी की तो यह अपने आप zero हो जाता है यही इसकी सबसे बड़ी खूबी है|
इस तरह bitcoin से किया हुआ transaction पूरी तरह सुरक्षित और भरोसेमंद है what is bitcoin crypto currency? जिसको हमने आसान भाषा में समझा|